अड़की और मुरहू में सिकल सेल अनीमिया जागरूकता शिविर सह कार्यशाला का आयोजन
खूंटी : उपायुक्त शशि रंजन के निर्देश पर जिले में लोगों को थैलेसिमिया – सिकल सेल बीमारी को लेकर जागरूक करने के उद्देश्य से अड़की एवं मुरहू प्रखंड में जागरूकता शिविर सह कार्यशाला का आयोजन किया गया।
ग्रामीण जानकारी के आभाव में थेलेसिमिया सिकल सेल बीमारी का समुचित उपचार नहीं कर पा रहें हैं।
प्रखण्ड स्तर पर लोगों को जागरूक एवं स्क्रीनिंग हेतु प्रखण्डवार बैठक आयोजित कर प्रखण्ड प्रमुख, मुखिया, स्वास्थ्य कर्मी (ए0एन0एम0 एम0पी0डब्ल्यू0 एवं सी०एच०ओ०). JSLPS स्वयं सहायता समूह की महिलाएं, स्वास्थ्य सहियाओं एवं आंगनबाडी सेविका तथा सहायिका को क्षेत्र में काउन्सलिंग करने हेतु प्रशिक्षण दिए जाने का निर्देश उपायुक्त द्वारा दिया गया है, जो क्षेत्र में लोगों को थेलेसिमिया- सिकल सेल बीमारी का समुचित उपचार आदि हेतु काउन्सलिंग कर लोगों को जागरूक करेंगें।
प्रखण्डवार निर्धारित प्रशिक्षण हेतु समिति गठित की गई है। इसमें उप विकास आयुक्त, खूँटी, सिविल सर्जन, खूँटी, संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास की रूपरेखा, संबंधित प्रखण्ड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सदर अस्पताल, खूँटी से एक वरीय चिकित्सक एवं एक काउंसलर, अमिता यादव , आशिष वर्मा हैं।
प्रखण्डवार प्रशिक्षण की तिथि निम्न प्रकार है –
- दिनांक 17.04.2023 को प्रातः 10:30 बजे से अड़की प्रखंड कार्यालय परिसर.
- दिनांक 17.04.2023 को अपराह्न 2 बजे से मुरहू प्रखंड कार्यालय परिसर.
- दिनांक 18.04.2023 को प्रातः 10:30 बजे से तोरपा प्रखंड कार्यालय परिसर.
- दिनांक 18.04.2023 को अपराह्न 2 बजे से कर्रा प्रखंड कार्यालय परिसर.
- दिनांक 20.04.2023 को प्रातः 10:30 बजे से रनिया प्रखंड कार्यालय परिसर.
- दिनांक 20.04.2023 को अपराह्न 2 बजे से खूंटी प्रखंड कार्यालय परिसर.
पिरामल संस्था के प्रतिनिधियों ने स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया। अड़की एवं मुरहू प्रखंड में आयोजित जागरूकता शिविर में उप विकास आयुक्त उपस्थित हुए।
इससे सिकल सेल अनीमिया को लेकर जिले में समुदाय आधारित स्क्रीनिंग, सिकलसेल बीमारी की जागरूकता और रेफरल की दिशा में कार्य किए जायेंगे।
कार्यशाला के दौरान सिकल सेल जांच व बीमारी से संबंधित आवश्यक जानकारी साझा की गई।
मौके पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि आनुवांशिक रोग सिकिल सेल अनीमिया की जाँच के लिए, निःशुल्क रक्त परीक्षण कैंप लगाए जायेंगे। इससे संबंधित जागरूकता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि अपने स्तर से लोगों को जागरूक करें। जरूरी है कि ग्रामीणों को सिकल सेल की बीमारी संबंधित पूर्ण जानकारी हो ताकि ससमय उचित उपचार सुनिश्चित हो सके।