आइपीएस का कैडर मैनेजमेंट चरमरायाः झारखंड में आइपीएस कैडर के 53 पद खाली, 26 पद प्रभार में 22 पद हैं खाली

झारखंड से आइपीएस अफसरों का हो रहा मोह भंग, कई दिल्ली का रूख करने की तैयारी में
रांचीः झारखंड में आइपीएस का कैडर मैवेजमेंट चरमरा सा गया है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि झारखंड में आइपीएस के 53 पद खाली है। 26 पद प्रभार में चल रहे हैं और 22 पद खाली हैं। फिलहाल झारखंड में आइपीएस के 157 स्वीकृत पद हैं. इसमे 104 ही आईपीएस पदस्थापित हैं, इनमें से 19 आईपीएस केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। राज्य में डीजी गृह रक्षा वाहिनी, एडीजी रेल, एडीजी विशेष शाखा, आइजी रेल, डीआइजी, एसआइबी, आइजी संगठित अपराध, आइजी सीआईडी निदेशक झारखंड पुलिस एकेडमी, डीआइजी जंगल वारफेयर स्कूल, डीआइजी वायरलेस, डीआइजी गृह रक्षा वाहिनी, एसपी यातायात रांची, एसपी गृह रक्षा वाहिनी, एसपी आइबी, प्राचार्य टीटीएस, सिटी एसपी धनबाद के महत्वूर्ण पद खाली हैं। दूसरी तरफ आइपीएस अफसरों का मोह भी राज्य ले भंग हो रहा है। सात अफसरों ने केंद्रीय प्रतिनियुक्ती में जाने का आवेदन दिया है। फिलहाल इन्हें एनओसी नहीं मिली है। अनीश गुप्ता, प्रशांत आनंद, प्रियंका मीना और अखिलेश झा जल्द ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति में चले जाएंगे। वहीं राज्य में पोन्नति के लिए भरे जाने वाले आईपीएस अधिकारियों के कुल 45 पद हैं. लेकिन 2017 के बाद हुए रिक्तियों के आलोक में अधिकारियों की आईपीएस में प्रोन्नति भी नहीं हुई है. वहीं राज्य में सीआईडी जैसे महत्वपूर्ण विभाग में एसपी रैंक के चार पद हैं, लेकिन यहां एकमात्र एसपी कार्तिक एस तैनात हैं.

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