एक हफ्ते में हो समाधान नहीं तो होगी तालाबंदी:अबुआ अधिकार मंच
रांची: अबुआ अधिकार मंच” के नेतृत्व में आज विश्वविद्यालय के कुलपति महोदय को एक ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें विभिन्न छात्रहित से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया गया। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं में बढ़ती चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, मंच ने निम्नलिखित प्रमुख मांगों को रखा:
महापुरुषों की प्रतिमा स्थापना: स्वर्गीय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, भगवान बिरसा मुंडा एवं स्वर्गीय डॉ. विनोद बिहारी महतो जी की प्रतिमाओं को शीघ्र स्थापित किया जाए।
बालिका छात्रावास निर्माण: छात्राओं की सुरक्षा एवं सुविधा को ध्यान में रखते हुए छात्रावास की व्यवस्था की जाए।
आई.टी. स्पेशलाइज़ेशन पुनः शुरू हो: विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग में आई.टी. स्पेशलाइज़ेशन की पढ़ाई को पुनः प्रारंभ किया जाए।
स्वच्छता एवं शौचालय सुविधा में सुधार: सभी शौचालयों एवं स्वच्छता व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।
गेट निर्माण की गुणवत्ता जांच: निर्माण कार्य की गुणवत्ता की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
स्थायी शिक्षकों की अनिवार्य कक्षाएँ: सभी स्थायी शिक्षकों के नियमित कक्षा संचालन की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए।
डिजिटल प्रोजेक्टर की व्यवस्था: बी.एससी आई.टी. और कंप्यूटर एप्लीकेशन की कक्षाओं में डिजिटल प्रोजेक्टर लगाए जाएँ।
टेंडर प्रक्रिया में पारदर्शिता: विश्वविद्यालय में सभी टेंडर निष्पक्ष तरीके से जारी किए जाएँ।
समय पर परीक्षा परिणाम जारी किया जाए: परीक्षा परिणामों में हो रही देरी को रोककर समयबद्ध प्रकाशन सुनिश्चित किया जाए।
वॉटर प्यूरीफायर की मरम्मत: वोकेशनल बिल्डिंग में खराब ARO (वॉटर प्यूरीफायर) को ठीक किया जाए।
TRL भवन के विभागों का नामकरण: विभागों के नाम झारखंड के विषय विशेषज्ञ महापुरुषों के नाम पर रखे जाएँ।
मुख्य प्रवेश द्वार के सामने सड़क का नामकरण: विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार के सामने स्थित सड़क का नामकरण डॉ. रामदयाल मुंडा के नाम पर किया जाए।
अबुआ अधिकार मंच के प्रेम कुमार ने कहा:
“छात्र-छात्राओं की समस्याओं को नज़रअंदाज़ करना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन को एक सप्ताह के भीतर ठोस निर्णय लेना होगा, वरना हम सड़क से लेकर विश्वविद्यालय तक उग्र आंदोलन करने को बाध्य होंगे। यह सिर्फ हमारी नहीं, बल्कि झारखंड के हर छात्र की लड़ाई है, और इसे हम हर हाल में जीतकर रहेंगे!”
“अबुआ अधिकार मंच” ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया है, ताकि इन मांगों पर त्वरित और सकारात्मक निर्णय लिया जाए। यदि निर्धारित समय में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है, तो मंच विश्वविद्यालय में तालाबंदी और आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।
कार्यक्रम में प्रेम कुमार, मुदस्सर, मुबाशिर, सलमान, मुकेश, हरिओम, शादाब, ऋषभ, सुनील आदि छात्र उपस्थित थे।।।
अबुआ अधिकार मंच
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची
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