नानी की डांट पर घर से भाग निकला बालक नेपाल अपने घर पहुंचा

राहुल/मृणाल
जोगबनी गणादेश:
दो वर्ष पहले नानी की डांट सुन कर घर से भाग निकला बालक दो वर्ष के बाद अपने परिवार से मिला।बच्चे को परिवार से मिलवाने का काम सफल हो पाया भारत-नेपाल सीमा पर मानव तस्करी के विरुद्ध काम कर रही संस्था आफन्त नेपाल के सहयोग और भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा के समन्वय से।
जोगबनी सीमा के नेपाल भाग मे विराटनगर महानगरपालिका के वार्ड संख्या 17 रानी बस्ती निवासी मिराज अंसारी के माता पिता नहीं है और उसका परवरिस नाना नानी के द्वारा किया जा रहा था।दो साल पहले किसी बात पर डांट सुनने के बाद मिराज जोगबनी से ट्रेन पकड़ कटिहार चला गया।लावारिस अवस्था मे रहे बच्चे को कटिहार रेल पुलिस के द्वारा कटिहार स्थित बाल कल्याण समिति के समन्वय मे बालगृह में रखा गया था।काउंसिलिंग के दौरान बच्चे ने अपना पता जोगबनी बोर्डर और नाना का मुस्लिम होटल होने की बात कही थी।
बच्चे को स्वदेश वापसी और परिवार से मिलवाने मे कानूनी सहायता के साथ ही समन्वय में दिल्ली स्थित नेपाली राजदुतावास,बाल कल्याण समिति कटिहार, जिला प्रशासन कटिहार, आफन्त नेपाल व भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के समन्वय की भूमिका अहम रही।नेपाल के ईलाका पुलिस कार्यालय रानी और सशस्त्र पुलिस बल बोर्डर आउट पोस्ट रानी के प्रमुख और सीमा पर तैनात एसएसबी की मौजूदगी मे परिवार को सुपुर्द किया गया।
नेपाल बिराटनगर के रानी निवासी मो.कुमार मिया ने कहा की दो वर्षो से ईद सूना-सूना लगता था,लेकिन दो वर्ष के बाद नाती घर वापसी से इन्हे ईद का तोहफा मिला है।नाना बताते हैं कि उन्होंने नाती के मिलने की उम्मीद छोड़ चुके थे।वही इस मौक़े पर बाल कल्याण केंद्र कटिहार के पदाधिकारी, आफन्त नेपाल की सुनीता सपकोटा , भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष सहित रानी पुलिस प्रमुख मौजूद थे।

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