09अक्टूबर बुधवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)आज आपका दिन सामान्य रहेगा। किसी महत्वपूर्ण संस्था के साथ जुड़ने का आपको मौका मिल सकता है। जो कि आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित होगा। आपका मान-सम्मान भी बढ़ेगा। बच्चों के लिए समय अवश्य निकालें। इस समय प्राकृतिक चीजों पर अपना अधिक से अधिक समय व्यतीत करें। इससे आपको मानसिक व आत्मिक शांति महसूस होगी। किसी उच्च पद पर आसीन व्यक्ति की मदद से आपकी हर समस्या हल हो सकती हैं। आत्म संतुष्टि मिलेगी। स्वास्थ्य सुधार होगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी ,वु , वे, वो)आज मान प्रतिष्ठा बढेगी । रूके हुए कार्य पूर्ण होंगे । इस समय दूरदराज की व्यवसायिक पार्टियों से संपर्क स्थापित करें। आपको बाहरी गतिविधियों से महत्वपूर्ण ऑर्डर मिलने के योग बन रहे हैं। इनकम के सोर्स भी अभी कमजोर रहेंगे। ऑफिस में किसी नए प्रोजेक्ट को हाथ में लेने से पहले उसके बारे में पूरी जांच-पड़ताल अवश्य करें। स्वास्थ्य सही रहेगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)आज आपका दिन उत्तम रहेगा । इस समय ग्रह स्थितियां और भाग्य दोनों ही आपके पक्ष में काम कर रहे हैं। समय का भरपूर सदुपयोग करें। संतान के कैरियर संबंधी प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलने से खुशी भरा माहौल रहेगा। अगर संपत्ति संबंधी कोई मसला चल रहा है तो आज किसी की मध्यस्थता से हल हो सकता है। स्वास्थ्य लाभ होगा।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा । पारिवारिक सुख मिलेगा । इस समय बिजनेस संबंधी किसी भी काम में पैसा लगाने से परहेज करें। क्योंकि अभी परिस्थितियां अनुकूल नहीं है। इस समय वर्तमान गतिविधियों पर ही अपना ध्यान केंद्रित रखें। कुछ नया करने का प्लान अभी स्थगित कर दें। स्वास्थ्य सुधार होगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)आज किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति से मुलाकात आपको जीवन की एक नई दिशा प्रदान करेगी। और आप अपने कार्य संबंधी योजनाओं को बेहतरीन तरीके से अंजाम दे पाएंगे। पैतृक प्रॉपर्टी संबंधी मामले सुलझाने के लिए आज समय उचित है। खुद के लिए समय अवश्य निकालें। स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)आज जनसंपर्क आपके लिए फायदेमंद साबित होंगे। आत्मविश्वास तथा आत्मबल को मजबूत बनाकर रखें। इस समय आपको कई आर्डर तथा अनुबंध हासिल होने वाले हैं। ऑफिस में भी आपके उचित कार्यों की वजह से कोई अथॉरिटी मिल सकती हैं। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपका दिन मनोहारी रहेगा। बस इस समय भावनाओं के बजाय चतुराई और विवेक से काम लेना स्थितियों को आपके पक्ष में करेगा। संतान प्राप्ति संबंधी भी कोई शुभ सूचना मिल सकती है। जिससे पारिवारिक प्रसन्नता बनी रहेगी। कोई रुका हुआ कार्य भी पूरा करने के लिए यह उचित समय है। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)आज आपका दिन मनोनुकूल होगा। व्यवसायिक स्थिति अब बेहतर हो रही है। थोड़ी बहुत परेशानियां आएंगी लेकिन इनकी वजह से कोई भी काम नहीं रुकेगा। कार्यक्षेत्र की आंतरिक गतिविधियों पर ध्यान रखना जरूरी है। सामाजिक दायरा मान सम्मान देगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)आज आपका समय सावधान रहने का है। कार्यालय अथवा दुकान के स्टाफ पर कड़ी नजर अवश्य रखें, इनकी मिली भगत आपके लिए नुकसानदायक हो सकती है। अपने महत्वपूर्ण कागजात तथा दस्तावेजों को संभालकर रखें। ऑफिस में भी कुछ राजनीतिक वातावरण जैसा बना रहेगा। स्वास्थ्य लाभ निश्चित है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज आप अपनी किसी नकारात्मक आदत को छोड़ने का संकल्प करेंगे। इस कार्य में घर के बड़े बुजुर्गों का भी आशीर्वाद व सहयोग रहेगा। विद्यार्थियों को भी कैरियर संबंधी किसी समस्या का समाधान मिलने से बहुत अधिक राहत और सुकून प्राप्त होगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)आज आपका समय मेहनत वाला रहेगा। व्यवसायिक गतिविधियों के लिए आपने जो लक्ष्य निर्धारित किया है, उसके लिए अभी और अधिक मेहनत की जरूरत है। दूरदराज के अपने संपर्क सूत्रों में और अधिक मजबूती लाने की जरूरत है। सरकारी सेवा वाले लोगों का काम ज्यादा रहेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)आज घर परिवर्तन या यात्रा संबंधी कोई योजना बन रही है तो उसे अंजाम देने के लिए उचित समय है। किसी भी काम में घर के वरिष्ठ लोगों की सलाह अवश्य लें और उस पर अमल भी करें। आपके लिए यह बहुत ही लाभदायक रहेगा। सामाजिक दायरा बढेगा। धार्मिक विचारों में वृद्धि होगी। किसी मित्र से सोशल मीडिया पर बात हो सकती है। स्वास्थ्य सुधार होगा।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞
🌤️ दिनांक – 09 अक्टूबर 2024
🌤️ दिन – बुधवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – षष्ठी दोपहर 12:14 तक सप्तमी
🌤️ नक्षत्र – मूल 10 अक्टूबर प्रातः 05:15 तक तत्पश्चात पूर्वाषाढा
🌤️ योग – सौभाग्य सुबह 06:37 तक तत्पश्चात शोभन
🌤️ राहुकाल – दोपहर 12:26 से दोपहर 01:54 तक
🌤️ सूर्योदय -05:43
🌤️ सूर्यास्त- 06:01
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – सरस्वती आवाहन
💥 विशेष – षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
👉🏻 कब है शरद पूनम 16 या 17 अक्टूबर को जाने | लक्ष्मीजी ऐसे लोगो को इस दिन लक्ष्मी प्राप्ति का देती है आशीर्वाद⤵️
🌷 काम धंधे में सफलता एवं राज योग के लिए
🙏🏻 अगर काम धंधा करते समय सफलता नहीं मिलती हो या विघ्न आते हों तो शुक्ल पक्ष की अष्टमी हो.. बेल के कोमल कोमल पत्तों पर लाल चन्दन लगा कर माँ जगदम्बा को अर्पण करने से …. मंत्र बोले ” ॐ ह्रीं नमः । ॐ श्रीं नमः । ” और थोड़ी देर बैठ कर प्रार्थना और जप करने से राज योग बनता है गुरु मंत्र का जप और कभी कभी ये प्रयोग करें नवरात्रियों में तो खास करें | देवी भागवत में वेद व्यास जी ने बताया है।
🌷 दुर्गाष्टमी 🌷
➡ 11 अक्टूबर, शुक्रवार को दुर्गाष्टमी है ।
🙏🏻 प्राचीन काल में दक्ष के यज्ञ का विध्वंश करने वाली महाभयानक भगवती भद्रकाली करोङों योगिनियों सहित अष्टमी तिथि को ही प्रकट हुई थीं।
🌷 नारदपुराण पूर्वार्ध अध्याय 117
आश्विने शुक्लपक्षे तु प्रोक्ता विप्र महाष्टमी ।। ११७-७६ ।।
तत्र दुर्गाचनं प्रोक्तं सव्रैरप्युपचारकैः ।।
उपवासं चैकभक्तं महाष्टम्यां विधाय तु ।। ११७-७७ ।।
सर्वतो विभवं प्राप्य मोदते देववच्चिरम् ।।
🙏🏻 आश्विन मास के शुक्लपक्ष में जो अष्टमी आती है, उसे महाष्टमी कहा गया है (महाष्टमी 11 अक्टूबर, शुक्रवार को है ) उसमें सभी प्रकार से दुर्गा के पूजन का विधान है। जो महाष्टमी को उपवास अथवा एकभुक्त व्रत करता है, वह सब ओर से वैभव पाकर देवता की भाँति चिरकाल तक आनंदमग्न रहता है।
🌷 भविष्यपुराण, उत्तरपर्व, अध्याय – २६
देव, दानव, राक्षस, गन्धर्व, नाग, यक्ष, किन्नर, नर आदि सभी अष्टमी तथा नवमी को उनकी पूजा-अर्चना करते हैं | आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी और नवमी को जगन्माता भगवती श्रीअम्बिका का पूजन करने से सभी शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो जाती है | यह तिथि पुण्य, पवित्रता, धर्म और सुख को देनेवाली है | इस दिन मुंडमालिनी चामुंडा का पूजन अवश्य करना चाहिये |
🌷 देवीभागवतपुराण पञ्चम स्कन्ध
अष्टम्याञ्च चतुर्दश्यां नवम्याञ्च विशेषतः ।
कर्तव्यं पूजनं देव्या ब्राह्मणानाञ्च भोजनम् ॥
निर्धनो धनमाप्नोति रोगी रोगात्प्रमुच्यते ।
अपुत्रो लभते पुत्राञ्छुभांश्च वशवर्तिनः ॥
राज्यभ्रष्टो नृपो राज्यं प्राप्नोति सार्वभौमिकम् ।
शत्रुभिः पीडितो हन्ति रिपुं मायाप्रसादतः ॥
विद्यार्थी पूजनं यस्तु करोति नियतेन्द्रियः ।
अनवद्यां शुभा विद्यां विन्दते नात्र संशयः ॥
🙏🏻 अष्टमी, नवमी एवं चतुर्दशी को विशेष रूप से देवीपूजन करना चाहिए और इस अवसर पर ब्राह्मण भोजन भी कराना चाहिए। ऐसा करने से निर्धन को धन की प्राप्ति होती है, रोगी रोगमुक्त हो जाता है, पुत्रहीन व्यक्ति सुंदर और आज्ञाकारी पुत्रों को प्राप्त करता है और राज्यच्युत राज को सार्वभौम राज्य प्राप्त करता है। देवी महामाया की कृपा से शत्रुओं से पीड़ित मनुष्य अपने शत्रुओं का नाश कर देता है। जो विद्यार्थी इंद्रियों को वश में करके इस पूजन को करता है, वह शीघ्र ही पुण्यमयी उत्तम विद्या प्राप्त कर लेता है इसमें संदेह नहीं है।
🌷 नवरात्रि अष्टमी को महागौरी की पूजा सर्वविदित है
🙏🏻 अग्निपुराण के अध्याय 268 में आश्विन् शुक्ल अष्टमी को भद्रकाली की पूजा का विधान वर्णित है।
🙏🏻 स्कन्दपुराण माहेश्वरखण्ड कुमारिकाखण्ड में आश्विन् शुक्ल अष्टमी को वत्सेश्वरी देवी की पूजा का विधान बताया है।
🙏🏻 गरुड़पुराण अष्टमी तिथिमें दुर्गा और नवमी तिथिमें मातृका तथा दिशाएँ पूजित होनेपर अर्थ प्रदान करती है ।
🌷 शारदीय नवरात्रि 🌷
🙏🏻 नवरात्र की अष्टमी यानी आठवें दिन माता दुर्गा को नारियल का भोग लगाएं । इससे घर में सुख समृद्धि आती है ।
🌷 शारदीय नवरात्रि 🌷
🙏🏻 मन की शांति मिलती है मां महागौरी की पूजा से 🌷
नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। आदिशक्ति श्री दुर्गा का अष्टम रूप श्री महागौरी हैं। मां महागौरी का रंग अत्यंत गोरा है, इसलिए इन्हें महागौरी के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि का आठवां दिन हमारे शरीर का सोम चक्रजागृत करने का दिन है। सोमचक्र ललाट में स्थित होता है। श्री महागौरी की आराधना से सोमचक्र जागृत हो जाता है और इस चक्र से संबंधित सभी शक्तियां श्रद्धालु को प्राप्त हो जाती है। मां महागौरी के प्रसन्न होने पर भक्तों को सभी सुख स्वत: ही प्राप्त हो जाते हैं। साथ ही, इनकी भक्ति से हमें मन की शांति भी मिलती है।