राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने सीएसआर निधि से सम्बंधित राज्यसभा में सवाल पूछे
रांची :झारखंड़ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने राज्यसभा में अपने अतारांकित प्रश्न के माध्यम से केंद्र सरकार में कारपोरेट कार्य मंत्री से झारखंड में कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) निधि का उपयोग करने वाली शीर्ष कंपनियों के नाम और उनके द्वारा व्यय की गई धनराशि की जानकारी चाही.
श्री प्रकाश ने सीएसआर निधि का उपयोग झारखंड़ में शिक्षा, स्वास्थ्य ओर पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में किया जा रहा है अथवा नहीं तथा इसके लिए अलग से सीएसआर संबंधी योजनाएं की जानकारी मांगी.श्री प्रकाश के सवालों के जबाब में कारपोरेट कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने बताया कि कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135, अधिनियम की अनुसूची VII और सीएसआर नीति , 2014 के अंतर्गत कारपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के लिए कानूनी ढांचा प्रदान किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक कंपनी जिसका तत्काल पूर्ववर्ती वित्तीय वर्ष के दौरान निवेश मूल्य 500 करोड़ रुपये या उससे अधिक है या टर्नओवर 1000 करोड़ रुपये या उससे अधिक है या शुद्ध लाभ 5 करोड़ रुपये या उससे अधिक है, यह सुनिश्चित करेगी कि वह प्रत्येक वित्तीय वर्ष में अधिनियम की अनुसूची VII में निर्दिष्ट क्षेत्रों या विषयों पर कंपनी द्वारा तत्काल पूर्ववर्ती तीन वित्तीय वर्षों के दौरान अर्जित औसत शुद्ध लाभ का कम से कम 2% व्यय करे।
उन्होंने बताया कि एमसीए 21 रजिस्ट्री में कंपनियों द्वारा की गई वार्षिक फाइलिंग के आधार पर, पिछले तीन वित्तीय वर्षों (वित्त वर्ष) 2020-21 से लेकर 2023- 24 तक कुल 24 क्षेत्रों में 808 करोड़ रुपये खर्च की गई. जिसमे से शिक्षा के क्षेत्र में 163.15 करोड़,स्वास्थ्य के क्षेत्र में 192.43 करोड़ एवम पर्यावरण के क्षेत्र में 63.09 करोड़ रुपये खर्च की गयी है.
श्री मल्होत्रा ने बताया कि भारत की 10 शीर्ष कंपनी एचडीएफसी 803.15 करोड़, टाटा कंसलटेंसी सर्विस लिमिटेड 774.44 करोड़, रिलायंस इंडस्ट्रीज 743.4 करोड़,आईसीआईसीआई 476.5 करोड़,टाटा स्टील लिमिटेड 475.41 करोड़, ओएनजीसी 453.68 करोड़, इंफोसिस 390.17 करोड़,आईटीसी 322.69 करोड़, एनटीपीसी 319.98 करोड़, पावर ग्रिड कॉरपोरेशन आफ इंडिया 310.51 करोड़ की राशि पिछले वितीय तीन वर्षों में सबसे ज्यादा खर्च करने वाली कम्पनी हैं.
वही झारखंड़ में वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 388.35 करोड़ की राशि शिक्षा,स्वास्थ्य एवम पर्यावरण के क्षेत्र में खर्च की गई. सबसे ज्यादा राशि देने वाली कम्पनी है एचडीएफसी 86.41 करोड़,टाटा स्टील लिमिटेड 67.66 करोड़ एवं सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड 34.72 करोड़.
श्री मल्होत्रा ने आगे बताया कि अधिनियम के अनुसार किसी भी राज्य के लिए अलग से सीएसआर से संबंधित योजनाओं का प्रावधान नहीं है.