राष्ट्रीय स्वर्ण क्रांति सेना के सम्मेलन में उठा आरक्षण का मुद्दा,एकजुटता पर दिया गया जोर
पटना।भोजपुर जिले के स्थानीय मारुति नगर स्थित जमीरा कोठी में रविवार को राष्ट्रीय स्वर्ण क्रांति सेना द्वारा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया।उक्त समारोह में संबोधित करते हुए सेना कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम सिंह ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में एकजुटता पर बल देते हुए कहा कि आरक्षण एक अभिशाप है।अम्बेडकर साहब ने कहा था कि जब आदिवासी समाज का राष्ट्रपति बन जाएगा तब देश को आरक्षण की जरूरत नहीं है।संविधान निर्माता डॉ भीम राव आंबेडकर ने यह भी कहा था की देश की आजादी के बाद 10 वर्षों तक आरक्षण लागू करना है लेकिन आज आजादी के 77 वर्ष पूरे हो गए।स्वर्ण समाज आज कहां है,45 प्रतिशत अंक लाने वाले कुर्सी पर बैठे रहें और 80 प्रतिशत वाले टुकुर टुकुर देख रहे है।यह कैसी सामाजिक विषमता है।
कार्यकर्ता सम्मेलन का संचालन मुकेश सिंह जैतेश व धन्यवाद ज्ञापित पुष्पेंद्र नारायण सिंह तथा आगत अतिथियों का स्वागत जितेंद्र सिंह ने किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम सिंह ने कहा की विभिन्न राजनीतिक दल हमें सिर्फ वोट की राजनीति के रूप में इस्तेमाल कर रहें है और स्वर्ण समाज उनकी छिपी मंशा के चक्रव्यूह में फंसकर तीतर बितर हो जाता है।आज आवश्यकता है हम अपने हक और अधिकार के लिए एकजुटता बनाएं।अन्य वक्ताओं में पटना से आए सुमित कुमार सिंह,छात्र नेता आजाद सिंह, डॉ अरविंद राय(सचिव ब्राह्मण भट्ट) सभा,अधिवक्ता इंदु भूषण तिवारी(पटना,उच्च न्यायालय), कौरा के सुरेंद्र सिंह,यशवंत सिंह, डॉ राम जी तिवारी,देव कुमार सिंह,विश्वनाथ सिंह,अधिवक्ता हरेंद्र सिंह,शिक्षिका रूबी राय,बबलू सिंह, पप्पू जी,अरविंद सिंह, बालिगांव के आसनारायण सिंह,एंटी करप्शन के मनजीत सिंह आदि ने सम्मेलन के दौरान गठित स्वर्ण आयोग की भूमिका से लेकर स्वर्ण जाती की कई अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपने अपने विचारों को रखा और कई सवाल भी खड़े किए।सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं ने एक स्वर से एकजुटता बनाने पर जोर दिया।कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने राजू पांडे के नेतृत्व में राष्ट्रीय अध्यक्ष पूनम सिंह को पगड़ी और तलवार देकर सम्मानित किया साथ ही अन्य गणमान्यों को भी सम्मानित किया गया।

