8 मई रविवार का राशिफल और पंचांग

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिए उर्जावान रहेगा। यात्रा – पर्यटन की योजना बनेगी कार्य क्षेत्र पर अधिक ध्यान रहेगा । नौकरों के ऊपर ज्यादा विश्वास न करें। वाणी में विनम्रता लाएँ व बेवजह कलह से बचें । संध्या का समय थकान वाला रहेगा कोई नापसंद कार्य भी करना पड़ सकता है। शारीरिक कमजोरी अनुभव कर सकते हैं । समय बठिया रहेगा इसलिए परिवार के साथ बिताएँ व मनोरंजन का लाभ उठाएँ।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन कार्य क्षेत्र पर व्यस्तता रहेगी । अधिकांश कार्य अपने ही बलबूते करना पड़ेगा। सहकारी कार्य लेट-लतीफी के कारण अधूरे रहेंगे। स्वभाव से भी आज ढीलापन रहेगा। नयी योजनाओं को हाथ में लेने का मौका मिलेगा। संध्या के बाद आर्थिक विषयो में सफलता मिलेगी। यात्रा पर्यटन की योजना बनेगी। सर, अथवा कमर से निचले भाग में हल्का दर्द बनने की सम्भवना है। फिर भी भाग्य आपका साथ देगा व मन प्रसन्न रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
बेरोजगार व्यक्तियों को रोजगार मिलने की सम्भावना बनेगी। रोजगार के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयास आज फलीभूत होने से आर्थिक समस्याओं का समाधान होगा। सार्वजनिक क्षेत्र से शुभ समाचार मिलने की संभावना है। आज आपसे बहस में कोई नहीं जीत पायेगा लेकिन बड़बोलेपन से दूर रहें। दिन के उत्तरार्ध में कार्य भार बढ़न से थकान बन सकती है। पारिवारिक वातावरण मिला जुला रहेगा। यात्रा आज किसी न किसी रूप में लाभदायक सिद्ध होगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपके पास कार्यो की भरमार रहेगी। परिश्रम का उचित फल कम मिलेगा। संध्या के समय किसी परिचित के सहयोग से लाभ होने से खर्च निकल जाएंगे। लेकिन संध्या का समय शारीरिक रूप से सावधानी बरतने का है। परिवार के प्रति अधिक भावनात्मक बनेंगे। आध्यात्म में रूचि होने पर भी समय कम दे पाएंगे। व्यसनों से दूर रहें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन भी अस्तव्यस्त रहने से मनोकामना अधूरी रह सकती है। सांसारिक गतिविधियों में व्यस्त रहने के कारण स्वयं की अनदेखी करनी पड़ेगी परन्तु इसके बदले धन लाभ होने से संतोष रहेगा। दोपहर बाद धर्म-कर्म में अधिक रुचि रहेगी धार्मिक कार्यक्रमो में उपस्थिति देंगे। घर के बुजुर्गो से नए अनुभव मिलेंगे। पत्नी संतान का सुख मिलेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज दिन के पहले भाग में आपको परिश्रम के अनुसार फल कम मिलेगा। दिमाग में नए-नए विचार रहेगें । नई वस्तुओ की खरीददारी अथवा नये कार्य में निवेश आज ना करें। दोपहर के बाद स्थिति बेहतर होने लगेगी। धन की आमद बढेगी। थोक के व्यवसायी आज निवेश कर सकते है आगे लाभ होगा। परिवार में किसी के बीमार होने से धन का व्यय भी रहेगा परन्तु शांति भी रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज दिन का पहला भाग चिंतन में रह सकता है। आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेगा । महत्त्वपूर्ण कार्य को लेकर किसी से कर्ज लेना हो सकता है। परिजनों की सहानुभूति मानसिक कमजोरी दूर करेगी। धार्मिक गतिविधियों में रूचि बनेगी। अल्प धन लाभ होगा। मध्यान बाद स्थिति में सुधार आएगा । स्वास्थ्य लाभ होगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आंशिक शुभ रहेगा। सेहत में आज थोड़ी थकान रह सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन लाभदायक रहेगा। थोड़े परिश्रम से आशा से अधिक मुनाफा कमा सकते है इसके लिए कुछ अधिक परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। आज शेयर सट्टे में निवेश शीघ्र लाभ देगा। घरेलू सुख सामान्य से उत्तम रहेगा। आज कही सुनी बातों पर विश्वास ना करें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन भाग्य आपके साथ रहेगा। धार्मिक कार्यों में मन लगेगा। रूठने-मनाने में दिन का कुछ भाग व्यर्थ हो सकता है। कार्य क्षेत्र पर लाचारी न करें । आज किसी के आगे समर्पण ना करें थोड़ा परिस्थितियां अनुसार राहत मिलेगी। आज बाहरी व्यक्ति से मन के भेद प्रकट ना करें। सेहत मिलीजुली रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आर्थिक दृष्टिकोण से आज का दिन पिछले कुछ दिनों से बेहतर रहेगा। कार्य क्षेत्र से अतिरिक्त आय होगी। रुके हुए कार्य पूर्ण होने से भी धन के स्त्रोत्र बढ़ेंगे। सामाजिक गतिविधियों में समय कम दे पाएंगे। संध्या का समय पूर्वनियोजित रहेगा पर्यटन पार्टी की योजना बनाई जाएगी। उत्तम भोजन के साथ गृहस्थ का सुख मिलेगा। सेहत छोटी मोटी व्याधि को छोड़ सामान्य रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन मिला-जुला रहेगा। सेहत लगभग सामान्य रहेगी। आज कई दिनों से लटके किसी अनुबंध के आगे बढ़ने से धन लाभ की कामना रहेगी। लाभ के कई अवसर मिलेंगे । संध्या बाद आवश्यकता अनुसार धन की पूर्ति हो जाएगी। स्टेशनरी अथवा प्रिंटिंग के कार्य से जुड़े जातको को आकस्मिक नए अनुबंध मिल सकते है। परिवार के लिए आप कुछ नया करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पहले भाग में आर्थिक दृष्टिकोण से संतुष्टि रहेगी। कार्य क्षेत्र पर बिक्री बढने से धन की आमद होगी। व्यक्तित्व का भी विकास होने से सामाजिक छवि बेहतर बनेगी। घर में किसी विवाद को बढावा देने से बचें। सेहत में थोड़ा बहुत बदलाव आ सकता है। अतिआवश्यक कार्य दोपहर बाद करना हितकर रहेगा।ll🌞 ~ आज का पंचांग ~ 🌞ll
⛅दिनांक 08 मई 2022
⛅दिन – रविवार
⛅विक्रम संवत – 2079
⛅शक संवत – 1944
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – ग्रीष्म
⛅मास – वैशाख
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – सप्तमी शाम 05:01 बजे तक तत्पश्चात अष्टमी
⛅नक्षत्र – पुष्य दोपहर 02:58 तक तत्पश्चात अश्लेषा
⛅योग – गण्ड रात्रि 08:34 तक तत्पश्चात वृद्धि
⛅राहुकाल – शाम 05:32 से 07:10 तक
⛅सूर्योदय – 05:16
⛅सूर्यास्त – 06:19
⛅दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:35 से 05:19 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.14 से 12:58 तक
⛅व्रत पर्व विवरण – रविवारी सप्तमी, रविपुष्यामृत योग, निम्ब सप्तमी, माँ गंगा जयंती
⛅ विशेष- सप्तमी को ताड़ का फल खाने से रोग बढ़ता है तथा शरीर का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)

🌹रविवारी सप्तमी : 8 मई 2022 (सूर्योदय से शाम 5:01 तक)

🌹सारे काम छोड़कर जप, ध्यान, मौन रखना चाहिए |सूर्य ग्रहण के समान इसका(रविवारी सप्तमी का) स्नान, दान, पुन्य अक्षय होता है | इसदिन लाख गुना फल होता है मौन और जप का |

🌹जो आरोग्य चाहते वो आरोग्य वर्धक मन्त्र का जप करे, मन्त्र सिद्धि होगी | – पूज्य बापूजी

🌹रविपुष्यामृत योग : 8 मई (सूर्योदय से दोपहर 2:58 तक)

🌹पुष्टिप्रदायक पुष्य नक्षत्र का रविवार के साथ का संयोग ” रविपुष्यामृत योग ” कहलाता है । ‘ सर्वसिद्धिकरः पुष्यः । ‘ इस शास्त्रवचन के अनुसार पुष्य नक्षत्र सर्वसिद्धिकर है । यह योग मंत्रसिद्धि और औषधि – प्रयोग के लिए विशेष फलदायी है ।। इस योग में किया गया जप-ध्यान, दान-पुण्य महाफलदायी होता है परंतु पुष्य में विवाह व उससे संबंधित सभी मांगलिक कार्य वर्जित हैं। (शिव पुराण)

🌹08 मई 2022 माँ गंगा जयंती
🌹जिस दिन गंगाजी की उत्पत्ति हुई वह दिन ‘गंगा जयंती’ (वैशाख शुक्ल सप्तमी ) नाम से जाना जाता है । इन दिनों में गंगाजी में गोता मारने से विशेष सात्त्विकता, प्रसन्नता और पुण्यलाभ होता है ।

🌹वेद व्यासजी कहते थे कि गंगाजी का एक गोपनीय मंत्र है । और वो गंगाजी का मूल मंत्र एक बार भी जप करो तो तुम निष्पाप होने लगोगे ।

गंगाजी का मंत्र
ॐ नमो गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नमः॥

🌹 सर्वरोगहारी निम्ब (नीम) सप्तमी…
(निम्ब सप्तमी : 08 मई 2022)

🌹 भविष्य पुराण के ब्राह्म पर्व में मुनि सुमंतुजी राजा शतानीक को निम्ब सप्तमी (वैशाख शुक्ल सप्तमी) की महिमा बताते हुए कहते हैं : ‘‘इस दिन निम्ब-पत्र का सेवन किया जाता है । यह सप्तमी सभी तरह से व्याधियों को हरनेवाली है । इस दिन भगवान सूर्य का ध्यान कर उनकी पूजा करनी चाहिए । सूर्यदेव की प्रसन्नता के लिए नैवेद्य के रूप में गुड़ोदक (गुड़-मिश्रित जल) समर्पित करे फिर निम्न मंत्र द्वारा निम्ब की प्रार्थना करे व भगवान सूर्य को निवेदित करके 10-15 कोमल पत्ते प्राशन (ग्रहण) करे :
त्वं निम्ब कटुकात्मासि आदित्यनिलयस्तथा ।
सर्वरोगहरः शान्तो भव मे प्राशनं सदा ।।

🌹‘हे निम्ब ! तुम भगवान सूर्य के आश्रय स्थान हो । तुम कटु स्वभाववाले हो । तुम्हारे भक्षण करने से मेरे सभी रोग सदा के लिए नष्ट हो जायें और तुम मेरे लिए शांतस्वरूप हो जाओ ।’इस मंत्र से निम्ब का प्राशन करके भगवान सूर्य के समक्ष पृथ्वी पर आसन बिछाकर बैठ के सूर्यमंत्र का जप करे ।
भगवान सूर्य का मूल मंत्र है :
‘ॐ खखोल्काय नमः ।’ सूर्य का गायत्री मंत्र है : ‘ॐ आदित्याय विद्महे विश्वभागाय धीमहि । तन्नः सूर्यः प्रचोदयात् ।’

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