युवा आक्रोश रैली के माध्यम से हेमंत सोरेन सरकार को उखाड़ फेंकने का युवा संकल्प लेंगे :सन्नी टोप्पो

रांची: हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के नेतृत्व में राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में आज यानी शुक्रवार को युवा आक्रोश रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में पूरे प्रदेश से लाखों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं के राजधानी रांची में पहुंचने का अनुमान है। कार्यकर्ताओं का रांची आने का सिलसिला शुरू भी हो गया है। वहीं मंडर विधानसभा क्षेत्र से कद्दावर भाजपा नेता सन्नी टोप्पो ने युवा आक्रोश रैली पर कहा कि युवा आक्रोश रैली के माध्यम से हेमंत सोरेन सरकार को उखाड़ फेंकने का युवा संकल्प लेंगे।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले हेमंत सोरेन की सरकार ने राज्य के युवाओं से वादा किया था कि हर साल 5 लाख युवाओं को नौकरी दूंगा। लेकिन 5 साल होने को है आज भी युवा नौकरी के लिए दर-दर भटक रहे हैं। नौकरी नहीं देने पर पांच हजार बेरोजगारी भत्ता देने की भी बात कही गई थी।वह भी नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन ने थोड़ा बहुत जो भी नौकरी देने का काम किया वह सब पूर्व की सरकार के द्वारा रोड मैप तैयार किया गया था, सिर्फ अपने लेवल उसमें लगाने का काम किया है। इस सरकार ने अपना कुछ नया नहीं किया है। इस सरकार के पास कोई नीति नहीं है ना युवाओं के लिए ना महिलाओं के लिए ना किसानों के लिए और ना अन्य लोगों के लिए है। यह सिर्फ विकास योजनाओं की राशि डकारने के लिए बैठी हुई है। वही मुख्यमंत्री मईयां सम्मान योजना पर कहा कि हेमंत सरकार को यदि महिलाओं के प्रति इतनी फिक्र थी तो 5 साल के अंतिम महीने में ही क्यों याद आया है। इतने दिनों सोई रही। चुनाव के अंतिम समय में मईयां सम्मान योजना की बात क्यों याद आई। कहीं-कहीं नियत में इनकी खोट है और सिर्फ लॉलीपॉप दिखाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है। यह सब चुनावी स्टैंड है और महिलाओं को ठगने की योजना है। इस योजना का लाभ महिलाएं ले भी लेंगी और वोट भी उन्हें नहीं देंगी। देश के युवा,किसान और महिलाएं पीएम मोदी के साथ है।
पूर्व सीएम चंपई सोरेन के मामले पर भाजपा नेता सन्नी टोप्पो ने कहा कि चंपई सोरेन एक सुलझे हुए व्यक्ति हैं और जेएमएम प्रमुख शिबू सोरेन के साथ काम कर चुके हैं और पार्टी में विश्वास पात्र भी हैं। पार्टी के लिए अनेक बार संघर्ष कर चुके हैं। इसके बावजूद भी उन्हें सम्मान नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाकर थोड़ी दिनों के बाद उन्हें उतार दिया गया। यह झारखंड के आदिवासियों के साथ अपमान हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने और अपने परिवार के बारे में ही सोचते हैं। पार्टी में अन्य नेताओं के बारे में उनको सोचने के लिए समय नहीं है,जिसके कारण पार्टी में कई कद्दावर नेता नाखुश चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के हेमंत सोरेन सरकार से युवा नाराज हैं और इस आक्रोश रैली के माध्यम से सरकार को उखाड़ फेंकने का आज संकल्प लेंगे।

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