कुजू पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 50 घंटे के अंदर हत्यारे गिरफ्तार

कुजू : कुज्जू पुलिस ने हत्या के 50 घंटे के अंदर हत्यारे को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। गौरतलब है कि बीते शुक्रवार की रात्रि करीब 07-08 बजे के बीच ग्राम-तिलैया निवासी संजय बेदिया, पिता-शिवनन्दन बेदिया को ग्राम तिलैया, थाना कुज्जू ओ०पी० के पास अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दिया गया था।इस संदर्भ में माण्डू (कुज्जू) थाना काण्ड सं0-197/2024, दिनांक-24.08.2024, धारा-103 (1)/3 (5) बी०एन०एस० एवं धारा-27 आर्म्स एक्ट अंतर्गत दर्ज कर काण्ड का अनुसंधान प्रारंभ किया गया। मामला की गंभीरता एवं संवेदनशीलता के मद्देनजर काण्ड के त्वरित उद्दभेदन एवं अज्ञात अपराधकर्मियों के विरुद्ध सघन छापामारी / गिरफ्तारी हेतु अजय कुमार (भा०पु० से०) पुलिस अधीक्षक, रामगढ़ के द्वारा श्री परमेश्वर प्रसाद, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, रामगढ़ के नेतृत्व में एक SIT टीम का गठन किया गया। पुलिस अधीक्षक, रामगढ़ को इस काण्ड में मिली गुप्त सूचना के आधार पर कि इस घटना को गाँव के लोगों के द्वारा भाडे के अपराधकर्मियों के साथ मिलकर अंजाम दिया गया है। उस दिशा में निर्देशानुसार कार्रवाई करने पर पता चला कि करीब 01 वर्ष पूर्व धर्मेन्द्र बेदिया भारत माला प्रोजेक्ट एवं अन्य सरकार द्वारा अधिगृहित जमीन के एवज में 03 करोड़ रूपया की राशि प्राप्त हुआ था जिसमें मृतक संजय बेदिया को कम राशि दिया गया था जिसमें मृतक के द्वारा और अधिक अपने हिस्से की राशि की मांग किया जाता था परंतु धर्मेन्द्र बेदिया पैसा देना नहीं चाहता था जिस कारण धर्मेन्द्र बेदिया के द्वारा संजय बेदिया का हत्या करवाने के उदेश्य से अपना फुफेरा भाई सुभाष बेदिया जो ग्राम खफिया बरकाकाना का रहने वाला है तथा अपराधी किस्म का है एवं अपराधकर्मियों के संगत में रहता है। सुभाष बेदिया के द्वारा धर्मेन्द्र बेदिया को बताया गया कि जमीन मुआवजा की राशि 02 करोड़ रूपया मिलने की बात संजय को बताना है शेष 01 करोड़ 12 लाख रूपया हमदोनों आपस में बांटेगें। संजय बेदिया को हत्या करवा देने से फिर किसी प्रकार का विवाद नहीं रहेगा जिसके लिए 02 लाख रूपया देना होगा जिसपर धर्मेन्द्र बेदिया राजी हो गया और करीब 25,000 रू सुभाष बेदिया को अग्रीम राशि दे दिया। दिनांक 23.08.2024 को घटना को अंजाम देने के उदेश्य से सुभाष बेदिया अपने सहयोगी अपराधकर्मी करण उराँव, अमन कुमार ठाकुर एवं उमेश बेदिया दो (02) मोटरसाईकिल से ग्राम बोंगावार के पास पहुँच कर धर्मेन्द्र बेदिया को बुलाकर योजना तय किया। अमन कुमार ठाकुर ने संजय बेदिया को कल्याण विभाग का अफसर बताकर फोन किया तथा नया मोड़ आकर मिलने को बोला। नया मोड़ पर हीं धर्मेन्द्र बेदिया ने शूटर अमन ठाकुर, करण उराँव और सुभाष बेदिया के समक्ष संजय बेदिया का पहचान करा दिया उसके बाद वह वहां से अलग हो गया। करीब 07 से 08 बजे के बीच संजय बेदिया मोटरसाईकिल से अपना घर जा रहा था जैसे हीं वह ग्राम तिलैया से आगे बढ़ा कि मोटरसाईकिल सवार अपराधकर्मी अमन ठाकुर ने संजय बेदिया को काफी नजदीक से लगातार तीन गोली मारकर हत्या कर दिया उसके बाद अपराधकर्मी भाग गये। अनुसंधान के क्रम में धर्मेन्द्र बेदिया से सघन पूछताछ करने पर उन्होनें अपना अपराध स्वीकार करते हुए पूरे घटनाक्रम को बताया तथा इनके निशानदेही पर सुभाष बेदिया को, सुभाष बेदिया के निशानदेही पर करण उराँव एवं अमन कुमार ठाकुर को घटना में प्रयुक्त मोटरसाईकिल के साथ तथा धर्मेन्द्र बेदिया, सुभाष बेदिया, करण उराँव के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवं गोली जिसे उमेश बेदिया के पास छिपाकर रखा था को बरामद किया एवं तद्नुसार सभी को गिरफ्तार किया गया।

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