गैर मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के शिक्षकों ने काला बिल्ला लगाकर किया शिक्षण कार्य
रांची: पासवा राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद एवं प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे के नेतृत्व में राज्य भर के सभी जिलों के जिला अध्यक्षों की देखरेख में गैर मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों के प्रिंसिपल, डायरेक्टर, शिक्षक कर्मचारियों ने काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रकट किया। इसी कड़ी में रांची राजधानी में रांची महानगर अध्यक्ष डॉ सुषमा केरकेट्टा के नेतृत्व में राजधानी के सभी गैर मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों ने 2019 आरटीई कानून का विरोध किया एवं काला बिल्ला लगाकर शिक्षण कार्य संपन्न किया। संत गैब्रियल एण्ड मोनिका स्कूल ऐदलहातू मोराबादी में विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ सभा भी आयोजित की गई।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा जेपीएससी एवं अन्य परीक्षाओं का सेंटर जब प्राइवेट स्कूलों में बनाए जाते हैं तब हमें नहीं कहा जाता है कि कमरे का साइज छोटा है,अगर साइज छोटा रहता है तो हम कम बच्चे को एक क्लास में पढ़ाते हैं।
गांवों में चलने वाले स्कूल के संचालक एक एकड़ जमीन और शहर में 75 डिसमिल जमीन नहीं उपलब्ध करा सकता है क्योंकि जिनके पास इतनी जमीने होंगी वह स्कूल नहीं मॉल और एपार्टमेंट बनाऐगा। सरकारी स्कूलों के लिए कोई कानून नहीं और निजी विद्यालयों के लिए कानून ही कानून यह कहां का इंसाफ है।
इस मौके पर सभा की अध्यक्षता करते हुए महानगर अध्यक्ष डॉ सुषमा केरकेट्टा ने कहा गरीब तबकों के अभिभावकों का सबसे आरामदेह स्कूल ऐसे ही निजी विद्यालय हैं जहां हम अपने रोजगार के साथ कई लोगों को रोजगार देते हैं, हमने कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलाया है,हम रोजगार के साथ-साथ बच्चों के सुनहरे भविष्य का निर्माण भी करते हैं जिस पर पूरा राज फक्र करता है।
प्रदेश सचिव संजय प्रसाद ने कहा देश की तरक्की में बच्चों को हम होनहार बनाते हैं, जमीन की बाध्यता कानून पर शिक्षा सचिव को यह समझ में आनी चाहिए जमीन पड़ेगा ना कि बच्चा पड़ेगा। जब पूरे समाज को हमारे स्कूल चलाने से कोई आपत्ति नहीं है तो सरकार बताऐ उन्हें क्या आपत्ति है।
रांची जिला पासवा महासचिव रशीद अंसारी ने कहा सुदूर ग्रामीण इलाकों में शिक्षा का अलख जगाने वाले विद्यालय के संचालकों को पुरस्कृत करने की बजाय उन्हें अपमानित किया जा रहा है,सरकार की नजरों में सभी बच्चे समान होनी चाहिए।निजी विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे भी इसी राज्य के हैं और ये भी सरकार की तरफ आशा भरी निगाहों से देखते हैं।हम उम्मीद करते हैं कि वर्तमान सरकार निजी विद्यालयों के प्रति भी सकारात्मक रूख अख्तियार करते हुए शिक्षकों और बच्चों के विकास के लिए संकल्पित होगी। आज के इस कार्यक्रम में झारखंड पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर राहुल प्रसाद, प्राचार्य नीरू कुमारी, अर्चना गुप्ता, रिंकू देवी, मनीष कुमार,प्रतिमा राय,उप प्राचार्य साइमन सार्की,उषा, मनोरमा,प्रेमा,खुशी, अंजलि,गुलराना, जीवन्ति,गोविन्द,गौतम, एवं अन्य शामिल थे।