होपवेल हॉस्पिटल में असाध्य रोग से पीड़ित दो मरीजों की हुई सफल सर्जरी
रांची :राजधानी के कर्बला चौक पर नूर टावर में अवस्थित होपवेल हॉस्पिटल में जटिल एवं असाध्य रोग से पीड़ित दो मरीजों की सफल सर्जरी की गई।
इस संबंध में होपवेल अस्पताल के संचालक व प्रख्यात लेप्रोस्कोपिक एवं गैस्ट्रो सर्जन डॉ.शाहबाज आलम ने पत्रकारों को बताया कि गिरिडीह निवासी महिला मरीज मुनीजा परवीन विगत कई माह से पैंक्रियाज (खाना पचाने एवं इंसुलिन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अंग) की समस्या से जूझ रही थी। उक्त महिला मरीज के पेनक्रियाज की मुख्य नली एवं उसके आसपास की नली में स्टोन बन गया था। जिसकी वजह से लंबे समय से उसके पेनक्रियाज की नली ब्लॉक हो गई थी। यह एक गंभीर समस्या थी। मरीज की शल्य चिकित्सा कर पैंक्रियास एवं आसपास की नली में बने स्टोन को निकालना काफी चुनौतीपूर्ण कार्य था। उन्होंने बताया कि उनके अस्पताल में इस तरह का पहला मामला आया था। उन्होंने उक्त महिला मरीज की शल्य चिकित्सा कर स्टोन निकालने का निर्णय लिया। तकरीबन तीन घंटे तक चले सर्जरी के बाद मरीज के पैंक्रियास और आसपास की नली में जमा स्टोन को निकालने में सफलता मिली। अब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो गई है।
वहीं, दूसरा मामला धनबाद निवासी एक मरीज मोहम्मद एजाज का था। डॉ. शाहबाज आलम ने बताया कि एजाज की बड़ी आंत के मध्य भाग में ट्यूमर विकसित हो गया था और इससे आंत भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। इस तरह के क्रिटिकल मामले में मेजर सर्जरी और बाईपास की भी आवश्यकता होती है। उन्होंने मरीज के परिजनों की सहमति से उनका ऑपरेशन किया और ट्यूमर निकालने में सफल रहे।
डॉ.शाहबाज ने बताया कि उक्त दोनों मरीजों की सर्जरी में एनेस्थीसिया में राजीव चौधरी ने सहयोग किया।
डॉ. आलम के मुताबिक इस तरह की सर्जरी में बड़े शहरों के अस्पतालों में तकरीबन चार से पांच लाख तक खर्च मरीजों को वहन करने पड़ते हैं। जबकि रांची में इस तरह की सर्जरी काफी किफायती दर पर उपलब्ध कराई गई।
गौरतलब है कि होपवेल हॉस्पिटल में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी में महारत हासिल डॉ. शाहबाज आलम एवं उनकी टीम द्वारा कई जटिल सर्जरी किए गए हैं, जिसके लिए यहां के मरीजों को बड़े शहरों में जाने को विवश होना पड़ता है।
इस मौके पर गुफरान खान, अंबर शहबाज़, मो.तलहा, शादाब, शाहिद सहित अस्पताल की पूरी टीम के सदस्य मौजूद थे।