वर्षा जल संचयन जल संकट से निवारण का बेहतरीन उपाय : सकलदीप भगत
खूंटी: मुरहू स्थित श्योर सक्सेस कोचिंग केंद्र में वर्षा जल संचयन को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई जिसका मुख्य उद्देश्य वर्षा जल संचयन के प्रति लोगों को जागरूक करना था। कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं के ग्रुप ने वर्षा जल संचयन पर आधारित मॉडल बना बनाकर इसे प्रदर्शित किया। साथ ही इसके महत्व से छात्र-छात्राओं को रूबरू कराया। तमन्ना ग्रुप, कंचन ग्रुप, गोल्डन ग्रुप एवं राजवीर एवं आर्यन ग्रुप को बेहतरीन मॉडल प्रदर्शित करने के लिए पुरस्कृत भी किया गया।। कार्यक्रम के दौरान संस्थान के निदेशक सकलदीप भगत ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा धरती पर बारिश की हर बूंद लोगों के लिये भगवान के आर्शीवाद के समान है। ताजे बारिश का पानी जमीन पर मोती के समान गिरता है, इसलिये विकासशील क्षेत्रों और प्राकृतिक जल संसाधनों की कमी वाले ग्रामीण क्षेत्रों में खासतौर से बारिश के पानी के महत्व को हर एक को समझना चाहिये। छतों पर और सड़कों के किनारे बह रहे वर्षा के जल को बिना बर्बाद किये इकट्ठा करने की कोशिश करनी चाहिये। भविष्य में जल संकट को रोकने के लिए वर्षा जल संचयन अत्यंत जरूरी है ।विश्व में उपस्थित एक तिहाई जल स्रोतों में कुछ ही भाग जल पीने योग्य है इसीलिए भविष्य को देखते हुए वर्षा जल संचयन करना हम सबों की नैतिक जिम्मेदारी है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों ने एक स्वर में जल संचयन पर विशेष जोर देने की बात कही।। इस मौके पर सभी छात्र-छात्राओं के साथ-साथ शिक्षिका रागिनी एवं शमिता मौजूद थी।