जदयू को झटका,17 नेता रालोजद में शामिल,, उपेंद्र बोले-नीतीश जी पे दया आती है
पटना : विरासत बचाओ यात्रा के पहले चरण के समापन के बाद राष्ट्रीय लोक जनता दल (रालोजद) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पटना पहुंचे। पटना पहुंचे ही उन्होंने जदयू को झटका दे दिया। जदयू के 17 नेताओं को कुशवाहा ने अपनी पार्टी की सदस्यता दिला दी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आपके पार्टी में शामिल होने से दल मजबूत होगा और हम सबलोग मिलकर काम करेंगे। उन्होंने कहा कि जदयू अब बिल्कुल मरणासन्न स्थिति में पहुंच चुका है। इसको इस परिस्थिति में पहुंचाने वाले नीतीश जी के आसपास के दो चार लोग हैं। मैंने तो पार्टी तो छोड़ दी लेकिन पार्टी से ज्यादा मुझे चिंता नीतीश कुमार जी की है। नीतीश कुमार की छवि जिस रूप में हुआ करती थी लेकिन आज उनकी स्थिति कहां पहुंच गई है कि उन्हें देखकर दिल में दया का भाव आता है।
जदयू छोड़कर राष्ट्रीय लोक जनता दल में गया जिले के किसान प्रकोष्ठ के पूर्व जिला अध्यक्ष सतीश शर्मा, किसान प्रकोष्ठ के ही पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष राज किशोर सिंह, शिक्षा प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष ई. शशिकांत, पूर्व प्रदेश महासचिव डॉ. संजय कुमार, मंजेश शर्मा समेत 17 नेता शामिल हुए।
इस मौके पर मीडिया से बातचीत करते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने महागठबंधन पर जमकर निशाना साधा। लालू परिवार पर ED और CBI की दबिश पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कानून अपना काम करती है। केंद्रीय एजेंसी केवल सबूत के आधार पर कार्रवाई करती है। राजद के लोग चाहते हैं कि पुलिस हत्या के आरोपी और गंभीर अपराध से पहले नेता से पूछकर कार्रवाई करे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कुशवाहा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को देख कर मुझे उन पर दया आती है। यह वही मुख्यमंत्री हैं जो यह कहते थे कि मैं चाहे जिस किसी के भी साथ रहूं, लेकिन भ्रष्टाचार के साथ नहीं रह सकता। लेकिन, आज स्थिति यह बन गई है कि उन्हें कुछ भी जवाब देने में नहीं बन रहा है। जब पत्रकार मुख्यमंत्री जी से यह सवाल पूछते हैं कि राबड़ी देवी, लालू प्रसाद और उनके परिवार के लोगों के घरों पर ईडी और सीबीआई छापेमारी कर रही है। इस पर आपकी क्या राय है तो बेचारे नीतीश कुमार कुछ नहीं बोल पाते हैं।
नीतीश जी को देखकर दया आती है
कुशवाहा ने कहा कि उनके आसपास दो-चार ऐसे लोग हैं जो उनकी इस दशा के जिम्मेदार हैं। हमें ऐसा लगता है कि कालांतर में कभी इन लोगों का नीतीश कुमार के साथ कोई मतभेद हुआ हो या किसी बात की यह तकलीफ हुई होगी। यह लोग उसी का अब बदला इस रूप में ले रहे हैं। कहा कि वैसे लोगों का नाम लेकर मैं अपनी जिह्वा गंदा करना नहीं चाहता, क्योंकि जीभ भी तो हमारी है मैं उसे गंदा क्यों करूं। मैं आज पार्टी छोड़ चुका हूं मुझे उस पार्टी से कोई लेना देना नहीं है लेकिन मुझे बार-बार नीतीश जी का ख्याल आता है और मुझे इन पर बहुत दया आती है।