रांची से रामटहल चौधरी कांग्रेस के टिकट पर ठोक सकते हैं ताल,बीजेपी के संजय सेठ की राह होगी मुश्किल
रांची:लोकसभा चुनाव में महागठबंधन से प्रत्याशियों के नाम की घोषणा अबतक नहीं होने से सियासी बाजार में कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है। एनडीए और इंडिया गठबंधन में पैराशूट से आने वाले राजनीतिक पार्टी का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। पहले कांग्रेस से सांसद गीता कोड़ा भाजपा में जाकर लेंड की तो भाजपा से जेपी पटेल कांग्रेस में लैंड कर गए और टिकट मिल गया।
इसी क्रम में भाजपा नेता सह पूर्व सांसद राम टहल चौधरी टिकट पाने के लिए कांग्रेस का दामन थामने के लिए कतार में हैं। यही नहीं रविंद्र पांडे जो गिरीडीह से भाजपा के सांसद थे,वे भी धनबाद से टिकट पाने के लिए पंजा का दामन थामने को तैयार है।
उधर गठबंधन में चतरा और पलामू सीट का पेंच भी फंसा हुआ है।
चतरा सीट पर पूर्व केंद्रीय मंत्री नागमणि कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में उतरने को तैयार हैं। उन्होंने राहुल गांधी से दिल्ली में इस संबंध में मुलाकात कर लिया है। चतरा सीट पर राजद कोटे से मंत्री सत्यानंद भोक्ता अपने आप को प्रत्याशी घोषित कर चुके हैं और चुनाव प्रचार कर रहे हैं।
झामुमो कांग्रेस की नीति से परेशान हैं।
आज शाम तक स्थिति स्पष्ट नहीं हुई तो लोकसभा चुनाव में महागठबंधन कई सीटों पर फ्रेंडली फाइट कर सकता है।
यदि ऐसे हुआ तो टिकट की आस में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत को कांग्रेस टिकट नहीं देती है तो वे किसी अन्य पार्टी से खड़ा न हो जाए।
बहाहरल अब समय का इंतजार करना होगा।
एआईएमआईएम भी तीन सीटों पर उम्मीदवार देने की घोषणा कर चुका है।