अवैध अफीम की खेती की रोकथाम हेतु अनुमंडल पदाधिकारी ने की बैठक
खूंटी: जिले में अवैध अफीम की खेती के खिलाफ जिला प्रशासन पूरी तरह से एक्टिव है। इसी कड़ी में सोमवार को उपायुक्त लोकेश मिश्रा के निर्देश पर समाहरणालय सभागार में अनुमंडल पदाधिकारी दीपेश कुमारी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में विभिन्न विभागों के पदाधिकारी, मुखिया एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य अवैध अफीम की खेती की रोकथाम, इसके दुष्परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करना और वैकल्पिक खेती को बढ़ावा देना था।
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि अफीम की खेती न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि यह समाज की सामाजिक एवं आर्थिक संरचना पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। बैठक के माध्यम से उन्होंने आम नागरिकों से अपील किया कि वे ऐसी अवैध गतिविधियों में संलिप्त न हों और अपने परिवार तथा समुदाय को भी इससे दूर रखें।
अनुमंडल पदाधिकारी ने क्षेत्र के मुखिया को निर्देशित किया कि वे लोगों को वैकल्पिक खेती के प्रति जागरूक करें और अपने अपने क्षेत्र में वैकल्पिक खेती को बढ़ावा दें। जिला प्रशासन द्वारा अफीम विनष्टीकरण के बाद वैकल्पिक खेती जैसे मत्स्य पालन, पशुपालन और अन्य कृषि कार्यों को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं तैयार की गई हैं। जिला कृषि पदाधिकारी अन्य संबंधित पदाधिकारी को बीज उपलब्ध कराने एवं क्षेत्र विशेष के अनुसार खेती की योजनाएं बनाने का निर्देश दिया गया।
प्रशासन द्वारा अवैध अफीम की खेती पर पूर्णतः रोक लगाने और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए ठोस रणनीतियाँ बनाई गई हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों के सहयोग से यह सुनिश्चित किया जा रहा कि क्षेत्र में कानून का पूर्णतः पालन हो और अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।
बैठक में मुख्य रूप से अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी खूँटी, जिला कृषि पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।