07सितंबर शनिवार का राशिफल एवम पंचांग

मेष राशि : आप अपने क्रोध एवं वाणी पर संयम रखें. अकारण किसी से वाद हो सकता है. व्यापार में बार-बार अपना निर्णय न बदलें. इससे आपके सहयोगियों के मध्य हताशा एवं असमंजस बढ़ेगा. रोजगार की तलाश में इधर से उधर भटकना पड़ेगा.

नौकरी में उच्च अधिकारी से दूरी बनाकर रखें. विद्यार्थी वर्ग अपने अध्ययन संबंधी कार्य को टालने से बचें. उद्योग धंधे की बाधा परिजनों एवं मित्रों की सहयोग से दूर होगी. राजनीतिक क्षेत्र में राजनीतिक कौशल के प्रशंसा होगी. गुप्त शत्रु व विरोधियों से सावधान रहें. शराब का सेवन कर वाहन ना चलाएं अन्यथा आपको हवालात की हवा खानी पड़ सकती है।* 🪶 उपाय :- विधवा की सहायता करें. उनसे धन न लें।
वृषभ राशि : आपकी कोई मनोकामना पूरी होगी. किसी उच्चाधिकारी व्यक्ति से मार्गदर्शन एवं सानिध्य मिलेगा. किसी व्यापारिक व्यक्ति के कारण व्यापार में उन्नतिकारक परिवर्तन होने के संकेत मिल रहे हैं. नौकरी में आपकी लगन एवं ईमानदार आपके उच्च अधिकारी को प्रभावित करेगी. वस्त्र, आभूषण, अध्ययन आदि के व्यापार में लोगों को कोई विशेष सफलता मिलने के संकेत मिल रहे है. किसी पुराने मामले में समझौते का दबाव आपके ऊपर बना रहेगा. विद्यार्थी वर्ग की पढ़ाई की बजाय घूमने फिरने में अधिक रुचि रहेगी. नौकरी में आपके द्वारा किए जा रहे प्रयास सफल होंगे. राजनीति में लाभ का पद प्राप्त हो सकता है।
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🪶 उपाय – फर्श पर पौछा लगाते समय समुद्री नमक मिला लें। इससे घर की सभी नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होगी।
मिथुन राशि : व्यापार में सगे संबंधीयों इष्ट मित्रों के सहयोग से व्यापार गति पकड़ेगा. कार्यक्षेत्र में कुछ मुश्किल कम होगी. समाज में उच्च पद प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ संपर्क बनेंगे. अपने ऊपर विश्वास रखें. उद्योग धंधे के क्षेत्र से जुड़े व्यक्तियों को उद्योग धंधे में लाभ एवं उन्नति के योग बनेंगे. ीविका नौकरी के क्षेत्र में संलग्न लोगों को परिश्रम का फल प्राप्त होगा. मन में संतुष्टि बढ़ेगी. मनपसंद भोजन प्राप्त होगा. राजनीति में उच्च पद एवं प्रतिष्ठा प्राप्त बढ़ेगी. वाहन सुख उत्तम रहेगा।* 🪶 उपाय :- बृहस्पति गायत्री मंत्र का जाप हल्दी की माला पर 11 माला करें।कर्क राशि : अपनी आवश्यकताओं को अधिक न बढ़ने दें. समाज में मान प्रतिष्ठा के प्रति सचेत रहें. गुप्त शत्रु आपकी कमजोरी का लाभ उठाने की कोशिश करेंगे. कार्य क्षेत्र में अतिरिक्त परिश्रम करने की आवश्यकता रहेगी. अपने सहयोगियों के साथ तालमेल बनाने की आवश्यकता रहेगी. व्यापार में मन लगाकर कार्य करें. किसी महत्वपूर्ण कार्य में सफलता मिलेगी. नौकरी में उच्च अधिकारियों से निकटता बढ़ेगी. किसी महत्वपूर्ण अभियान की कमान आपको मिल सकती है. राजनीति में पद बढ़ेगा. शासन सत्ता से जुड़े लोगों को नवीन दायित्व मिलेंगे।
🪶 उपाय – यदि आप चाहते हैं कि आपके घर में सुख-शान्ति बनी रहे तथा आप आर्थिक रूप से समर्थ रहें तो प्रत्येक अमावस्या को पूरे घर की पूर्ण सफाई कराएं।
सिंह राशि : बनते बनते कार्यों में व्यवधान आयेंगे. किसी के बहकावे में न आएं. अपने बुद्धि विवेक से कार्य करें. सामाजिक कार्यों के प्रति रुचि कम होगी. व्यावसायिक क्षेत्र में विघ्न एवं बाधा का सामना करना पड़ेगा. जीविका के क्षेत्र में लगे लोगों को अपने सहयोगियों के साथ अधिक तालमेल बनाने की आवश्यकता रहेगी. विरोधी पक्ष आपको नीचे दिखाने की कोशिश कर सकते हैं।
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🪶 उपाय – माह में दो बार मंगलवार या शनिवार को उपले पर थोड़ा से लोबान रखकर उसके धुर्ये को पूरे घर में घुमायें, धन आगमन के मार्ग प्रशस्त होंगे।
कन्या राशि : नौकरी की तलाश पूरी होगी. मजदूर को कार्य करने को मिलेगा. बहुराष्ट्रीय कंपनीयों में कार्यरत लोगों को भी महत्वपूर्ण कार्य करने की जिम्मेदारी मिलेगी. जिससे कार्य क्षेत्र में उनका प्रभाव बढ़ेगा. राजनीति में पद एवं प्रतिष्ठा बढ़ेगी. सरकार के जनकल्याण के कार्य की जिम्मेदारी आपको प्राप्त होगी. भूमि ,संबंधी कार्य में लगे लोगों को सफलता मिलेगी. नवीन व्यापार शुरू कर सकते हैं. कार्य क्षेत्र में इधर-उधर की बातों की बजाय अपने कार्य पर ध्यान दें. अपने गुप्त योजना को किसी अन्य के सामने उजागर न करें. कार्य की गंभीरता के अनुसार अपना ध्यान उसे पर फोकस करें।* 🪶 उपाय :- शिवलिंग पर चांदी के नाग और नागिन का जोड़ा चढ़ाएं।
तुला राशि : कार्यक्षेत्र में मन कम लगेगा. शरीर में आलस्य भरा रहेगा. राजनीति में सावधानी बरतें. किसी कार्य में बनते बनते व्यवधान आ सकता है. निकिसी अनजान व्यक्ति पर अधिक भरोसा घातक सिद्ध हो सकता है. परिवार में कोई शुभ घटना घट सकती है. बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत लोगों को पदोन्नति मिलने को शुभ समाचार मिलेगा. वाहन उद्योग से जुड़े लोगों को महत्वपूर्ण सफलता मिलेगी. कोर्ट कचहरी के मामले में निर्णय आपके पक्ष में आ सकता है. छोटी-छोटी यात्राएं करनी पड़ सकती हैं. विद्यार्थी वर्ग को अध्ययन में कुछ रूकावटों का सामना करना पड़ेगा।उपाय :- श्री हनुमान जी के आराधना करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें।
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वृश्चिक राशि : कार्यक्षेत्र में जोखिमपूर्ण कार्य को करने में सफल होंगे. व्यापार में कड़ा परिश्रम करना पड़ेगा. व्यवहार सहयोगात्मक रहेगा. नौकरी में पदोन्नति के योग बनेंगे. पैतृक धन संपत्ति आपको मिलेगी. भूमि, भवन, वाहन आदि के क्रय विक्रय से लाभ होगा. फोर्स से जुड़े लोगों को शत्रु पक्ष अथवा विरोधियों पर विजय प्राप्त होगी. कोई काफी समय से रुका हुआ कार्य संपन्न होगा. राजनीति में आपके नेतृत्व की सरगना होगी. दलाली, दबंग आदि करने वाले लोगों को उन्नति एवं सफलता प्राप्त होगी. बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत लोगों को उनके पुरुषार्थ एवं समाज के लिए अपने बॉस से सराहना प्राप्त होगी।* 🪶 उपाय – कभी भी किसी को दान दें तो उसे घर की देहरी में अन्दर न आने दें। दान देहरी के अन्दर से ही करें।
धनु राशि : रोजगार प्राप्त होगा. नौकरी में उच्चाधिकारी का सहयोग बना रहेगा. राजनीति, लेखन कार्य से जुड़े लोगों को उच्च सफलता प्राप्त होगी. किसी पुराने मुकदमे में छुटकारा मिलेगा. जेल से मुक्त होंगे. समाज में आपके अच्छे कार्यों की सराहना होगी. व्यापार में नए सहयोगी बनेंगे. शासन सत्ता का लाभ मिलेगा. किसी महत्वपूर्ण कार्य अथवा लंबी दूरी की यात्रा पर जाना सफल होगा. धार्मिक आयोजन के संयोजन की जिम्मेदारी मिल सकती है. अपने कार्य पर फोकस करने के लिए पूरी कोशिश करेंगे. कार्यस्थल पर सुख सुविधा प्राप्त होगी. अपने नेतृत्व में कोई बड़ा सफलता मिलेगी।
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🪶 उपाय – यदि नियमित रूप से घर की प्रथम रोटी गाय को व अन्तिम रोटी कुत्ते को दें, तो आपके भाग्य के द्वार खुलने से कोई नहीं रोक सकता है।
मकर राशि : दिन की शुरुआत अत्यंत शुभ समाचार के साथ होगी. कार्यक्षेत्र में उच्चाधिकारी से निकटता बढ़ेगी. परिवार में मांगलिक कार्य संपन्न होगा. किसी की व्यक्ति का सहयोग एवं सानिध्य प्राप्त होगा. व्यापार में विस्तार करने की योजना सफल होगी. नौकरी में पदोन्नति के साथ महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलेगी. राजनीति में पद एवं प्रतिष्ठा बढ़ेगी. अभिनय के क्षेत्र से जुड़े लोगों को कोई महत्वपूर्ण सफलता मिल सकती है. भूमि के विक्रय की योजना सफल होगी. विदेश यात्रा की अभिलाषा पूरी हो सकती है. रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे. समाज में मान एवं प्रतिष्ठा बढ़ने की योग बनेंगे।* 🪶 उपाय – आप अपने घर में कुछ कच्चा स्थान अवश्य रखें। यदि सम्भव हो तो यह घर के मध्य आंगन में हो। यदि यहां तुलसी का पौधा लगा है तो फिर आपके कार्यों में कभी रुकावट नहीं आ सकती है।
कुम्भ राशि : बैंक में जमा पूंजी धन में वृद्धि होगी. कोई महत्वपूर्ण कार्य संपन्न होगा. व्यापार में किसी परिजन का सहयोग एवं सानिध्य मिलेगा. नौकरी की तलाश में इधर से उधर भटकना पड़ सकता है. आपको शारीरिक श्रम अधिक करना पड़ सकता है. विभिन्न फर्म अथवा उद्योग से जुड़े उनके प्रतिनिधियों को भाग दौड़ की अपेक्षा सफलता कम मिलेगी. राजनीति में आपकी प्रभाव पूर्ण भाषा शैली के कारण उच्च पद मिल सकता है. किसी की साझेदारी में कार्य करने से हानि हो सकती है. अपने शत्रुओं व विरोधियों को अपनी कमजोरी का पता न चलने दे. अन्यथा वे आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं।
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🪶 उपाय – आर्थिक सम्पन्नता के लिये आप नियम बना लें कि नित्य ही किसी भी पीपल के वृक्ष में जल अवश्य दें।
मीन राशि : किसी महत्वपूर्ण कार्य में विघ्न आ सकता है. गृहस्थ जीवन में जीवन साथी सहयोगी सिद्ध होगा. भोग विलास सामग्री पर अत्यधिक धन खर्च करेंगे. कार्य क्षेत्र में अधिक अत्यधिक व्यस्तता बनी रहेगी. नौकरी में झूठा आरोप लग सकता है. व्यर्थ वाद विवाद से बचें. अन्यथा बात झगड़े तक पहुंच सकते है. किसी की बुरी बात को दिल से न लगाएं. राजनीतिक विरोधी षड्यंत्र रच सकते हैं. किसी अनचाही यात्रा पर जाने से बचें. किसी अभिन्न मित्र से बिना वजह अनबन हो सकती है. किसी के बहकावे में न आए. व्यर्थ तनाव होगा।* 🪶 *उपाय – गरीबों को अन्नदान करें।
*🌞 ll~ वैदिक पंचांग ~ll 🌞*
🌤️ दिनांक – 07 सितम्बर 2024
🌤️ दिन – शनिवार
🌤️ विक्रम संवत – 2081
🌤️ शक संवत -1946
🌤️ अयन – दक्षिणायन
🌤️ ऋतु – शरद ॠतु
🌤️ मास – भाद्रपद
🌤️ पक्ष – शुक्ल
🌤️ तिथि – चतुर्थी शाम 05:37 तक तत्पश्चात पंचमी
🌤️ नक्षत्र – चित्रा दोपहर 12:34 तक तत्पश्चात स्वाती
🌤️ योग – ब्रह्म रात्रि 11:17 तक तत्पश्चात इन्द्र
🌤️ राहुकाल – सुबह 09:30 से सुबह 11:03 तक
🌤️ सूर्योदय -05:34
🌤️ सूर्यास्त- 06:04
👉 दिशाशूल – पूर्व दिशा मे
🚩 व्रत पर्व विवरण – विनायक चतुर्थी,श्रीगणेश चतुर्थी (चन्द्र-दर्शन निषिद्ध,चन्द्रास्त : रात्रि 09:27),श्रीगणेश महोत्सव प्रारंभ
💥 विशेष – चतुर्थी को मूली खाने से धन का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
💥 ब्रह्म पुराण’ के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- ‘मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।’ (ब्रह्म पुराण’)
💥 शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए ‘ॐ नमः शिवाय।’ का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण’)
💥 हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)

👉🏻 ऋषि पंचमी पर कैसे करे पूजन एवं ऋषि पंचमी की महिमा⤵️

🌷 गणेश चतुर्थी 🌷
🙏🏻 गणेशजी का जन्म भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को मध्याह्न में हुआ था। उस समय सोमवार का दिन, स्वाति नक्षत्र, सिंह लग्न और अभिजीत मुहूर्त था। गणेशजी के जन्म के समय सभी शुभग्रह कुंडली में पंचग्रही योग बनाए हुए थे।
👉🏻 इस वर्ष यह त्यौहार 07 सितम्बर 2024 शुक्रवार को मनाया जाएगा।
वैसे तो भविष्य पुराण में सुमन्तु मुनि का कथन है
“न तिथिर्न च नक्षत्रं नोपवासो विधीयते । यथेष्टं चेष्टतः सिद्धिः सदा भवति कामिका।।”
🙏🏻 “भगवान गणेशजी की आराधना में किसी तिथि, नक्षत्र या उपवासादि की अपेक्षा नहीं होती। जिस किसी भी दिन श्रद्धा-भक्तिपूर्वक भगवान गणेशजी की पूजा की जाय तो वह अभीष्ट फलों को देनेवाली होती है।” फिर भी गणेशजी के जन्मदिन पर की जानेवाली उनकी पूजा का विशेष महत्व है। तभी तो भविष्यपुराण में ही सुमन्तु मुनि फिर से कहते हैं की
“शुक्लपक्षे चतुर्थ्यां तु विधिनानेन पूजयेत्। तस्य सिध्यति निर्विघ्नं सर्वकर्म न संशयः ।।
एकदन्ते जगन्नाथे गणेशे तुष्टिमागते। पितृदेवमनुष्याद्याः सर्वे तुष्यन्ति भारत ।।”
🙏🏻 “शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को उपवास कर जो भगवान गणेशजी का पूजन करता है, उसके सभी कार्य सिद्ध हो जाते हैं और सभी अनिष्ट दूर हो जाते हैं। श्रीगणेशजी के अनुकूल होने से सभी जगत अनुकूल हो जाता है। जिस पर एकदन्त भगवान गणपति संतुष्ट होते हैं, उसपर देवता, पितर, मनुष्य आदि सभी प्रसन्न रहते हैं।”
अग्निपुराण के अनुसार भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी को व्रत करनेवाला शिवलोक को प्राप्त करता है |
भविष्यपुराण, ब्राह्मपर्व के अनुसार
मासि भाद्रपदे शुक्ला शिवा लोकेषु पूजिता । ।
तस्यां स्नानं तथा दानमुपवासो जपस्तथा । क्रियमाणं शतगुणं प्रसादाद्दन्तिनो नृप । ।
गुडलवणघृतानां तु दानं शुभकरं स्मृतम् । गुडापूपैस्तथा वीर पुण्यं ब्राह्मणभोजनम् । ।
यास्तस्यां नरशार्दूल पूजयन्ति सदा स्त्रियः । गुडलवणपूपैश्च श्वश्रूं श्वसुरमेव च । ।
ताः सर्वाः सुभगाः स्युर्वे१ विघ्रेशस्यानुमोदनात् । कन्यका तु विशेषेण विधिनानेन पूजयेत् । ।

🙏🏻 भाद्रपद मास की शुक्ल चतुर्थी का नाम ‘शिवा’ है, इस दिन जो स्नान, दान उपवास, जप आदि सत्कर्म किया जाता है, वह गणपति के प्रसाद से सौ गुना हो जाता है | इस चतुर्थी को गुड़, लवण और घृत का दान करना चाहिये, यह शुभ माना गया है और गुड़ के अपूपों (मालपुआ) से ब्राह्मणों को भोजन कराना चाहिये तथा उनकी पूजा करनी चाहिये | इस दिन जो स्त्री अपने सास और ससुर को गुड़ के पुए तथा नमकीन पुए खिलाती है वह गणपति के अनुग्रह से सौभाग्यवती होती है | पति की कामना करनेवाली कन्या विशेषरूप से इस चतुर्थी का व्रत करे और गणेशजी की पूजा करें |
गरुड़पुराण के अनुसार “सोमवारे चतुर्थ्यां च समुपोष्यार्चयेद्गणम्। जपञ्जुह्वत्स्मरन्विद्या स्वर्गं निर्वाणतां व्रजेत् ॥” सोमवार, चतुर्थी तिथिको उपवास रखकर व्रती को विधि – विधान से गणपतिदेव की पूजा कर उनका जप, हवन और स्मरण करना चाहिये | इस व्रत को करने से उसे विद्या, स्वर्ग तथा मोक्ष प्राप्त होता है |
शिवपुराण के अनुसार “वर्षभोगप्रदा ज्ञेया कृता वै सिंहभाद्रके” जब सूर्य सिंह राशिपर स्थित हो, उस समय भाद्रपदमास की चतुर्थी को की हुई गणेशजी की पूजा एक वर्ष तक मनोवांछित भोग प्रदान करती है
अग्निपुराण अध्याय 301 के अनुसार
पूजयेत्तं चतुर्थ्याञ्च विशेषेनाथ नित्यशः ।।
श्वेतार्कमूलेन कृतं सर्व्वाप्तिः स्यात्तिलैर्घृतैः ।
तण्डुलैर्दधिमध्वाज्यैः सौभाग्यं वश्यता भवेत् ।।
🙏🏻 गणेशजी की नित्य पूजा करें, किंतु चतुर्थी को विशेष रूप से पूजा का आयोजन करें। सफ़ेद आक की जड़ से उनकी प्रतिमा बनाकर पूजा करें। उनके लिए तिल की आहुति देने पर सम्पूर्ण मनोरथों की प्राप्ति होती है। यदि दही, मधु और घी से मिले हुए चावल से आहुति दी जाय तो सौभाग्य की सिद्धि एवंय शिवत्व की प्राप्ति होती है।
🙏🏻 गणेश जी को मोदक (लड्डू), दूर्वा घास तथा लाल रंग के पुष्प अति प्रिय हैं । गणेशजी अथर्वशीर्ष में कहा गया है “यो दूर्वांकुरैंर्यजति स वैश्रवणोपमो भवति” अर्थात जो दूर्वांकुर के द्वारा भगवान गणपति का पूजन करता है वह कुबेर के समान हो जाता है। “यो मोदकसहस्रेण यजति स वाञ्छित फलमवाप्रोति” अर्थात जो सहस्र (हजार) लड्डुओं (मोदकों) द्वारा पूजन करता है, वह वांछित फल को प्राप्त करता है।
🙏🏻 गणेश चतुर्थी पर गणेशजी को 21 लड्डू, 21 दूर्वा तथा 21 लाल पुष्प (अगर संभव हो तो गुड़हल) अर्पित करें।

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