खूंटी के अनिगड़ा में आईओसीएल ने रैयतों से किए वादे को नहीं किया पूरा
खूंटी: उग्रवाद प्रभावित जिला खूंटी के अनिगड़ा में आईओसीएल ने प्लांट स्थापित करने से पहले जमीन रैयतों से किए वादे को अबतक पूरा नहीं किया है।आईओसीएल का प्लांट स्थापित होने से करीब सात साल पूरे होने को है। कंपनी को सीएसआर फंड के तहत प्लांट के आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों का विकास करना था,मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराना था।लेकिन, सात सालों में सिर्फ खानापूर्ति की गई। जबकि कंपनी के अधिकारियों ने जमीन रैयतों के साथ बैठक कर क्षेत्र का विकास करने का वादा किया था। इस संबंध में झाविमो के पूर्व जिला अध्यक्ष सह पॉलिटिकल नेता दिलीप मिश्रा ने आईओसीएल के डीजीएम पल्लव कुमार को पत्र प्रेषित कर अनिगडा में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है।
उन्होंने पत्र के माध्यम से कहा है कि आइओसीएल टर्मिनल अनिगड़ा जिसका निर्माण 2017 में शुरू किया गया था। आइओसीएल के अधिकारियों ने टर्मिनल के निर्माण से हो रही अड़चन को दूर कराने हेतु सभी प्रभावित गांव जैसे अनिगडा, पोकला, सेरेंगडीह, बरटोली, चारिद, पेरका, कुन्दी, ईट्ठे ,डडगामा आदि गांवों को गोद लेने की बात कहा था। क्षेत्र के गांवों में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करने, सोलर बिजली की व्यवस्था, पेयजल के बोरिंग तथा सोलर पंप, युवाओं को खेल सामग्री देने तथा स्थानीय लोगों को नियोजन उसकी योग्यता के अनुसार देने का वादा टर्मिनल के निर्माण के समय पदाधिकारी ने दिया था। लेकिन इतने साल होने के बाद भी
आइओसीएल टर्मिनल ने संबंधित गांवों में विकास नहीं किया है। इससे ग्रामीणों में आईओसीएल के प्रति नाराजगी है।
श्री मिश्रा ने श्री मिश्रा ने कहा कि आइओसीएल टर्मिनल से खूंटी के लोगों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। यहां के लोगों को आइओसीएल प्लांट से जहरीला धुआं और 24 X7 मेन रोड से आइओसीएल के भारी वाहन निकलने वाले प्रदूषण और तेज हॉर्न से परेशानी हो रही है। इससे खूंटी हमेशा जाम की स्थिति में रहती है। यहां तक कि आइओसीएल टर्मिनल में खूंटी के लोग अपना ट्रक भी नहीं दे सकते हैं। यही नहीं खूंटी के लोगों को रोजगार भी नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी के अधिकारी से अनिगड़ा में मूलभूत सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध कराने की मांग की।