बिहार में मार्च में ही भीषण गर्मी व लू को लेकर रेड अलर्ट

पटना।बिहार में मार्च में ही भीषण गर्मी व लू को लेकर सरकार ने अलर्ट जारी किया है। राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में पिछले दो दिनों से भीषण गर्मी व लू से आम जनजीवन परेशान है। शुक्रवार को पटना जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। गौरतलब हो कि आगामी भीषण की संभावना को ध्यान में रखते हुए पटना जिलान्तर्गत खराब पड़े चापाकलों की मरम्मति हेतु डीएम पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने सख्त निर्देश जारी किया है।जहां 23 चलंत चापाकल मरम्मति दलों को पटना समाहरणालय से सभी प्रखंडों के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। सभी प्रखण्डों में मरम्मति दल कार्यरत रहेगा। जिसके लिए रोस्टर तैयार कर कार्यालय-आदेश निर्गत किया गया है।
ज़िलाधिकारी ने कहा कि मार्च में ही गर्मी शुरू हो गई है।आगामी बदलते मौसम में पीक टाईम में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना रहती है। भू-गर्भ जल-स्तर भी नीचे जा सकता है। पेयजल की समस्या आने की संभावना रहती है। इसी सब के मद्देनजर मार्च के प्रथम सप्ताह से ही तैयारी शुरू कर दी गयी थी। ताकि पेयजल संकट न हो तथा आम जनता को कोई समस्या न हो। कुल 23 चलंत चापाकल मरम्मति दलों को शुक्रवार को रवाना किया गया। जो सभी 309 पंचायतों में घूम-घूमकर खराब चापाकलों को ठीक करेगा। उन्होंने कहा कि पंचायतों के जन-प्रतिनिधियों से भी आग्रह किया गया है कि खराब चापाकलों की सूची उपलब्ध कराया जाए। ताकि मरम्मति दल द्वारा इसे भी ठीक किया जाए। आम जनता भी टॉल-फ्री नं एवं नियत्रंण कक्षों पर सूचना प्रदान कर सकती है। प्राप्त सूचना के आलोक में खराब चापाकलों को तुरत ठीक किया जाएगा।
डीएम ने कहा कि पूरे जिला में चापाकलों की कुल संख्या 51,000 है। खराब चापाकलों का सर्वेक्षण कराया गया था। इसके अनुसार पटना जिला अन्तर्गत इस वर्ष मरम्मती कराए जाने वाले चापाकलों की संख्या 6,908 है। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों को भी निदेशित किया गया है कि जन-प्रतिनिधियों से संपर्क कर खराब चापाकलों की सूची प्राप्त कर मरम्मति कराएं। जिला प्रशासन का प्रयास है कि जिला में एक भी चापाकल खराब नहीं रहे। चापाकल मरम्मति दल द्वारा प्रखंडों के सभी पंचायतों में घूम-घूमकर खराब चापाकलों की मरम्मति की जाएगी।
डीएम ने कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व एवं पटना पश्चिम को निदेश दिया कि मरम्मति के उपरांत सभी मरम्मति कराये गये चापाकल का सोशल सर्टिफिकेशन कराया जाए, स्थानीय लाभार्थी से सत्यापन भी कराया जाए एवं उनका फीडबैक भी प्राप्त किया जाए।
जिलाधिकारी के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल, पटना पूर्व एवं पश्चिम द्वारा हर घर नल का जल, मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, चापाकल मरम्मति एवं पेयजल समस्या से संबंधित शिकायत दर्ज करने के लिए टॉल-फ्री नं. के अतिरिक्त जिला नियत्रंण कक्ष स्थापित किया गया है जिस पर शिकायत दर्ज की जा सकती है। यह सुबह 10 बजे से शाम 06 बजे तक कार्यरत रहता है। कोई भी व्यक्ति निम्नांकित दूरभाष पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व, पटना -0612-2225796
लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पश्चिम, पटना -0612-2280879
ज़िलाधिकारी ने कहा कि आगामी गर्मी को ध्यान मे रखते हुए चापाकलों की मरम्मति हेतु विशेष अभियान चलाया जा रहा है। संपूर्ण जिला में चलन्त चापाकल मरम्मत दल (मोबाईल हैंडपंप रिपेयरिंग टीम) क्रियाशील है। कहीं भी ख़राब चापाकलों की सूचना, हर घर नल का जल तथा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के संबंध में जिला नियत्रंण कक्ष (लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व -0612-2225796 तथा लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पश्चिम -0612-2280879) पर सुबह 10 बजे से शाम 06 बजे तक सूचना एवं शिकायत दर्ज की जा सकती है। इसके अतिरिक्त लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के टॉल-फ्री नं.: 18001231121, 155367 या 18003451121 पर भी 6 बजे पूर्वाह्न से 8 बजे रात्रि तक शिकायत दर्ज की जा सकती है। जिलाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंताओं को पेयजलापूर्ति के अनुश्रवण, मरम्मति एवं संपोषण के बारे में प्राप्त शिकायत एवं सुझाव पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
आज के इस समीक्षा में जिलाधिकारी के साथ कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पश्चिम; कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य प्रमंडल, पटना पूर्व एवं अन्य भी उपस्थित थे।

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