प्रकृति की सुंदरता पेड़ पौधों से है, इसे बचाना जरूरी है: रामजी यादव

रांची: रांची विश्वविद्यालय की एन एस एस ईकाई के द्वारा आयोजित वन महोत्सव सप्ताह के तहत ” एक पेड़ माँ के नाम ” कार्यक्रम गवर्नमेंट टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज कांके के परिसर में वृहद पैमाने पर पौधरोपण सह जागरूकता रैली का आयोजन आर यू के एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई।
इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाई बी एन विश्वविद्यालय के निदेशक रामजी यादव ने कहा कि प्रकृति की सुंदरता पेड़ पौधों से है। उन्होंने कहा कि प्रकृति को बचाना हमारा नैतिक कर्तव्य है एवं इसके लिए हम सभी को सामूहिक प्रयास करना होगा।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में राँची विश्वविद्यालय के एन एस एस के कार्यक्रम समन्वयक डाॅ ब्रजेश कुमार ने कहा कि वृहद पैमाने पर पौधा लगाकर एवं इसे बचाकर हरित झारखंड बनाने में युवा अपना बहुमूल्य योगदान दें। उन्होंने कहा कि प्रकृति की हरियाली में ही जीवन की खुशहाली है एवं हमें देश के जागरूक नागरिक के तौर पर पृथ्वी को सजाने एवं हरियाली लाने में सभी को अपने हिस्से का सकारात्मक प्रयास करना होगा। उन्होंने कहा कि ” एक पेड़ माँ का नाम कार्यक्रम जनमानस का विषय बनें इसके लिए हमे सामूहिक प्रयास करना होगा।
एक पेड़ माँ का नाम अभियान विषय पर राजकीय शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय परिसर से जागरूकता रैली निकाली गई जो कांके चौक तक गई एवं पुनः महाविद्यालय परिसर में आकर समाप्त हो गई।रैली के दैरान एन एस एस के स्वयंसेवक एवं महाविद्यालय के प्रशिक्षु ” एन एस एस का यह पैगाम- एक पेड़ माँ के नाम”, एन एस एस ने ठाना है- प्रकृति को बचाना है, एक पेड़ – माँ के नाम, ग्रीन झारखंड – क्लीन झारखंड आदि नारा लगा रहें थे।
रैली के पश्चात आज महाविद्यालय परिसर में जामुन, नीम, पीपल, अमरूद, आँवला, अशोक, अर्जुन, गुलमोहर आदि के 221 पौधा अतिथियों एवं एन एस एस के स्वयंसेवकों ने लगाया एवं उसे संरक्षण करने का संकल्प लिया। 221 पौधा राँची जिला वन विभाग के डीएफओ श्रीकांत वर्मा के सहयोग से प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ ओमप्रकाश, एन एस एस के टीम लीडर्स क्रमशः दिवाकर आनंद,पुरषोत्तम कुमार, संकल्प कुमार, सुरभि कुमारी, अंकित कुमार, प्रिंस तिवारी, रिकेष भारद्वाज, प्रेरणा सिंह, श्रेया श्रीवास्तव, दीपक साहू, अनिता टोप्पो, रुपाली यादव, अतुल कुमार, उज्ज्वल कुमार आदि का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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