01अक्टूबर मंगलवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)आज अपने व्यक्तिगत कार्यों को पूरा करने में समय व्यतीत करेंगे। आपकी योग्यता उभरकर सबके सामने आएगी। इस समय ग्रह गोचर आपके पक्ष हो गए है । घर तथा व्यवसाय संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लेंगे। जीवनसाथी या मित्र का भरपूर सहयोग मिलेगा व बातचीत भी होंगी जिससे मानसिक दबाव दूर होगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी ,वु , वे, वो)आज कड़ी मेहनत व परिश्रम से बेहतर उपलब्धियां हासिल करने में सक्षम रहेंगे। व्यावसायिक योजनाओं को कार्य रूप देने से पहले किसी जानकार के साथ अच्छी तरह सलाह-मशविरा अवश्य कर लें। नौकरी में तबादला या किसी प्रकार का मनमुटाव हो सकता है, इसलिए सावधान रहें। स्वास्थ्य लाभ होगा।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आप में हिम्मत और साहस भरपूर रहेगा। अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कोई भी तरीका अपनाकर सफलता हासिल करेंगे। किसी मनोहर जगह जाकर बदलते मौसम और प्रकृति का आनंद उठाने का भी मौका मिलेगा। सेहत बेहतर रहेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
समय तरक्की दायक चल रहा है। लक्ष्य को पाने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे। मीडिया, कला, ऑनलाइन आदि से संबंधित कार्यों में विशेष सफलता हासिल होगी। आर्थिक मामलों पर गंभीरता से विचार करना अति आवश्यक है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज कुछ अनूठा या नया करने की धुन सवार रहेगी। रूपए-पैसे के मामले में भाग्यशाली रहेंगे। विशेष तौर पर महिलाओं के लिए समय बहुत ही अनुकूल है। उन्हें अपनी योग्यता व कार्य क्षमता का प्रदर्शन करने का भरपूर मौका मिलेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
बॉस व अधिकारियों के साथ रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। धन प्राप्ति के योग प्रबल बने हुए हैं इसलिए अपने काम के प्रति पूर्ण रूप से एकाग्रचित्त रहें। सहकर्मियों का भी पूर्ण सहयोग रहेगा। किसी मित्र की सलाह आपके व्यवसाय के लिए बहुत ही लाभदायक रहेगी।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
काम में विस्तार की योजना को कार्य रूप में परिणत करने का उचित समय है। परंतु शेयर, सट्टा जैसे रिस्की काम में निवेश करने से बचें। नौकरी में बॉस या अधिकारियों के साथ किसी बात को लेकर मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज फोन द्वारा कोई महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त होगी जो कि भविष्य संबंधी कार्यों के लिए फायदेमंद साबित रहेगी। परिवार तथा परिवार जनों की जरूरतों व इच्छाओं को प्राथमिकता देना उनके मन में आपके प्रति सम्मान उत्पन्न करेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
व्यवसायिक गतिविधियों में अपने प्रतिद्वंद्वियों की गतिविधियों को नजरअंदाज ना करें। आप अपनी प्रतिभा के दम पर कार्यस्थल पर एक नई पहचान बनाने में सक्षम रहेंगे। अधिकारी भी आपकी कार्यशैली से प्रभावित होंगे। घरेलू जीवन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आत्मविश्वास को कमजोर न होने दें सफलता अवश्य मिलेगी। स्वास्थ्य सुधार होगा।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज कोई आश्चर्यचकित करने वाली घटना घटित हो सकती है। नए-नए संपर्क बनेंगे। घर में कीमती वस्तुओं की शॉपिंग भी होगी। विद्यार्थी किसी प्रतियोगिता परीक्षा में पूरे आत्मविश्वास से कामयाबी हासिल करेंगे।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
तकनीकी कामों से जुड़े बिजनेस में बेहतरीन सफलता प्राप्त हो सकती हैं। परंतु ध्यान रखें कि कहीं पैसा अटक सकता है इसलिए आज धन संबंधी लेनदेन ना ही करें। नौकरी में त्योहारों की वजह से कार्यभार की अधिकता रहेगी। ओवर टाइम भी करना पड़ सकता है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
दिन की शुरुआत में कुछ परेशानियां सामने आएंगी, परंतु आप अपनी सकारात्मक सोच द्वारा परिस्थितियों को अपने पक्ष में करने के लिए सक्षम भी रहेंगे। चिंता से बाहर निकलने की कोशिश करें। आपके हाथों समाज सेवा संबंधी कोई कार्य भी संपन्न हो सकता है, जिससे आत्मिक खुशी महसूस होगी।
🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞
🌤️ दिनांक – 01 अक्टूबर 2024
🌤️ दिन – मंगलवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – अश्विन
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – चतुर्दशी रात्रि 09:39 तक तत्पश्चात अमावस्या
🌤️ नक्षत्र – पूर्वाफाल्गुनी सुबह 09:16 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
🌤️ योग – शुक्ल 02 अक्टूबर रात्रि 02:18 तक तत्पश्चात ब्रह्म
🌤️ राहुकाल – शाम 03:27 से शाम 04:57 तक
🌤️ सूर्योदय -05:41
🌤️ सूर्यास्त- 06:02
👉 दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – चतुर्दशी का श्राद्ध,आग-दुर्घटना-अस्त्र- शस्त्रअपमृत्यु से मृतक का श्राद्ध*
💥 विशेष – चतुर्दशी  अमावस्या व व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)

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🌷 सर्व पितृ अमावस्या 🌷
🙏🏻 श्राद्ध पक्ष की अमावस्या को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन सभी ज्ञात-अज्ञात पितरों का श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार 02 अक्टूबर, बुधवार को यह अमावस्या है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, श्राद्ध पक्ष की अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष भी कम होता है। इसलिए इस दिन भी ये उपाय किए जा सकते हैं।
🙏🏻 पीपल में पितरों का वास माना गया है ।सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और गाय के शुद्ध घी का दीपक लगाएं ।
🙏🏻 सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर किसी ब्राह्मण को भोजन के लिए घर बुलाएं या भोजन सामग्री जिसमें आटा, फल, गुड़ आदि का दान करें ।
🙏🏻 इस अमावस्या पर किसी पवित्र नदी में काले तिल डालकर तर्पण करें ।इससे भी पितृगण प्रसन्न होते हैं ।
🙏🏻 सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर अपने पितरों को याद कर गाय को हरा चारा खिला दें ।इससे भी पितृ प्रसन्न व तृप्त हो जाते हैं ।
🙏🏻 इस अमावस्या पर चावल के आटे से 5 पिडं बनाएं व इसे लाल कपड़े में लपेटकर नदी में प्रवाहित कर दें ।
🙏🏻 अमावस्या पर गाय के गोबर से बने कंड़े को जलाकर उस पर घी-गुड़ की धूप दें और पितृ देवताभ्यो अर्पणमस्तु बोलें ।
🙏🏻 इस अमावस्या पर कच्चा दूध, जौ, तिल व चावल मिलाकर नदी में प्रवाहित करें ।ये उपाय सूर्योदय के समय करें तो अच्छा रहेगा ।

👉🏻 इतना तो पित्रो के लिए अवश्य करे⤵️

🌷 सर्व पितृ अमावस्या 🌷
🙏🏻 पितृ पक्ष का आखिरी दिन पितृ अमावस्या होती है। इस दिन कुल के सभी पितरों का श्राद्ध किया जा सकता है। फिर चाहे उनकी मृत्यु तिथि पता न हो। तब भी आप पितृ अमावस्या पर उनका तर्पण कर सकते हैं।
🙏🏻 पितृ पक्ष की अमावस्या को सूर्यास्त से पहले ये उपाय करना है। इस उपाय में एक स्टील के लोटे में, दूध, पानी, काले व सफेद तिल और जौ मिला लें। इसके साथ कोई भी सफेद मिठाई, एक नारियल, कुछ सिक्के और एक जनेऊ पीपल के पेड़ के नीचे जाकर सबसे पहले ये सारा सामान पेड़ की जड़ में चढ़ा दें। इस दौरान सर्व पितृ देवभ्यो नम: का जप करते रहें।
🙏🏻 ये मंत्र बोलते हुए पीपल को जनेऊ भी चढ़ाएं। इस पूरी विधि के बाद मन में सात बार ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जप करें और भगवान विष्णु से कहें मेरे जो भी अतृप्त पितृ हों वो तृप्त हो जाए। इस उपाय को करने से पितृ तृप्त होते हैं पितृ दोष का प्रभाव खत्म होता है और उनका अशीर्वाद मिलने लगता है। हर तरह की आर्थिक और मानसिक समस्याएं दूर होती हैं।

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