सात के फेर में फंस गए पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह, जन्म लिया सातवें महीने में, मंत्री बनने से लेकर इस्तीफा भी दिया सातवें महीने में

पटना। सात के फेर में फंस गए हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह। इसे संयोग कहें या कुछ और। बस सात का फेरा अब तक उन्हें नहीं छोड़ा है। राज्यभा का कार्यकाल सातवें महीने में ही यानि जुलाई में समाप्त हो गया। जन्‍म से लेकर मंत्री बनने और मंत्री पद छोड़ने तक सात का यह अंक उनका साथ बखूबी निभाता चला गया। उनका जन्म भी सातवें महीने में हुआ। वह जुलाई 1958 था। पहली बार जुलाई 2019 में राज्‍यसभा सदस्‍य चुने गए। दूसरी बार जुलाई 2016 में राज्‍यसभा पहुंचे। यह सातवां महीना ही था। जदयू के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष का पद छोड़ने और केंद्रीय मंत्र‍िमंडल में इस्‍पात मंत्री के रूप में कार्यभार लेने का महीना भी जुलाई था। इसके बाद जब उनका राज्‍यसभा का कार्यकाल समाप्‍त हुआ तो वह भी सातवां महीना ही हुआ। ले‍किन 2022 का सातवां महीना उनके लिए खुशखबरी वाला नहीं रहा। अपने जन्‍मदिन के दिन ही उन्‍होंने मोदी कै‍बिनेट से इस्‍तीफा दे दिया।
सरकारी बंगले का नंबर भी सात था
दिलचस्प बात तो यह भी रही कि पटना में स्‍ट्रैंड रोड वाले उनके सरकारी बंगले का नंबर भी सात ही था। अब राज्‍यसभा की सदस्‍यता खत्‍म होने के बाद आरसीपी सिंह का अगला कदम क्‍या होगा, इसपर अब सभी की नजरें टिक गई हैं। पहले उनके इस्‍तीफा को लेकर सियासी अटकलों का दौर तेज था। अब उनके अगले कदम को लेकर ऐसा ही हो रहा है।

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