नकली खाद और बीज के कारोबारियों पर पैनी नजर,हर जिले में जांच टीम
रांची : अलग-अलग जिलों में नकली खाद, बीज और यूरिया के कारोबार से किसान त्रस्त रहते हैं. साथ ही इसकी कालाबाजारी और मनमानी कीमतों की समस्या भी आफत है. ऐसे में कृषि, पशुपालन विभाग, झारखंड ने एक्शन लेना शुरू किया है. जिलों में अब इसके लिए जांच टीम गठित की जाने लगी है. इस संबंध में उद्यान निदेशालय के पास झारखंड किसान महासभा ने बात रखी थी. इसके बाद इसके निदेशक के स्तर से कृषि निदेशालय को लेटर लिखा गया था. इस आधार पर कृषि निदेशालय की पहल के बाद जिलों में जांच टीम के गठन का काम शुरू कर दिया गया है. हजारीबाग के अलग-अलग प्रखंडों के लिए जांच टीम गठित कर दी गयी है. दूसरे जिलों में भी इसे लेकर पहल जारी है. उद्यान निदेशालय ने कृषि विभाग को पिछले दिनों लेटर लिखते कहा था कि 27 जून को किसान संवाद के दौरान कई अहम सुझाव किसानों से मिले थे. इस पर अग्रेत्तर कार्रवाई की जानी चाहिये. किसानों के मुताबिक खाद की कालाबाजारी एक अहम समस्या है जिसे रोका जाना जरूरी है. हर जिले में खाद एवं बीज के स्टॉकिस्ट को चिन्हित किया जाये. इन कार्यों के लिए एक विशेष पोर्टल भी विकसित हो. कीटनाशक दवाएं ब्रांडेड कंपनी की दी जाय. धान बीज के वितरण के लिए विशेष अभियान चले. किसानों को बीज क्रय अनुदान की राशि डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जाय. धान बीज के क्रय में स्थानीय बीज को प्राथमिकता मिले.