‌बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर जोर ,पासवा के राष्ट्रीय अधिवेशन में लिया गया संकल्प

भुवनेश्वर: भगवान जगन्नाथ की भूमि पूरी में पासवा का चार दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन में बच्चों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की प्रतिबद्धता पर जोर देने का संकल्प लिया गया।  पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद की अध्यक्षता में देशभर के 300 शिक्षाविदों ने निजी विद्यालयों में स्कूल के बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराना, विद्यालयों में तकनीकी सुविधायें उपलब्ध कराना,नई शिक्षा नीति के मातहत शिक्षकों को प्रशिक्षण देना,प्री स्कूल में बेहतर शिक्षा प्रदान करना एसोसिएशन का विशेष फोकस रहेगा।
अधिवेशन में शिक्षा का अधिकार कानून, सीबीएसई द्वारा स्कूलों की मान्यता को लेकर निर्धारित कठिन शर्त,यू डाइस कोड के माध्यम से विधालयों को हो रही नाहक परेशानियों को लेकर विशेष रूप से चर्चा की गई।
ग्रुप डिस्कशन के उपरान्त आये विचारों और सुझावों पर प्रकाश डालते हुए पासवा अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने कहा शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों का व्यवहार असहनीय होता जा रहा है।राज्य हो या केन्द्र की सरकार प्राइवेट स्कूल को भी सरकारी स्कूल की तरह बनाने पर आमदा है,आरटीई के तहत 25 प्रतिशत बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा देने के बावजूद स्कूलों को कई वर्षों से पैसा नहीं मिलता है। सरकार और उनके अधिकारी निजी विद्यालय के प्रिंसिपल, डायरेक्टर एवं शिक्षकों को जिस प्रकार अपमानित करते हैं वह अब असहनीय है,हम हड़ताल और आन्दोलन करने वाले लोग नहीं हैं। भारतीय संस्कृति और हमारे समाज ने माता पिता से बढ़कर गुरु को स्थान दिया है लेकिन जिस प्रकार पूरे देश में शिक्षकों को अपमान सहना पड़ रहा है,संचालकों को फाइल लेकर दौड़ाया जा रहा है यह ठीक नहीं है।एक बार इस देश के निजी विद्यालयों ने कठोर फैसले ले लिया तो पूरी शिक्षा व्यवस्था ढ़ह जाएगी।अधिवेशन के पहले दिन के सत्र का उद्धघाटन झारखण्ड सरकार के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने किया।अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि देशभर के शिक्षाविदों को मेरी हार्दिक अभिनन्दन और शुभकामनाएं हैं।एक बड़े उद्देश्य के लिए आयोजित 10 वां राष्ट्रीय अधिवेशन देश की शिक्षा प्रणाली एवं व्यवस्था को नई दिशा देगा एवं ऊर्जा का संचार करेगा।निजी विद्यालयों के बच्चों के लिए आज अनेकों अवसर हासिल हो रहे हैं जिसका श्रेय हमारे गुरु जनों को जाता है।पासवा के लिए हमेशा मैं खड़ा रहूंगा।
  समापन सत्र के मुख्य अतिथि ज्वाइंट सेक्रेटरी पुलिस भारत सरकार आनन्द किशोर शरण ने निजी विद्यालयों की प्रशंसा करते हुए कहा भारत जैसे विशाल देश में निजी स्कूलों के बगैर शिक्षा की बात बेईमान है। उन्होंने कहा आज मैं जिस स्थान पर हूं निजी विद्यालयों की समस्याओं को सरकार के स्तर पर निष्पादन करने का काम करुंगा।
  अधिवेशन में सर्वश्रेष्ठ पब्लिक रिलेशन अवार्ड से सम्मानित होने के उपरान्त समापन समारोह को संबोधित करते हुए झारखण्ड अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा पासवा से जुड़कर अपने आपको गौरवान्वित महसूस करता हूं।एक ऐसा संगठन जो समाज को शिक्षित करने की बात सोचता है, ज़हां कोई अमीर और गरीब नहीं, राजनीति का दूर दूर तक कोई नामोनिशान नहीं है। उन्होंने झारखण्ड में गैर मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों को सरकार द्वारा हो रही परेशानियों को दूर करने,यू डाइस कोड को लेकर हो रहे दिक्कतों पर पासवा सरकार से बात कर रही है। आलोक दूबे ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया है कि निजी विद्यालयों को अनावश्यक परेशान करना छोड़ दें।
अधिवेशन में सर्वश्रेष्ठ एवं उत्कृष्ट जिला पूरे देश में चतरा झारखण्ड को दिया गया।चतरा से प्रदेश महासचिव नीरज कुमार,चतरा जिला अध्यक्ष प्रवीण प्रकाश,चतरा से प्रदेश सचिव नेसार अंसारी,सिमरिया प्रखंड अध्यक्ष बच्चन पाण्डेय, धर्मवीर राम,सुनीता सहाय,बेबी सिंह,आशा पाण्डेय ने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्यामल अहमद एवं प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे के हाथों पुरी में सम्मानित हुए।
समापन समारोह के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए कई शिक्षाविदों को मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित भी किया गया। झारखण्ड पासवा अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे, कर्नाटक अध्यक्ष डॉ अफशद अयुब, तमिलनाडु अध्यक्ष बेलाल नट्टा, जम्मू कश्मीर अध्यक्ष डॉ अनुराधा शर्मा, मध्य प्रदेश अध्यक्ष पवन शर्मा, गुजरात अध्यक्ष श्रीमती अल्पा कोठारिया, सिक्किम अध्यक्ष सोनी वृद्धि, अरुणाचल प्रदेश अध्यक्ष तड़क-भड़क, आसाम अध्यक्ष शहनाज अहमद, हरियाणा अध्यक्ष विकास शर्मा, दिल्ली अध्यक्ष कुलदीप शर्मा, उत्तर प्रदेश अध्यक्ष फरजाना शकील सहित कई शिक्षाविदों को सम्मानित किया गया,
   अधिवेशन का संचालन पासवा की राष्ट्रीय सलाहकार फरजाना शकील ने किया।
समापन के अंतिम दिन पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद एवं झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने दसवीं राष्ट्रीय अधिवेशन के अभूतपूर्व सफलता के लिए पासवा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों सहित देश भर के शिक्षाविदों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा शैक्षणिक जगत में पासवा एक नये युग का सूत्रपात कर रही है और बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में देश में संचालित 5 लाख विद्यालयों के माध्यम से देश के अभिभावकों का भरोसा और विश्वास हासिल कर रही है। अधिवेशन के दूसरे दिन 3 जून को भीषण ट्रेन दुर्घटना को लेकर पासवा ने शोक प्रस्ताव पारित किया था,मृतकों के प्रति गहरी संवेदना एवं दुख प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा एवं घायलों की मदद के लिए उड़ीसा पासवा अध्यक्ष जयश्री मोहंती एवं महासचिव चिदमकया खटुवा के नेतृत्व में टीम गठित किया गया।

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