बाजार में 500 के नकली नोटों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल, आरबीआई का दावा
मुंबई : भारतीय बाजारों में असली के साथ बड़ी संख्या में नकली नोटों का भी इस्तेमाल हो रहा है. इसबात की आरबीआई ने भी अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया है.
आरबीआई के मुताबिक एक साल में 500 रुपये के नकली नोट दोगुने हो गए हैं। पिछले साल की तुलना में केंद्रीय बैंक ने 500 रुपये के 101.9 फीसदी और 2,000 रुपये के 54.16 फीसदी ज्यादा नोटों का पता लगाया है जो सरकार के लिए चिंता का विषय है।
भारत भले ही कैशलेस भुगतान के बढ़ते चलन की ओर बढ़ रहा है, मगर आज के वक्त में 100 रुपये का नोट नकद लेनदेन के लिए सबसे पसंदीदा बना हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के मुताबिक लेनदेन के लिए 2,000 रुपये के नोट कम पसंद किए जाते हैं जबकि 500 रुपये के नोट का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। बात की जाए असली और फर्जी नोटो की पहचान करने की तो भारत में लगभग 3 प्रतिशत लोग इनकी पहचान कर पाने में पूरी तरह से असमर्थ हैं, तो वहीं 97 प्रतिशत लोग केवल महात्मा गांधी की तस्वीर, वॉटरमार्क या सुरक्षा धागे से अवगत हैं।
पिछले साल के मुकाबले 10 रुपये के नकली नोटों में 16.4% और 20 रुपये के नोटों में 16.5% की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा 200 रुपये के नकली नोटों में 11.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अच्छी बात यह है कि पिछले साल के आंकड़ों को देखें तो इस वित्तीय वर्ष में 50 रुपये के नकली नोटों में 28.7% और 100 रुपये के नकली नोटों में 16.7 फीसदी की गिरावट आई है।