पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने राजकीय अंबेडकर विद्यालय का किया निरीक्षण


मृणाल शेखर,बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं विधानसभा अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण समिति के जीतन राम मांझी ने फारबिसगंज के रामपुर उत्तर स्थित प्लस टू स्तरीय राजकीय आवासीय विद्यालय का शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया।जहां निरीक्षण के क्रम जिला कल्याण पदाधिकारी समेत स्कूल प्रबंधन को व्यवस्था में सुधार को लेकर कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।आउटसोर्सिंग से दिए जाने वाले खाना को लेकर उन्होंने प्रश्न खड़ा करते हुए कहा कि आवासीय विद्यालय में रहने वाले बच्चों को आउटसोर्सिंग से मेनू के अनुसार गुणवत्तापूर्ण खाना नहीं दिया जा रहा है।वहीं स्कूल में शिक्षा में कमी का उल्लेख करते हुए स्कूल में गणित,संस्कृत,अंग्रेजी और विज्ञान के शिक्षक नहीं होने को लेकर जिला कल्याण पदाधिकारी को इसकी कमी शीघ्र दूर करने का निर्देश दिया।स्कूल में शिक्षक की अनुपलब्धता पर उन्होंने कहा कि जिला कल्याण पदाधिकारी समेत डीएम,आयुक्त और निदेशालय को इस पर संज्ञान लेना चाहिए था।उन्होंने आउटसोर्सिंग से खाना में रोटी,दूध और अंडा बच्चों को मेनू के अनुसार नहीं दिए जाने पर कहा कि स्थानीय होने के कारण आउटसोर्सिंग वालों का रवैया बच्चों के अनुकूल नहीं रहता है और वे बच्चों के साथ दबंगता के साथ पेश आते हुए धमकी देते रहते हैं,जो गलत है।वहीं नामांकन के अनुसार बच्चों की उपस्थिति पर संतोष जताया,लेकिन कहा कि बच्चों की निर्धारित सीट के अनुसार कमी है और इसको दूर करने के लिए अधिकारी और विभाग को दलित और महादलित बस्ती में काउंसिलिंग और जागरूकता कार्यक्रम चलाना चाहिए।जिसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को हिदायत भी दी।जानकारी देते हुए बताया कि एक बच्चे पर सरकार की ओर से अभी 2300 रुपैया महीना अकाउंट में दिया जाता है,जिसे शीघ्र ही बढ़ाकर 3000 किया जायेगा।स्कूल के भवन और छात्रावास की स्थिति पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने स्कूल की ध्वस्त हो चुकी चहारदीवारी के निर्माण के लिए भवन निर्माण विभाग एस ऐसे कराने पर कल्याण पदाधिकारी को निर्देशित किया।जमीन दाता के द्वारा विद्यालय का नामकरण उनके पूर्वजों के नाम पर किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने सहमति जताते हुए कहा कि यह सरकार की नीति भी है।
निरीक्षण उपरांत हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा प्रमुख एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में डोमिसाइल नीति लागू किया था।लेकिन वर्तमान में इसे समाप्त कर बिहारी प्रतिभा पर राज्य सरकार अंगुली उठा रही है।जबकि चंद्रयान उड़ान में बिहार के एक लड़का शामिल है।उन्होंने डोमिसाइल नीति बिहार में लागू होने की वकालत की।वहीं बिहार के विकास के लिए लघु,सीमांत और बड़े उद्योग को स्थापित करने के लिए बाहरी निवेशकों को बुलाकर उद्योग लगाने के लिए राज्य सरकार को प्रेरित करना चाहिए और ऐसा करने से ही बिहार से कामगारों का पलायन रुक सकता है।

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