जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत चयनित ग्रामों में विशेष शिविर का आयोजन
खूंटी: भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा आदिवासी समुदायों को समग्र विकास की मुख्यधारा से जोड़ने हेतु धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत वित्तीय वर्ष 2024-25 से की गई है, जो 2028-29 तक चरणबद्ध रूप से क्रियान्वित की जाएगी। उक्त विषय के संबंध में आज उप विकास आयुक्त श्याम नारायण राम एवं परियोजना निदेशक आईटीडीए आलोक शिकारी कच्छप द्वारा संयुक्त रूप से समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया प्रतिनिधियों को विस्तार से जानकारी दी गई।
आगे उन्होंने बताया कि इस महत्त्वाकांक्षी अभियान का उद्देश्य जनजातीय बहुल क्षेत्रों में बुनियादी नागरिक सुविधाओं का संतृप्तिकरण करना है। इसमें सड़क, पेयजल, स्वास्थ्य, दूरसंचार, बिजली, आवास सहित आधार कार्ड, राशन कार्ड, आयुष्मान भारत कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, किसान क्रेडिट कार्ड, पीएम-किसान, जनधन खाता, बीमा योजनाएं सामाजिक सुरक्षा पेंशन, रोजगार योजनाएँ, पीएम-विश्वकर्मा, मुद्रा ऋण), महिला एवं बाल कल्याण योजनाएँ टीकाकरण), नया गैस कनेक्शन आदि शामिल हैं।
खूँटी जिले में ऐसे 403 गाँवों को चयनित किया गया है। जहां 500 या 500 से अधिक की जन संख्या हो या जहां 50 प्रतिशत जनसंख्या अनुसूचित जनजाति (ST) की है। इन गाँवों को अभियान के अंतर्गत विकास की योजनाओं से पूर्ण रूप से आच्छादित किया जाएगा।
14 मई 2025 को जिला स्तर पर एक कार्यशाला एवं समिति की बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें सभी विभागों को स्पष्ट लक्ष्य निर्धारण के साथ योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्देश दिया गया। इसी क्रम में प्रखण्ड स्तर पर 19 से 24 मई 2025 के बीच कार्यशालाओं एवं समितियों की बैठकें सम्पन्न की गईं, जहाँ विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने का निर्देश प्राप्त हुआ।
अभियान के अंतर्गत, चयनित ग्रामों/क्लस्टरों में योजनाओं की पहुँच सुनिश्चित करने हेतु 15 जून 2025 से 30 जून 2025 तक विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों के माध्यम से विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे समुदायों तक पहुँचाया जाएगा।
जिला प्रशासन, खूँटी द्वारा सभी चयनित ग्रामों के नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे इन विशेष शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर उपलब्ध सुविधाओं का लाभ उठाएँ।

