झामुमो के प्रतिनिधिमंडल ने सुप्रियो भट्टाचार्य से मुलाकात कर मोनेट वाशरी को सुचारू रूप से चलवाने के लिए सौंपा ज्ञापन
खलारी (गणादेश) : सीसीएल एनके एरिया के केडीएच परियोजना में संचालित मेमर्स मोनेट कोल वाशरी के महाप्रबंधक देवेंद्र सिंह ने सैकड़ों ठेका मजदूरों का बिना कुछ कारण बताए ही रोजगार छीन लिया हैं। उक्त मामले को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल रांची जिला समिति के संगठन सचिव प्रदीप भोगता के नेतृत्व में पार्टी के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य से 16 सितंबर को रांची में मिलकर एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में प्रतिनिधिमंडल ने देवेंद्र सिंह का जिक्र न करते हुए लिखित तौर पर बताया है कि पर्यावरण एवं प्रदुषण नियंत्रण समिति के समापति के द्वारा मोनेट डेनियल कोल वाशरी का अवचक निरिक्षण के बाद से सभी तरह के कार्य को बंद करने का आदेश दे दिये। आगे लिखा कि सीसीएल एनके एरिया डकरा के अंतर्गत परियोजना में भूस्वामी रैयत विस्थापितो की जमीन खनन क्षेत्र में चला गया है, तब से बहुत ही विस्थापित बेरोजगार हो गये थे। लेकिन मोनेट डेनियल कोल वाशरी खुलने से स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त हुआ था, जो 13 अगस्त 2024 को मोनेट कंपनी बंद होने से स्थानीय ग्रामीणों को रोजगार से वंचित होना पड़ रहा है। प्रतिनिधिमंडल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मोनेट डेनियल कोल वाशरी का काम को पहले की तरह सुचारू रूप से चलवाने के लिए निवेदन किया हैं। प्रतिनिधि मंडल में झामुमो खलारी वरिष्ठ नेता रंथू उरांव, नरेश गंझू, राजेन्द्र गंझू, विकास गंझू शामिल थे।
समिति ने मोनेट को बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया : समरीलाल
सोनाडुब्बी नदी को प्रदूषित होने से बचाने के लिए विधानसभा की पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्रण समिति बीते 26 अगस्त दिन सोमवार को मोनेट डेनियल कोल वाशरी का निरीक्षण किया था। इस निरीक्षण टीम में सभापति समीर मोहंती, सदस्य समरीलाल, झारखंड विधानसभा के अवर सचिव रविशंकर प्रसाद ने अंचल अधिकारी खलारी प्रणव अम्बष्ट, बीडीओ संतोष कुमार, केडीएच कोल परियोजना के पीओ अनिल कुमार सिंह, मोनेट डेनियल कोल वाशरी के महाप्रबंधक देवेंद्र सिंह एवं उनके साथ में आए राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अधिकारी व जिला खनन पदाधिकारी सीधे मोनेट डेनियल कोल वाशरी पहुंच कर सच्चाई से अवगत हुए थे । इस संदर्भ में समिति के सदस्य समरी लाल ने बताया कि टीम ने 26 अगस्ता को दौरा किया था, लेकिन इस दौरान मोनेट कंपनी को बंद करने का कोई आदेश नहीं दिया गया हैं। उन्होंने बताया कि मोनेट महाप्रबंधक देवेंद्र सिंह ने खुद ही बताया था कि कंपनी करीब 15 दिन पहले से ही बंद पड़ा हैं। यहां किसी तरह का कोई कार्य नहीं हो रहा हैं।