झारखंड शराब घोटाला:पहले रघुवर सरकार ने लूटा और अब हेमंत सोरेन की सरकार जनता का पैसा लूट रही है: नायक
रांची:आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व विधायक प्रत्याशी विजय शंकर नायक ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा आईएएस विनय कुमार चौबे को 2022 के शराब घोटाले में गिरफ्तार करने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्रवाई हेमंत सोरेन सरकार और पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की भ्रष्टाचार को संरक्षण देने वाली नीतियों को उजागर करती है। झारखंड के कई विभागों में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं, और डाक्टर प्रदीप कुमार, पूजा सिंघल, छवि रंजन जैसे अन्य आईएएस अधिकारियों की गिरफ्तारी इसकी गंभीरता को दर्शाती है।
श्री नायक ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला करते हुए आगे कहा कि 2022 की उत्पाद नीति के तहत नकली होलोग्राम और अवैध शराब उत्पादन से राज्य को 38 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। सात प्लेसमेंट एजेंसियों को मनमाने ढंग से ठेके दिए गए। हेमंत सरकार की चुप्पी सवाल उठाती है तो भाजपा सरकार के मुख्य मंत्री रघुवर दास की भूमिका भी संदेहास्पद लगता है।
2016-2019 में उत्पाद विभाग में बिना निविदा के शराब ठेके दिए गए, जिससे 200 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। जबकि रघुवर दास की भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं की जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि दोनो सरकारो ने झारखंड को दोनो हाथो से लुटने का काम किया है ।
श्री नायक ने यह भी कहा कि विनय चौबे एंव उत्पाद विभाग के संयुक्त आयुक्त गजेंद्र सिंह की गिरफ्तारी सिर्फ आईवाश है भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी जीरो टॉलरेंस नीति का जबकि छोटी मछली को गिरफ्तार कर बड़ी मछली को बचाने का एकमात्र हिस्सा है। हेमंत और रघुवर की भाजपा सरकारों ने भ्रष्टाचार को पनपने दिया। उत्पाद, ग्रामीण विकास, खनन ,भवन, पथ,भूमि,स्वास्थ्य जैसे विभाग भ्रष्टाचार के अड्डे बने हुए है ।
इन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि हेमंत और रघुवर की भाजपा सरकारों ने भ्रष्टाचार को संरक्षण देकर जनता के साथ विश्वासघात किया है। आज उत्पाद, ग्रामीण विकास,भवन,पेयजल, स्वास्थ्य, भूमि जैसे विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार होने के कारण जनता के जन सुविधाओं को प्रभावित किया है ।

