प्रकृति की उपासना का पर्व है सरहुल : मगन
रजरप्पा धर्मशाला व अष्ट मंदिर के समीप स्थित सरना स्थल में सरहुल महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मांझी हड़ाम मगन मरांडी व विशिष्ट अतिथि परणिक हड़ाम किशुन मुर्मू, झामुमो नेता सह 20 सूत्री सदस्य जगरनाथ महतो मौजूद थे। मौके पर मुख्य अतिथि ने कहा की प्रकृति की उपासना का पर्व सरहुल है। सरहुल हमे पेड़ पौधों की पूजा करने की सीख देता है। क्योंकि पेड़ पौधे हमे जीवन देने का काम करती है। इससे दौरान अतिथियों का स्वागत सरना समिति के सदस्यों ने पगड़ी पहनाकर किया। इसके बाद मांदर की थाप सभी लोग देर शाम तक झूमते रहे। इससे पूर्व पहान श्याम सुंदर मरांडी द्वारा आदिवासी रीति रिवाज के साथ सरना स्थल में पूजा अर्चना किया गया। ततपश्चात लोगों के बीच प्रसाद का भी वितरण किया गया। कार्यक्रम का संचालन आजसू नेता प्रयाग मांझी ने किया। मौके पर रामदेव मांझी, भारत रविदास, देवकी महतो, शनिचर मांझी, मोतीलाल मांझी, हरिलाल मांझी, मुखलाल मांझी, सुखलाल मुर्मू, रमेश मांझी, सोधन मांझी, कृष्णा किस्कू, मनसु मांझी, महेश्वर मांझी, राजेन्द्र मांझी, कुलेश्वर मांझी, सरकार हांसदा, रूपलाल मांझी, बिकल मांझी, हराधन मांझी, समल मांझी, सुरेश मांझी, प्रभु मांझी सहित कई मौजूद थे।