पहलगाम आतंकी हमला इंसानियत को झकझोर देने वाली त्रासदी, शोकाकुल परिवारों के साथ हूँ: दीपिका पाण्डेय सिंह
रांची: पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में निर्दोष पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से मन गहरे शोक और आक्रोश से भरा हुआ है। यह हमला केवल कुछ व्यक्तियों पर नहीं, बल्कि हमारे समाज, हमारी इंसानियत और हमारे साझा मूल्यों पर सीधा वार है।
जो लोग छुट्टियां मनाने, सुकून के कुछ पल जीने पहलगाम पहुंचे थे, उन्हें इस क्रूरता का शिकार बनाना कायरता की पराकाष्ठा है। इस निर्मम हमले में जान गंवाने वालों को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि और उनके परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं।
इस दुख की घड़ी में मैं पूरे दिल से शोकसंतप्त परिवारों के साथ खड़ी हूँ। यह एक ऐसा ज़ख्म है जिसे शब्दों से नहीं भरा जा सकता।
मैं केंद्र सरकार से अपील करती हूँ कि इस घिनौने कृत्य में शामिल आतंकियों को तत्काल पकड़कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि इस देश की हर नागरिक को न्याय और सुरक्षा का भरोसा मिल सके।
आतंक के खिलाफ हमारी लड़ाई और भी सशक्त होगी — यह संकल्प है, डरने का नहीं, डट कर खड़े होने का समय है।

