ऐतिहासिक क्षण के गवाह बने लाखो भक्त:557 दिन बाद गुफा से बाहर निकले अंतर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज, किया महापारणा
गिरीडीह :- ऐसा नजारा बिरले ही देखने को मिलता है। हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा और जयकारों के बीच पूरा पारसनाथ गूंज उठा। हो भी क्यों नहीं यह ऐतिहासिक क्षण जो था। 557 दिनों के बाद अंतर्मना आचार्य प्रसन्न सागर जी महाराज 28 जनवरी की सुबह पारसनाथ पर्वत पर महापारणा किये। इसके बाद जयकारों से इलाका गूंज उठा। जैसे ही वे मंदिर की गुफा से बाहर निकले.उनके दर्शन के लिये भीड़ उमड़ पड़ी। देश ही नहीं विदेशों से भी हज़ारों हज़ार लोग यहां पहुचे थे। पालकी से पर्वत से नीचे उतरे और सबका अभिवादन किया। कहते है, कि ऐसी साधना करने वाले भगवान महावीर के बाद एक मात्र दिगंबर संत है। यहां सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था थी। चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात थे।