झारखंड उलगुलान संघ की बैठक में कई मुद्दे पर चर्चा
तोरपा : झारखंड उलगुलान संघ के केंद्रीय समिति की बैठक मंगलवार को कोरला-डांड़टोली में संयोजक अलेस्टेयर बोदरा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में चिन्ता व्यक्त किया गया कि प्रखण्ड स्तर तथा जिला स्तर पर कई एक बार धरना के माध्यम से झारखण्ड सरकार को ज्ञापन सौंपने के बावजूद आज तक पेशा नियमावली का निर्माण करने, सी.एन.टी एक्ट विरोधी भूमि बैंक नीति को रद्द करने, आनलाईन भू-दस्तावेज के त्रुटियों में सुधार हेतु, भूमि पूल नीति को वापस लेने तथा आदिवासी जमीन एवं लघु खनिज (बालू) के लूट पर रोक लगाने हेतु कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं लिया जाना झारखण्डियों के साथ बहुत बड़ा धोखा है। कोईल कारो जल विद्युत परियोजना को भी हमेशा के लिए रद्द करने पर वर्तमान झारखण्ड सरकार द्वारा गजट अधिसूचना जारी नहीं किया जाना भी किसी अन्याय से कम नहीं है।
चुनाव के समय लोक लुभावन आश्वासन देकर ग्रामीणों से वोट लेने के बाद जन मुद्दों को भुला दिया जाता है। झारखण्ड उलगुलान संघ आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी दल सहित जनप्रतिनिधियों का पर्दाफाश करने काम करेगी।
बैठक में निर्णय लिया गया कि 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस तक झारखण्ड सरकार द्वारा पेसा नियमावली, भूमि बैंक , आनलाईन भू-दस्तावेज में त्रुटि, भूमि पूल, आदिवासी जमीन एवं बालू की लूट तथा कोईल कारो जल विद्युत परियोजना को रद्द करने पर नीतिगत निर्णय नहीं लिया जाता है तो 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के दिन से वीर बिरसा मुंडा की प्रतिमा, बिरसा पार्क, खूंटी के समक्ष आमरण अनशन किया जाएगा।
बैठक में मसीहदास गुड़िया, जोन जुरसन गुड़िया, कुलन पतरस आईन्द, रतन सिंह मुंडा, तिमोथी खलखो एवं निरल तोपनो आदि उपस्थित थे।

