भगवान भरोसे खूंटी जिले के फटका पंचायत के ग्रामीण, अस्पताल जाने के लिए चार कन्धों का लेना पड़ता है सहारा
खूंटी : खनिज संपदा और प्रकृति से आच्छादित झारखण्ड आज भी गरीब राज्यों की श्रेणी में खड़ा है.यहां पर न तो समुचित स्वास्थ्य सुविधा है और न ही शिक्षा की व्यवस्था. जनता भगवान भरोसे जीने को मजबूर हैं. कुछ इसी तरह की दुर्लभ तस्वीर को आज हम आपको दिखा रहे हैं. यह तस्वीर खूंटी जिले के तोरपा प्रखंड अंतर्गत फटका पंचायत का है. फटका-फडिंगा गांव के बीच बनई पड़ता है.
इसके आसपास करीब एक दर्जन गांव बारिश के दिनों में टापू जैसे हो जाता है. बनई नदी पर पुल नहीं होने से ग्रामीणों को बारिश के समय काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. खासकर जब कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो उसे अस्पातल ले जाने के लिए चार कन्धों की जरुरत पड़ती है. यानी खटिया में टांग कर अस्पताल पहुंचाना पड़ता है. यही नहीं स्कूली बच्चों को स्कूल जाने के लिए जान जोखिम में डालना पड़ता है. बेनार्दित तोपनो, सुशील सांगा सहित ग्रामीणों ने कहा कि बनई नदी पर पुल नहीं रहने से हमलोगों को 8-10 किमी घूमकर तपकारा बाजार जनता पड़ता है. पुल हो जाने से जिला मुख्यालय जाने में भी सुविधा होगी. पुल की मांग को लेकर हमलोग कई बार जिला प्रशासन से लेकर मत्रालय तक गुहार लगा चुके हैं.हर बार आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता है.
वहीं झाविमो के पूर्व जिला अध्यक्ष दिलीप कुमार मिश्रा ने कहा कि बनई नदी पर पुल की मांग पिछले कई वर्षों से ग्रामीणों की रही है. हमलोगों ने इसबार राज्यपाल, मुख्यमंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री को पत्र के माध्यम से पुल निर्माण की मांग किया है. यदि जल्द ही इसपर कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलता है तो ग्रामीण उग्र आन्दोलन करने को बाध्य होंगे.