पहली बार बिना मरहम के हज के लिए चलीं महिलाएं,सरकार के फैसले पर जताई खुशी
नई दिल्ली : हज के लिए अब महिलाएं अकेले ही यात्रा कर रही हैं। ये सभी महिलाएं बिना महरम यानी पति या किसी भी पुरुष जो उनके रक्त संबंधी हो, के बिना यात्रा करेंगी। बिना महरम के देशभर से यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या में चार हजार से ज्यादा की वृद्धि देखने को मिली है। दिल्ली से 39, आगरा से 4 महिलाएं यात्रा कर रही है। वहीं, पहली बार बिना महरम के यात्रा करने पर सभी महिलाओं ने खुशी जताई है। इन सभी ने मोदी सरकार के इस फैसले को सराहनीय बताया है।
सिर्फ दिल्ली से 39 ऐसी महिलाएं हज यात्रा के लिए अकेले रवाना होगी। यह सभी महिलाएं पहली बार बिना महरम के यात्रा करेंगी। दिल्ली एयरपोर्ट से हज के लिए इन यात्रियों का एक समूह रवाना हो गया है। केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने महिलाओं के इस जत्थे को रवाना किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री लेखी ने महिलाओं के समूह को रवाना करते हुए कहा कि मोदी सरकार में मुस्लिम महिलाएं भी आत्मनिर्भर हो रही हैं। घरों से अकेले बाहर निकल रही हैं। हज यात्रा के लिए हमेशा महरम का होना आवश्यक होता था, बिना उसके महिलाएं अकेले हज के लिए यात्रा नहीं कर सकती थी। लेकिन, अब ये महिलाएं अकेले हज की यात्रा के लिए रवाना हो रही है, जो एक एतिहासिक कदम है। लेखी ने आगे बताया कि महिला यात्रियों के जत्थे को लेकर काफी सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही हैं। सऊदी एयरलाइंस द्वारा पहली बार हज यात्रा के लिए महिलाओं को रवाना करने का ये ऑपरेशन सफल माना जा रहा है।
ये सुविधाएं मिलेंगी
केंद्रीय मंत्री लेखी ने बताया कि हज यात्रा में महिलाओं को वो सारी सुविधाएं दी जाएंगी, जिससे उन्हें कोई परेशानी का सामना न करने पड़े। पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती के अलावा महिलाओं की फिटनेस ट्रेनिंग का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। सऊदी में इन महिलाओं के रहने और ठहरने का भी बेहतर इतंजाम किया गया है।इमरजेंसी या तबीयत बिगड़ने जैसे हालात के मद्देनजर उचित दवाइयों और स्वास्थ्य सेवाओं का भी पूरा ध्यान रखा गया है।
उन्होंने बताया कि हज यात्रा में महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़ी व्यवस्था की गई है। अकेले यात्रा कर रही इन महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यह पहली बार है जब सभी महिलाएं हज के लिए अकेले यात्रा कर रही है।