निर्माणाधीन श्री श्याम मंदिर में रंगीला फागुन महोत्सव का किया आयोजन
रामगढ़।सोमवार को स्थानीय निर्माणाधीन श्री श्याम मंदिर में रंगीला फागुन महोत्सव का आयोजन श्याम प्रभु की ज्योति प्रज्वलन के साथ आरंभ हुआ। पंडित बनवारी लाल शर्मा ने दीप प्रज्वलित कर यजमान राजू चौधरी एवं राजकुमार अग्रवाल ने पूजन करवाया। तत्पश्चात स्थानीय श्री श्याम सेवा समिति ट्रस्ट के कलाकार कमल बगड़िया,विष्णु शर्मा एवं संयोजक सुशील गर्ग ने मिलकर श्री श्याम चौरासी का पाठ किया एवं गणेश वंदना के साथ पंच प्रभु का आरंभिक गुणगान किया। भजनों की इस श्रृंखला में कलकत्ता से पधारे रोहित शर्मा ने अपने मीठे मीठे भजनों से भक्तों के दिल को झुमाया एवं श्याम प्रभु की अर्चना अपने मधुर स्वरों से की। रात्रि के दूसरे पहर में जयपुर से आए चैतन्य दधीच अपने भजनों से भक्तों के बीच श्याम प्रभु का गुणगान कर भक्तों को नृत्य करने पर विवश कर दिया। ढप और ढोल के साथ राजस्थान की धरती से रचित एक से एक धमाल प्रस्तुति की। म्हारा श्याम धणी पलकां खोलो जी, गलती तेरी है सरकार फागण दिखा दियो एक बार, घुंघटियो आडे आग्यो जी, मीठे रस से भरो री राधा रानी लागे, गर जोर मेरो चाले हीरा मोतिया से नजर उतार दूं,। इस तरह अनेक भजनों की प्रस्तुति से उन्होंने भक्तों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया। रामगढ़ के आसपास के इलाकों से रांची बरकाकाना,भुरकुंडा,पतरातू, बोकारो, धनबाद, हजारीबाग ,कुजू क्षेत्र से अनेक भक्तगण इस कार्यक्रम में शामिल हुए। रात्रि में श्याम प्रभु को थाली भरकर लाई रे खीचड़ो के भजन के माध्यम से भोग लगाया गया। अनेक भक्तों ने बाबा को सवामणि का भोग एवं बाबा का शृंगार करवा कर अपने जीवन को सफल बनाया। बाहर से आए हुए कलाकारों ने बाबा की पुष्प सज्जा की। श्रीश्याम सेवा समिति ट्रस्ट के सभी सदस्य पूरे मनोयोग से इस कार्य में लगे रहे। सैकड़ों भक्तों ने बाबा के भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इत्र और फूलों की खुशबू से पूरा दरबार मस्ती के आलम में डूब गया। मध्य रात्रि में बाबा का जन्मदिन का केक काटा गया। रात्रि में आरती के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।यह जानकारी प्रेस प्रवक्ता कमल बगड़िया ने दी।

