कोयलांचल की बेटी श्रुति सिंह ने ऑस्ट्रिया के अंतरराष्ट्रीय रैंक विश्वविद्यालय में गाड़ा कामयाबी का झंडा
कुल 40 सीट में से भारत से एकमात्र श्रुति का हुआ चयन, बढ़ाया देश का मान
खलारी (गणादेश) : खलारी कोयलांचल की बेटी ने उच्च शिक्षा के लिए यूरोप रवाना होकर क्षेत्र का नाम रौशन किया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 22 जनवरी 2015 को पानीपत, हरियाणा से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरूआत को खलारी जानकी रमण मंदिर मार्ग एसीसी कॉलोनी की बिटिया श्रुति सिंह ने चरितार्थ करके दिखाया है। श्रुति अपनी उच्च शिक्षा के लिए ऑस्ट्रिया (मध्य यूरोप) के सरकारी जोहान्स केप्लर यूनिवर्सिटी लिंज़ में एमएससी मास्टर ऑफ साइंस इकोनॉमी एंड बिजनेस एनालिसिस कोर्स के लिए शनिवार को नई दिल्ली एयरपोर्ट से प्रस्थान की है। इस अंतरराष्ट्रीय रैंक विश्वविद्यालय में शैक्षणिक वर्ष 2024-26 के लिए उपलब्ध 40 सीट में से भारत से एकमात्र श्रुति का ही चयन हो पाया है। भारतीय होने से हमें दुनिया की नजरों में एक विशेष सम्मान और गरिमा मिलती है। हमारी संस्कृति और परंपराएं किसी भी अन्य देश की तुलना में अतुलनीय हैं। जानकारी के मुताबिक श्रुति सिंह एसीसी मिडिल स्कूल खलारी के पूर्व विज्ञान शिक्षक स्व. राधेश्याम सिंह व मीरा देवी की बड़ी पोती है। श्रुति के पिता मुकुल सिंह एवं मां राजमणि सिंह केडी के किडिफाई प्ले स्कूल के निर्देशक व उप निर्देशक है। स्व. राधेश्याम सिंह के दूसरी पोती अवंति सिंह (पिता आशुतोष मां विनिता सिंह) का भी नामांकन एयरोस्पेस इंजीनियरिंग के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनोइस ऐट अर्बाना चैम्पिगन में हुआ हैं। वहीं इनकी बड़ी नतिनी आर्या रंजन (पिता राकेश रंजन एवं मां अन्नपुर्णा सिंह) भी जेएनयू से स्नातक / मास्टर के उपरांत कैट परीक्षा को 99.4 प्रतिशत से क्रैक की है एवं चौथी रिया रंजन भी दिल्ली यूनिवर्सिटी के टॉप कॉलेज में से एक दौलत राम कॉलेज में 97 प्रतिशत अंक लाकर नामांकन ली है। स्व. राधेश्याम सिंह का यह पूरा परिवार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान का सामाजिक बदलाव की एक नई लहर पैदा की है। वहीं बेटियों के इस प्रयासों का सीधा प्रभाव बालिका जन्म दर और शिक्षा दर पर देखने को मिलेगा, जो कि इस क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है। कोयलांचल सहित प्रखंड क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों ने बेटियों के इस सफलता को प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके लिए पीएमओ प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित कर सकते है। इधर चंद्रिका सिंह (नाना), चंद्रकांत सिंह, राणा सिंह, हरेन्द्र सिंह, आशुतोष, राकेश रंजन, आरती, अर्चना, गुंजन सिंह, कमलाकांत मिश्र, सुरेश सिंह, सुनीता, राजवत अवधेश, इत्यादि ने श्रुति के उज्ज्वल भविष्य का कामना करते हुए बधाई दी है।
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