महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान देने में असफल रही है सरकार : सुदेश महतो

रांची: आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा है कि महिलाओं की‌ सुरक्षा, कल्याण और उत्थान को लेकर चुनावों में झामुमो और कांग्रेस ने जितने वादे किए, वे सिर्फ धोखे साबित हुए हैं। सबसे बड़ा सवाल इज्जत और सुरक्षा का सामने है। हाल की कई घटना ने समाज को बेचैन किया है। महिलाओं में खौफ है।

उक्त बातें उन्होंने केंद्रीय महिला समिति, महिला जिलाध्यक्ष, प्रखंड एवं नगर इकाई की महिला अध्यक्ष तथा त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीत दर्ज करने वाली आजसू से जुड़ीं महिलाओं साथ पंचायत चुनाव में भाग लेने वाली सभी महिला उम्मीदवारों के साथ रांची स्थित केंद्रीय कार्यालय में आयोजित महिला प्रतिनिधि सम्मेलन के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि सरकार ने झारखंड की बहन-बेटियों को ठगने का काम किया है। अपने ही राज्य में झारखंड की बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। पुलिस फाइलों के मुताबिक इस साल के मई महीने तक यानी 5 महीने में बलात्कार की 666 घटनाएं हुई हैं। पिछले 29 महीनों (2020 से 2022 के मई तक) में राज्य में दुष्कर्म की 4079 घटनाएं हुई है। नाबालिग बच्चों के साथ दुष्कर्म, हत्या और प्रताड़ना की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। यह आंकड़े साबित करते हैं कि महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान देने में असफल रही है सरकार।

चुनावी घोषणाओं में सरकार ने महिलाओं के उत्थान के लिए कई वादे किए थे। जिसमें महिलाओं को सरकारी नौकरी में 50 प्रतिशत का आरक्षण, प्रत्येक गांव में महिला बैंक की स्थापना, गरीब परिवार की महिलाओं को ₹2000 प्रतिमाह चूल्हा खर्च, पंचायत सेवक, एएनएम, शिक्षिका एवं होम गार्ड जैसे सभी रिक्तियों को तत्काल भरते हुए भारी संख्या में महिलाओं को स्थायी नौकरी, प्राथमिक से लेकर पीएचडी तक सभी प्रकार की शिक्षाएं, सभी जाति एवं धर्म की लड़कियों को निःशुल्क तथा हर अनुमंडल मुख्यालय में सभी सुविधाओं के साथ महिला महाविद्यालय की स्थापना की बात शामिल थी। लेकिन बत्तीस महीनों के कार्यकाल के बाद भी सरकार इन वादों पर मौन है।

उन्होंने कहा कि आजसू पार्टी शुरु से ही महिलाओं को आगे लाने एवं उनको पहचान दिलाने तथा विकास कार्यो में भागीदार बनाने के लिए पहल करती आई है। इसी मकसद के साथ हमने पंचायती राज व्यवस्था में पचास प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित कर, उन्हें राजनीति की मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया। कहा कि जब हमने राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी, तो सर्वप्रथम सैकड़ों महिला समूह बना कर उनको वाजिब हक दिलाने का प्रयास किया, जिसका मूर्त रुप आज दिख रहा है। आज उन समूहों की वजह से पूरे प्रदेश में क्रांतिकारी बदलाव आया है।

सम्मेलन में उपस्थित सभी महिला नेत्रियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्रीय, जिला, प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर महिला कमिटी के गठन, पुनर्गठन एवं विस्तार में जुट जाएं। प्रतिदिन का एजेंडा, मुद्दा और कार्य निर्धारित कर, समर्पण के साथ आगे बढ़ें तथा सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ सशक्त आंदोलन करें।

• भावी कार्यक्रम
सम्मेलन के दौरान अखिल झारखण्ड महिला संघ के भावी कार्यक्रमों की रुपरेखा भी तैयार की गई। इसी क्रम में आगामी 23 सितंबर को राज्य के सभी 260 प्रखंडों में अखिल झारखण्ड महिला संघ का प्रखंड सम्मेलन के आयोजन का निर्णय लिया गया। साफ ही 16 अक्टूबर को अखिल झारखण्ड महिला संघ का सभी जिलों जिला सम्मेलन तथा 6 नवंबर को राज्यस्तरीय सम्मेलन के आयोजन का निर्णय लिया गया।

• ये रहें उपस्थित –

महिला प्रतिनिधि सम्मेलन में मुख्य रुप से आजसू पार्टी के केंद्रीय मुख्य प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत, केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी एवं कुशवाहा शिवपूजन मेहता, केंद्रीय महासचिव राजेंद्र मेहता, अनुशासन समिति के अध्यक्ष सुबोध प्रसाद, लोहरदगा विधानसभा प्रभारी नीरू शांति भगत, महिला संगठन सचिव वर्षा गाड़ी, केंद्रीय सचिव यशोदा देवी एवं विजेता वर्मा, रांची जिला परिषद उपाध्यक्ष वीणा चौधरी, बोकारो जिला परिषद उपाध्यक्ष बबिता देवी, रांची महानगर महिला अध्यक्ष सीमा सिंह, महिला केन्द्रीय प्रवक्ता अंजू देवी, महिला प्रदेश उपाध्यक्ष पार्वती देवी, लोहरदगा जिला महिला अध्यक्षा अनिता साहू, रामगढ़ जिला सचिव सुशीला देवी, रामगढ़ जिला सह सचिव पिंकी देवी, रोमा देवी, सरिता देवी, फूलकुमारी देवी आदि मौजूद थी।

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