आस्ट्रिक कम्प्यूटर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लोवाडीह आस्ट्रिक ट्रेनिंग सेंटर पर कार्यक्रम का आयोजन

रांची: बिहार के लिये आईटी के आयाम को नया दिशा दिखाने वाली पूर्वी भारत की अग्रणी आईटी कंपनी आस्ट्रिक कम्प्यूटर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लोवाडीह, झारखंड में स्थित आस्ट्रिक ट्रेनिंग सेंटर पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस ट्रेनिंग सेंटर पर भारत सरकार की अग्रणी स्कीम दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत 18 वर्ष से ऊपर की बच्चियों को डाटा इंट्री ऑपरेटर का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस प्रशिक्षण को सफलता पूर्वक पूरा करने के बाद इन प्रशिक्षणार्थियों को प्लेसमेंट भी दिया जायेगा। इस कार्यक्रम में आस्ट्रिक ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री प्रभात कुमार सिन्हा, डायरेक्टर श्रीमती रिमझिम सिंह, आयुषि वार्षिका, कौशल निदेशक श्री संजय रंजन, बीसीसीएल के जीएम श्री बीरेन्द्र कुमार सिन्हा और झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के स्टेट प्रोजेक्ट मैनेजर मोहम्मद हसनैन वारसी इत्यादि उपस्थित थे. इस मौके पर प्रशिक्षणार्थियों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर अपने हुनर का परिचय दिया. इस मौके पर श्री प्रभात कुमार सिन्हा ने अपने विचार रखे एवं कहा की आस्ट्रिक कंपनी क्वालिटी ट्रेनिंग के लिए प्रतिबद्ध है अगर झारखण्ड सरकार से और काम मिला तो यहाँ पर और ट्रेनिंग सेंटर विकसित करेंगे. मोहम्मद हसनैन वारसी ने ट्रेनिंग सेंटर एवं यहाँ होने वाले क्वालिटी ट्रेनिंग की खुलकर सराहना की एवं भविष्य में हर संभव मदद का वादा किया।
आस्ट्रिक ग्रुप के फाउंडर श्री प्रभात कुमार सिन्हा ने अपने सम्बोधन में आस्ट्रिक ग्रुप का विज़न एवं मिशन बताते हुए बिहार और झारखंड के युवाओं के ट्रांसफॉर्मेशन के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई एवं अपनी सहयोगी कंपनियों को भी अवसर प्रदान किया की वो बिहार की शिक्षा वयवस्था की सुधार की दिशा में बेहतर से बेहतर तकनीक का उपयोग कर यहाँ के युवाओं को लाभान्वित करें। दुनिया तेज़ी से बिग डाटा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म्स, नेट्वर्क, साइबर सिक्यूरिटी, ब्लॉकचेन, डिजिटल सिक्यूरिटी की ओर अग्रसर है, हमें कदम से कदम मिलकर चलने की ज़रूरत है। आस्ट्रिक ग्रुप के प्रोजेक्ट मैनेजर एवं कौशल निदेशक श्री संजय रंजन ने उपस्थित गणमान्य अतिथियों को धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि आस्ट्रिक कम्प्यूटर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना के 30 वर्ष पूरे हो चुके हैं।

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