पीएम नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन स्कीम की शुरुआत की

रांची: पीएम नरेंद्र मोदी रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमृत भारत स्टेशन स्कीम की शुरुआत की। इसके तहत देश भर के 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास किया जाएगा।इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि विकसित होने के लक्ष्य की तरफ कदम बढ़ा रहा भारत अपने अमृत काल के प्रारंभ में है। नई ऊर्जा, प्ररेणा, संकल्प है। भारतीय रेल के इतिहास में भी एक नए अध्याय की शुरूआत हो रही है। भारत के करीब 1300 प्रमुख रेलवे स्टेशन अब अमृत भारत रेलवे स्टेशन के तौर पर विकसित किए जाएंगे और उनका पुनर्विकास आधुनिकता के साथ होगा। उन्होंने कहा कि इससे देश के सभी राज्यों को लाभ मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा, “रेलवे में जितना काम हुआ है, वह हर किसी को प्रसन्न और हैरान करती है। दुनिया में दक्षिण अफ्रीफा, यूक्रेन, पोलैंड, यूके और स्वीडन जैसे देशों में जितना रेल नेटवर्क है उससे अधिक रेल ट्रैक हमारे देश में इन 9 वर्षों में बिछाए गए हैं। साउथ कोरिया, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में कुल जितना रेल ट्रैक है उससे अधिक रेल ट्रैक भारत में अकेले पिछले साल बनाए हैं।
राज्यपाल सीपी जोशी ने कहा कि देशभर में रेलवे स्टेशनों का शिलान्यास समारोह ऐतिहासिक अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो  रहा है। करोड़ रुपये की लागत से किए जाने वाला पुनर्विकास देश में रेल बुनियादी ढांचे की कल्पना में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा।।इसका लाभ रेलवे यात्रियों को मिलेगा। परियोजना पूरी होने पर लोगों को अभी और पुनर्विकास के बाद के रेलवे स्टेशन में बदलाव नजर आएगे। हटिया स्टेशन को 355 करोड़ की लगात से पुनर्विकास  किया जा रहा है। दो से तीन  साल में स्टेशन का स्वरुप और वर्ल्ड क्लास सुविधा यात्रियों को मिलने लगेगी। सकारात्मक विकास के बदलाव में समय लगता है। पहले रेलवे ट्रैक पर  गंदा पड़ा रहता था, लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है। बदवाल हो रहे है। आने वाले दो से तीन साल में इसका लाभ पूरे देश में देखने को मिलेगा।
झारखंड में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हटिया और पिस्का स्टेशनों समेत 20 स्टेशनों का पुनर्विकास होगा।  इन योजनाओं में 505.2 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिसके तहत झारखंड के बोकारो स्टील सिटी में 33. 5 करोड़, बरकाकाना रेलवे स्टेशन में 32. 6 करोड, नेताजी सुभाष चंद्र बोस गोमो जंक्शन में 32. 4 करोड़, घाटशिला में 130 करोड़, पारसनाथ स्टेशन में 30. 4 करोड और कोडरमा स्टेशन 30.3 करोड़ समेत अन्य रेलवे स्टेशनों को करोड़ो की लागत से पुनर्विकास किया जाएगा। इसका सीधा लाभ रेल यात्रियों को मिलेगा। 

नेट जीरो पर चलेगी रेलवे
पीएम मोदी ने कहा कि 2030 तक भारत एक ऐसा देश होगा जिसकी रेलवे नेट जीरो उत्सर्जन पर चलेगी। हमारा जोर भारतीय रेलवे को आधुनिक बनाने के साथ ही पर्यावरण फ्रेंडली बनाने पर भी है। जल्द भारत के शत प्रतिशत रेलवे ट्रैक इलैक्ट्रीफाइड होने जा रहे हैं। बिजली बनाने वाले रेलवे स्टेशनों का संख्या भी 1200 से ज्यादा हो गई है। हमारा लक्ष्य यही है कि आने वाले समय में सभी स्टेशन ग्रीन एनर्जी बनाए।

508 स्टेशनों की बदलेगी सूरत
ये 508 स्टेशन 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं। जिनमें उत्तर प्रदेश और राजस्थान में 55-55, बिहार में 49, महाराष्ट्र में 44, पश्चिम बंगाल में 37, मध्य प्रदेश में 34, असम में 32, ओडिशा में 25, पंजाब में 22 स्टेशन, गुजरात में 21, तेलंगाना 21, झारखंड में 20, आंध्र प्रदेश में 18, तमिलनाडु में 18, हरियाणा में 15, कर्नाटक में 13 समेत अन्य राज्यों के स्टेशन शामिल हैं।

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