11 मई का राशिफल और पंचांग

मेष: अधिकतर समय घर परिवार व संबंधियों के साथ व्यतीत होगा। जिससे आपसी संबंधों में और अधिक नजदीकियां आएंगी। इस समय ग्रह स्थिति कुछ लाभदायक परिस्थितियों का निर्माण कर रही है, इसलिए समय का भरपूर सदुपयोग करें। स्वाथ्य सुधार होगा लेकिन हल्की थकान महसूस कर सकते है।

वृष:ताजगी का अनुभव होता रहेगा । चल रही किसी पुरानी समस्या का हल मिलने से बहुत अधिक सुकून महसूस करेंगे। परिवार के बड़े बुजुर्गों के प्रति सेवा भाव रखें तथा उनके मार्ग दर्शन को अपने जीवन में जरूर अपनाएं। आध्यात्मिक रूचि और बढेगी।

मिथुन: कोई शुभ सूचना प्राप्त होगी। इसलिए मीडिया तथा संपर्क सूत्रों संबंधी गतिविधियों में अपना ध्यान विशेष रूप से केंद्रित रखें। धार्मिक तथा आध्यात्मिक क्षेत्र के प्रति भी आपका रुझान बना रहेगा। जिससे आप अपने आपको मानसिक रूप से बहुत अधिक स्वस्थ महसूस करेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

कर्क:आज किसी भी फोन कॉल को नजरअंदाज ना करें, क्योंकि कोई महत्वपूर्ण सूचना मिल सकती है। मार्केटिंग व मीडिया से संबंधित कार्यों पर अपना पूरा ध्यान केंद्रित रखें। ये गतिविधियां आपकी आर्थिक स्थिति के लिए भी बहुत अधिक लाभदायक साबित होंगी। स्वास्थ्य की दृष्टि से सुधार होगा । मन शान्त रखें।

सिंह: व्यक्तिगत कार्यों में सफलता मिलने से मानसिक शांति का अनुभव होगा। कठिन से कठिन कार्य को आप अपने दृढ़ निश्चय से पूरा करने की क्षमता रखेंगे। मित्र मण्डली का सहयोग मिलेगा । गलत का विरोध करने की ताकत बढ़ेगी।

कन्या: आत्म अवलोकन करने से आपको बहुत अधिक मानसिक शांति अनुभव होगी। तथा कई समस्याओं का समाधान भी मिलेगा। आर्थिक दृष्टि से आज का दिन आपके लिए उपलब्धियां ला रहा है। आध्यात्मिक कार्यों में और अधिक रूचि बनेगी। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

तुला:आप जीवन को सकारात्मक नजरिए से समझने की कोशिश कर रहे हैं जो कि एक बेहतरीन उपलब्धि है। धर्म तथा आध्यात्मिकता के प्रति आपका विश्वास आपके अंदर शांति और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करेगा। चुस्त रहने से मन को खुशी मिलेगी और कार्यसिद्धि भी सकारात्मक रहेगी।

वृश्चिक:घर में नवीनीकरण या परिवर्तन संबंधी कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं बनेंगी। इसके लिए वास्तु संबंधी नियमों का पालन करना उचित रहेगा। परिवार में प्रॉपर्टी या अन्य किसी मुद्दे को लेकर जो गलतफहमी चल रही थी, आज वह किसी की मध्यस्थता से हल हो सकती है। आलस्य दूर करने के लिए प्रयासरत रहें।

धनु:आज समय आपके साथ है इसलिए परिणाम भी सकारात्मक रहेगे । पिछले कुछ समय से चल रही समस्याओं का समाधान मिलने से घर का माहौल भी सकारात्मक हो जाएगा। तथा आपसी संबंधों में मजबूती आएगी। काफी समय से कोई रुकी हुई पेमेंट भी मिल सकती है। जिसकी वजह से आर्थिक स्थिति और अधिक बेहतर बनेगी। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

मकर:कुछ परिवार संबंधी वाद-विवाद आज निपटने से घर में सुकून और शांति भरा वातावरण रहेगा। मन शान्त रहेगा जिससे आप अपनी व्यक्तिगत गतिविधियों पर और अधिक ध्यान केंद्रित कर पाएंगे। किसी नजदीकी मित्र का सहयोग भी आपके मनोबल व आत्मविश्वास को बनाकर रखेगा। समय अनुकूल रहेगा जिससे मन प्रफुल्लित होगा।

कुंभ:सामाजिक व राजनीतिक क्षेत्र में आपका वर्चस्व बढ़ेगा। प्रतिष्ठा उच्च होगी । लाभदायक संपर्क सूत्र भी स्थापित होंगे। आज कई प्रकार की गतिविधियों में व्यस्तता बनी रहेगी जिससे थकान हो सकती है फिर भी आप थकान के बावजूद बहुत अधिक खुशी महसूस करेंगे। रोजगार के योग है। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

मीन:आज आप ऊर्जा व आत्मविश्वास से युक्त रहेंगे। किसी भी मुश्किल काम को अपने परिश्रम द्वारा हल करने की क्षमता रखेंगे। घर में अविवाहित व्यक्ति के लिए कोई अच्छा रिश्ता आने से घर में उत्सव का सा माहौल रहेगा। स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।मनोरंजन के आसार बनेंगे।
आज का पंचांग
⛅दिनांक 11 मई 2022
⛅दिन – बुधवार
⛅विक्रम संवत – 2079
⛅शक संवत – 1944
⛅अयन – उत्तरायण
⛅ऋतु – ग्रीष्म
⛅मास – वैशाख
⛅पक्ष – शुक्ल
⛅तिथि – दशमी शाम 07:31 तक तत्पश्चात एकादशी
⛅नक्षत्र -पूर्वाफाल्गुनी शाम 07:28 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी
⛅योग – व्याघात रात्रि 07:25 तक तत्पश्चात हर्षण
⛅राहुकाल – दोपहर 12:36 से 02:15 तक
⛅सूर्योदय – 05:16
⛅सूर्यास्त – 06:19
⛅दिशाशूल – उत्तर दिशा में
⛅ब्रह्म मुहूर्त- प्रातः 04:34 से 05:17 तक
⛅निशिता मुहूर्त – रात्रि 12.14 से 12:58 तक

🔷स्वास्थ्य प्रदायक स्नान विधि🔷
👉स्नान सूर्योदय से पहले ही करना चाहिए।
👉मालिश के आधे घंटे बाद शरीर को रगड़-रगड़ कर स्नान करें।
👉स्नान करते समय स्तोत्रपाठ, कीर्तन या भगवन्नाम का जप करना चाहिए।
👉स्नान करते समय पहले सिर पर पानी डालें फिर पूरे शरीर पर, ताकि सिर आदि शरीर के ऊपरी भागों की गर्मी पैरों से निकल जाय।
👉’गले से नीचे के शारीरिक भाग पर गर्म (गुनगुने) पानी से स्नान करने से शक्ति बढ़ती है, किंतु सिर पर गर्म पानी डालकर स्नान करने से बालों तथा नेत्रशक्ति को हानि पहुँचती है।’ (बृहद वाग्भट, सूत्रस्थानः अ.3)
👉स्नान करते समय मुँह में पानी भरकर आँखों को पानी से भरे पात्र में डुबायें एवं उसी में थोड़ी देर पलके झपकायें या पटपटायें अथवा आँखों पर पानी के छींटे मारें। इससे नेत्रज्योति बढ़ती है।
👉निर्वस्त्र होकर स्नान करना निर्लज्जता का द्योतक है तथा इससे जल देवता का निरादर भी होता है।
👉किसी नदी, सरोवर, सागर, कुएँ, बावड़ी आदि में स्नान करते समय जल में ही मल-मूत्र का विसर्जन नही करना चाहिए।
👉प्रतिदिन स्नान करने से पूर्व दोनों पैरों के अँगूठों में सरसों का शुद्ध तेल लगाने से वृद्धावस्था तक नेत्रों की ज्योति कमजोर नहीं होती।

🔷स्नान के प्रकारः मन:शुद्धि के लिए-🔷
👉ब्रह्म स्नानः ब्राह्ममुहूर्त में ब्रह्म-परमात्मा का चिंतन करते हुए।
👉देव स्नानः सूर्योदय के पूर्व देवनदियों में अथवा उनका स्मरण करते हुए।

🔷समयानुसार स्नानः🔷

👉ऋषि स्नानः आकाश में तारे दिखते हों तब ब्राह्ममुहूर्त में।
👉मानव स्नानः सूर्योदय के पूर्व।
👉दानव स्नानः सूर्योदय के बाद चाय-नाश्ता लेकर 8-9 बजे।
👉करने योग्य स्नानः ब्रह्म स्नान एवं देव स्नान युक्त ऋषि स्नान।
👉रात्रि में या संध्या के समय स्नान न करें। ग्रहण के समय रात्रि में भी स्नान कर सकते हैं। स्नान के पश्चात तेल आदि की मालिश न करें। भीगे कपड़े न पहनें।। (महाभारत, अनुशासन पर्व)
👉दौड़कर आने पर, पसीना निकलने पर तथा भोजन के तुरंत पहले तथा बाद में स्नान नहीं करना चाहिए। भोजन के तीन घंटे बाद स्नान कर सकते हैं।
👉बुखार में एवं अतिसार (बार-बार दस्त लगने की बीमारी) में स्नान नहीं करना चाहिए।
👉दूसरे के वस्त्र, तौलिये, साबुन और कंघी का उपयोग नहीं करना चाहिए।
👉त्वचा की स्वच्छता के लिए साबुन की जगह उबटन का प्रयोग करें।
👉स्नान करते समय कान में पानी न घुसे इसका ध्यान रखना चाहिए।
👉स्नान के बाद मोटे तौलिये से पूरे शरीर को खूब रगड़-रगड़ कर पोंछना चाहिए तथा साफ, सूती, धुले हुए वस्त्र पहनने चाहिए। टेरीकॉट, पॉलिएस्टर आदि सिंथेटिक वस्त्र स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं हैं।
👉जिस कपड़े को पहन कर शौच जायें या हजामत बनवायें, उसे अवश्य धो डालें और स्नान कर लें।

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