किसान पाठशाला में किसानों को मशरूम उत्पादन का प्रशिक्षण और मशरूम किट दिया गया
खूंटी: कर्रा के किसान पाठशाला में किसानों के लिए मशरूम उत्पादन से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए गए। कर्रा किसान पाठशाला में किसानों को मशरूम उत्पादन को लेकर प्रशिक्षित किया गया।
ऑयस्टर मशरूम की खेती को लेकर 90 किसानों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हो चुका है। किसानों को ऑयस्टर मशरूम के बैग उपलब्ध कराए गए।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कर्रा के कूदा, हसबेरा व कोसंबी गांव के किसान शामिल हुए।
ऑयस्टर मशरूम की खेती पर किसान पाठशाला कर्रा में दो सत्र के 5-5 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी।
मशरूम उत्पादन की विभिन्न जानकारियों से किसानों को अवगत कराया गया है। साथ ही ऑयस्टर मशरूम की पैदावार व इससे होने वाले मुनाफे की जानकारी व इसके बाजार उपलब्धता की जानकारी भी दी गयी है। इस दौरान बताया गया कि मशरूम की खेती अपनाने के बाद अच्छी आमदनी भी होती है।
मशरूम एक उच्च उपज और तेजी से बढ़ने वाली फसल है और पोटेशियम, लौह, प्रोटीन इत्यादि का बड़ा स्रोत है । उपलब्ध संसाधनों, विपणन अवसर इत्यादि की उपलब्धता को ध्यान में रखते हुए पलाश ब्रांड के तहत पैकेजिंग करने की है योजना है।
इस दौरान किसानों ने मत्स्य पालन, मुर्गीपालन, बकरीपालन, कटकनाथ मुर्गे, बतख पालन हेतु शेड का निर्माण एवं अन्य कार्यों का अवलोकन लिया। मधुमक्खी पालन के सम्बंध में जानकारियां दी गयी।
कर्रा प्रखण्ड के समेकित आजीविका कृषि प्रणाली के भ्रमण के दौरान उन्हें कई योजनाओं के सम्बंध में भी जानकारी दी गयी।
इस दौरान किसानों को कृषि गतिविधियों से जुड़ने के संबंध में जानकारी दी। किसान पाठशाला के भ्रमण के दौरान विभिन्न तकनीकों व आधुनिक खेती की जानकारी दी गई।
साथ ही किसानों के लिए कृषि संबंधी कार्य को सरल व सुगम बनाने हेतु उन्हें उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराए जा रहे हैं एवं उनके लिए संसाधनों की उपलब्धता को सरल किया जाएगा।