05 अक्टूबर बृहस्पतिवार का राशिफल एवम पंचांग
मेष:आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज प्रत्येक क्षेत्र में विरोधी परास्त होंगे। सामाजिक मान-सम्मान बढेगा। व्यापार विस्तार अथवा नए कार्य का आरंभ समय अनुकूल रहने पर भी आज ना करें। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। किसी परिचित से लंबे समय बाद भेंट से हर्ष एवं लाभ होगा। स्त्री एवं संतान के ऊपर खर्च करेंगे। किसी मार्गदर्शक से बात होने की पूरी संभावना है। दाम्पत्य का पूर्ण सुख मिलेगा। दुर्व्यसनों के कारण परिवार का वातावरण ख़राब न हो इसका ध्यान रखें। स्वास्थ्य लाभ होगा।
वृष:आज का दिन आपके लिए आनंददायक रहेगा। आज दिन भर शारीरिक रूप से चुस्त बने रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आपके कार्यों की प्रशंसा होगी। सरकारी कार्यों में सफलता मिलेगी सामाजिक मान-सम्मान मिलेगा। किसी स्वजन के सहयोग से कर्ज से मुक्ति मिलेगी। विरोधी आज शांत रहेंगे। परिजनों के साथ धार्मिक यात्रा के योग है। संतान से सुख-सहयोग मिलेगा। फिर भी सरकार विरोधी अथवा अनैतिक क्रियाओं से दूरी बना कर रहें। आय-व्यय में संतुलन नहीं रहने से आर्थिक समस्या बन सकती है।
मिथुन:आपका आज के दिन का अधिकांश समय आराम से व्यतीत होगा। सामाजिक एवं धार्मिक कार्यो में योगदान देने से यश एवं सम्मान की प्राप्ति होगी। आप अपने पराक्रम से बिगड़े कार्यो को बना लेंगे प्रतिस्पर्धी नतमस्तक होंगे। धन लाभ संतोषजनक रहेगा।जायदाद एवं कानूनी कार्यो को जल्दबाजी में ना करे नुक्सान उठाना पड़ सकता है। गृहस्थ जीवन की जटिलताएं हल होंगी संतान की प्रगति से हर्ष होगा। महिला मित्रो से ज्यादा निकटता के कारण परेशानी हो सकती है।
कर्क:आपका आज का दिन सामान्य रहेगा फिर भी सेहत की अनदेखी न करें। पेट सम्बंधित समस्या बड़ा रूप ना ले इसका ध्यान रखे। कार्य क्षेत्र पर अधिकांश समय उबन में बीतेगा। व्यवसाय में निवेश एवं जोखिम के कार्य हाथ में लेना हानिकर रहेगा। आलस्य न करें। कारोबारी कार्य से यात्रा के योग है। अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। पारिवारिक मामलो को ज्यादा महत्त्व दें। सेहत का विशेष ध्यान रखें।
सिंह:आपका आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। व्यवसाय नौकरी में मनचाही उन्नति मिलने से दिन भर प्रसन्न रहेंगे। आज आपके विचारो से सभी प्रभावित रहेंगे। दलाली के व्यवसाय में निवेश से विशेष लाभ की सम्भवना है। आपके सभी कार्य सहजता से पूर्ण होंगे जिससे उत्साह बढ़ेगा। परिजनों के साथ किसी मांगलिक कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकते है। संध्या का समय सगे-सम्बंधियों और मित्रों के साथ सुख में व्यतीत होगा। परन्तु लापरवाही अथवा व्यवहारिकता की कमी के कारण सम्बन्धों में खटास आ सकती है।
कन्या:आज के दिन आप ज्यादा मेहनत करने के मूड में नहीं रहेंगे परन्तु पुराने कार्यो अथवा कार्य क्षेत्र पर व्यवस्था बनाने में काफी परिश्रम करना पड़ेगा। मन में यात्रा के विचार दुविधा में डालेंगे। कार्य क्षेत्र पर किसी की लापरवाही के कारण नोंकझोंक हो सकती है। लोग आज स्वार्थ सिद्धि के कारण आपकी गलतियों को भी नजर अंदाज करेंगे। धन लाभ होते होते किसी विघ्न आने से टल सकता है। जल्दबाजी में किया गया कार्य बिगड़ सकता है धैर्य रखें।
तुला:आपका आज का दिन सामान्यतः शुभ ही रहेगा। सेहत छोटी मोटी तकलीफों को छोड़ अनुकूल बनी रहेगी। अधिकारियो के आपके प्रति विश्वास एवं लक्ष्य के प्रति दृढ इच्छाशक्ति से कार्य करने पर मनचाही सफलता मिल सकती है। कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों से किसी कारण मतभेद भी रहेंगे। किसी अप्रत्याशित सुख मिलने से परिवार में आनंद का वातावरण रहेगा। आवश्यक काम से यात्रा हो सकती है। अत्याधिक काम वासना के कारण सम्मान हानि की सम्भवना है। विदेश सम्बंधित मामलो में शुभ समाचार मिलेंगे।
वृश्चिक:आपका आज का दिन मिलाजुला फलदायी रहेगा । आलस्य एवं शिथिलता के कारण कार्य के प्रति उत्साह नहीं रहेगा। किसी अरिष्ट की चिंता सताएगी। शेयर सट्टे में भारी हानि के योग है अनुभवी की सलाह लेकर ही निवेश करें। उधारी वाले व्यवहार परेशान कर सकते हैं। संध्या के समय स्थिति में सुधार आने से कुछ राहत मिलेगी। किसी महिला के द्वारा भाग्योदय होगा। दिन भर की क्रियाएं शुभ फल देने लगेंगी। धर्म-कर्म के गूढ़ रहस्यों को।जानने का सौभाग्य मिलेगा।
धनु:आज का दिन आपके अनुकूल बीतेगा। प्रातः काल से ही हर परिस्थिति पर आपकी पकड़ रहेगी। बड़ो के मार्गदर्शन से व्यवसाय एवं पैतृक सम्बंधित लगभग सभी समस्याओं का समाधान होने से आय के नविन स्त्रोत्र बनेंगे। सरकारी कार्य भी थोड़े परिश्रम के बाद बन जाएंगे। पुराने अटके धन की प्राप्ति होगी। सामाजिक व्यवहार बढ़ेगा। आकस्मिक छोटी यात्रा के योग है। दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। घरेलु वस्तु एवं संतानों के ऊपर खर्च करेंगे। धन की अपेक्षा आज संबंधो को महत्त्व दें।
मकर:आज के दिन आपको प्रारब्ध अनुसार जितना मिले उसी में संतोष कर लेंगे। परन्तु फिर भी अंदरूनी तौर पर मन में कुछ ना कुछ कमी बनी रहेगी। कुंवारे जातको को योग्य जीवन साथी मिलने की सम्भवना रहेगी। परिजनों के साथ खरीददारी करेंगे। दैनिक रोजगार में आज अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। खर्च अधिक रहने से आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। सरकारी कार्य करने के लिए आज का दिन अनुकूल है। व्यसन एवं फिजूल खर्ची से बचें। किसी को मन की बात ना बताएं ना ही किसी के ज्यादा निकट रहें।
कुंभ:आपका आज का दिन शुभ रहेगा। आज कार्य क्षेत्र पर अनुकूल वातावरण मिलने से उत्साह में वृद्धि होगी। सहकर्मियों एवं अधिकारियो का अपेक्षित व्यवहार मिलने से आशानुकूल लाभ अर्जित करेंगे। पुरानी देनदारी से परेशानी भी हो सकती है। विरोधियों का षड्यंत्र असफल होगा। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति पर अधिक खर्च करेंगे। स्त्री संतान का सहयोग मिलेगा। सुख के साधनों में वृद्धि करना आज आपकी प्राथमिकता रहेगी। सेहत में थोड़ा उतार चढ़ाव रहेगा फिर भी इसका दैनिक कार्यो पर असर नहीं पड़ेगा।
मीन:आज के दिन क्रोध अथवा अहम् की भावना बने बनाये कार्यो पर पानी फेर सकती है इसलिए ख़ास कर व्यावसायिक एव सामाजिक क्षेत्र पर विवेक पूर्ण व्यवहार रखे। कार्यो में प्रारंभिक विलम्ब या असफलता से घबराए नहीं प्रयास जारी रखें सफलता अवश्य मिलेगी। आज स्त्री पक्ष का सहयोग करें , काम के समय यही साथ देगी इस बात को ध्यान में रखकर चलें। दोपहर के बाद मेहनत का फल धन लाभ के रूप में मिल जाएगा। सन्तानों अथवा भाई बंधुओ से किसी भी प्रकार के सहयोग की उम्मीद सहयोगी सिद्ध होगी।
🌞ll ~ वैदिक पंचांग ~ ll🌞
🌤️ दिनांक – 05 अक्टूबर 2023
🌤️ दिन – गुरूवार
🌤️ विक्रम संवत – 2080
🌤️ शक संवत -1945
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – आश्विन
🌤️ पक्ष – कृष्ण
🌤️ तिथि – सप्तमी पूर्ण रात्रि तक
🌤️ नक्षत्र – मृगशिरा शाम 07:40 तक तत्पश्चात आर्द्रा
🌤️ योग – वरीयान सुबह 06 अक्टूबर प्रातः 05:23 तक तत्पश्चात परिघ
🌤️ राहुकाल – दोपहर 01:56 से शाम 03:25 तक
🌞 सूर्योदय-05:39
🌤️ सूर्यास्त- 06:02
👉 दिशाशूल- दक्षिण दिशा में
🚩 व्रत पर्व विवरण – सप्तमी का श्राद्ध, सप्तमी वृद्धि तिथि
💥 विशेष – सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
👉🏻 पुराणो के अनुसार अनेको वाहनो और पुत्र सुख के लिए श्राद्ध पक्ष मे इतना करले | पित्रो को संतुष्ट करने का आसान तरीका⤵️
🌷 अश्विन माह 🌷
🙏🏻 अश्विन हिन्दू धर्म का सप्तम महिना है। अश्विन नक्षत्रयुक्त पूर्णिमा होने के कारण इसका नाम अश्विन पड़ा (अश्विनीनक्षत्रयुक्ता पौर्णमासी यत्र मासे सः)। आश्विन मास का संबंध अश्विनौ से है जो सूर्य के दो पुत्र हैं और देवताओं के चिकित्सक हैं। इस मास का एक नाम क्वार भी है। (उत्तर भारत हिन्दू पंचांग के अनुसार) से अश्विन का आरम्भ हो चुका है। ।
🙏🏻 महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 106 के अनुसार “तथैवाश्वयुजं मासमेकभक्तेन यः क्षिपेत्। प्रज्ञावान्वाहनाढ्यश्च बहुपुत्रश्च जायते।।” जो अश्विन मास को एक समय भोजन करके बिताता है, वह पवित्र, नाना प्रकार के वाहनों से सम्पन्न तथा अनेक पुत्रों से युक्त होता है ।
🌷 आश्विने भौमावास्याम जायते खलु पार्वती। विविध विपदाम धनक्षयं पापाचारम वर्धते।।
🙏🏻 महाभारत अनुशासन पर्व के अनुसार जो अश्विन मास में ब्राह्माणों को घृत दान करता है, उस पर दैव वैद्य अश्विनीकुमार प्रसन्न होकर उसे रूप प्रदान करते हैं ।
🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार अश्विन में धान्य दान करने से अन्न तथा धन की वृद्धि होती है।
🙏🏻 अग्निपुराण के अनुसार अश्विन के महिने में गोरस- गाय का घी, दूध और दही तथा अन्न देनेवाला सब रोगों से छुटकारा पा जाता है |
🌷 आश्विने कृष्णपक्षे तु षष्ठ्यां भौमेऽथ रोहिणी । व्यतीपातस्तदा षष्ठी कपिलानन्तपुण्यदा ।।
🙏🏻 अश्विन महिने के कृष्णपक्ष की षष्ठी के दिन मंगलवार, रोहिणी नक्षत्र और व्यतिपात हो तो वह अनंत पुण्य देने वाला कपिला षष्टी योग कहा जाता है। यह योग बहुत दुर्लभ है।
🙏🏻 शिवपुराण के अनुसार सती ने अश्विन मास में नंदा (प्रतिपदा, षष्ठी और एकादशी) तिथियों में भक्तिपूर्वक गुड़, भात और नमक चढाकर भगवान शिवका पूजन किया और उन्हें नमस्कार करके उसी नियम के साथ उस मास को व्यतीत किया |
🙏🏻 अश्विन कृष्णपक्ष को पितृपक्ष महालय के नाम से जाना जाता है जिसमें पितृ ऋण से मुक्त होने तथा पितरों को तृप्त करने के उद्देश्य से श्राद्ध किया जाता है।
🌷 श्राद्धकर्म 🌷
🙏🏻 *अगर श्राद्धकर्म करने के लिए आपके पास बिल्कुल भी धन नहीं है तो आपको उधार मांगकर धन लेना चाहिए और श्राद्ध करना चाहिए। अगर आपको कोई उधार नहीं दे रहा तो पितरों के उद्देश्य से पृथ्वी पर भक्ति विनम्र भाव से सात आठ तिलों से जलाञ्जलि ही दे दें। अगर यह भी संभव नहीं तो कहीं से चारा लाकर गौ को खिला दें। और अगर इतना भी संभव नहीं तो अपनी बगल दिखाते हुए सूर्य तथा दिक्पालों से कहें ।