फर्जी फोन कॉल मामले में फरार चल रहे IPS आदित्य कुमार के 3 ठिकानों पर छापे
पटना : फर्जी फोन कॉल मामले में फरार चल रहे IPS और गया के पूर्व एसएसपी आदित्य कुमार का अभी तक कोई पता नहीं चला है। ऐसे में बिहार के पटना के अलावा यूपी के गाजियाबाद एवं मेरठ में निगरानी विभाग की टीम ने IPS आदित्य कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की। यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई है।
IPS आदित्य कुमार को फर्जी फोन कॉल के मामले में निलंबित भी किया जा चुका है और वह फरार चल रहे हैं। अब स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने उनके ऊपर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। निगरानी विभाग की कई टीमों ने बिहार और उत्तर प्रदेश में कुमार की तलाश शुरू कर दी है। आदित्य कुमार के पटना से सटे दानापुर के शगुना मोड़ के फ्लैट सहित यूपी के गाजियाबाद के इंदिरापुरम के फ्लैट और मेरठ के घर पर छापेमारी हुई है। बता दें कि 2011 बैच के IPS अधिकारी आदित्य कुमार पर भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम, 1988 की धारा 13 (1) (बी) और 13 (2) और 120 के तहत मामला दर्ज किया गया है। राज्य सतर्कता इकाई के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उनपर आय से अधिक संपत्ति मामले में यह कार्रवाई की गई है।
बता दें कि आदित्य कुमार पर पहले भी उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के नामों के कथित दुरुपयोग के संबंध में मामला दर्ज है। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अब जो दूसरा मामला है उसकी मानें तो आदित्य कुमार पर गया में एसएसपी के तौर पर कार्यरत रहते हुए शराब तस्करी में साठगांठ और अवैध वसूली का आरोप है।
इसके साथ ही आदित्य कुमार पर इस मामले से बचने के लिए दोस्त अभिषेक के जरिए डीजीपी एसके सिंघल को फर्जी कॉल करवाने का भी आरोप है। इस मामले में बताया गया है कि आदित्य के दोस्त ने उसे बचाने के लिए हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम से डीजीपी को फर्जी कॉल की। जब मामला दर्ज हुआ तो वह फरार हो गए। वहीं, जांच के दौरान निगरानी विभाग की टीम को आदित्य कुमार के पास आय से अधिक संपत्ति होने के भी सबूत मिले हैं। इसी को आधार पर आज यह छापेमारी की गई है। इससे पहले फर्जी कॉल मामले में आदित्य कुमार ने अग्रिम जमानत याचिका कोर्ट में दाखिल की थी, जिसे खारिज कर दिया गया।

