घरेलू कामगारों के अधिकारों पर जिला स्तरीय संगोष्ठी का अयोजन
रांची: रांची जिले के लोक स्वर संगठन, झारखण्ड एंटी ट्रफिककिंग नेटवर्क एवं ग्लोबल फण्ड फॉर वीमेन के सयुंक्त तत्वाधान में मंगलवार को घरेलू कामगारों की स्थिति, उनके अधिकार, सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइल, काम और रोजगार, छुट्टी और लाभ, सम्मान और गरिमा, शारीरिक और यौन उत्पीड़न और नियोक्ताओं के दृष्टिकोण पर रांची हुलहुण्डू में स्थित रॉयल होटल के सभागार में जिला स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
संगोष्ठी का उद्देश्य घरेलू कामगारों, नियोक्ताओं और नीति निर्माताओं को घरेलू काम से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने और घरेलू कामगारों के अधिकारों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए एक मंच प्रदान करना था। संगोष्ठी निम्नलिखित विषयों पर केंद्रित रही :-
• घरेलू कामगारों के अधिकार और हकदारी
• घरेलू कामगारों का सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइल
• घरेलू कामगारों का काम और रोजगार
• घरेलू कामगारों की छुट्टी और लाभ
• घरेलू कामगारों का सम्मान और प्रतिष्ठा
• घरेलू कामगारों का शारीरिक और यौन उत्पीड़न
• घरेलू काम पर नियोक्ताओं का दृष्टिकोण
संगोष्ठी में स्थानीय गैर सरकारी संगठनों, नियोक्ताओं और घरेलू कामगारों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। विशेषज्ञ पैनल में स्पार्क के प्रतिनिधि, स्थानीय एनजीओ, नियोक्ता और स्थानीय स्वशासन के प्रतिनिधि शामिल हुए ।
ज्ञात हो की भूतपूर्व में भी मंच द्वारा घरेलु कामगारों के स्तिथि की जानकारी के लिए झारखण्ड राज्य के 13 जिलों में सर्वेक्छण किया गया था तथा राज्य सत्तर पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की गए थी /
संगोष्ठी का समापन जिले में घरेलू कामगारों के लिए बेहतर कामकाजी माहौल बनाने के तरीके पर चर्चा के साथ हुई । कार्यक्रम को सफल बनाने में लोक स्वर संसथान की सचिव शालिनी संवेदना , कार्यक्रम संचालक गुंजन बेदिआ, प्रिंस कुणाल, स्पार्क संस्था से मोहम्मद शमशाद एवं मोहम्मद मुर्तज़ा जी का विशेष योगदान रहा ।