दिव्य कला मेला में दिव्यांग कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में बिखेरा जलवा
रांची: राजधानी रांची के हरमू मैदान में चल रहे दिव्य कला मेला में लोगों की काफी भीड़ होने लगी है। मेला के दूसरे दिन शुक्रवार को राज्य के अलग अलग जिले से आए लोगों ने मेला में खरीदारी की है। मेला में दिव्यांग जनों द्वारा तैयार शिल्प कला कृति, घर की जरूरतों के समान,बनारसी साड़ियां,रेशम के कपड़े,हैंड मेड साबुन सेंपू, कॉटन के शर्त इत्यादि कई सामग्रियों के स्टॉल लगाए गए हैं।
तकरीबन 60से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। ये सभी दिव्यांग दुकानदार देश के अलग अलग राज्यों से यहां आए हैं। राजधानी रांची के लोगों ने अन्य राज्यों के एक से बढ़कर एक आकर्षक सामग्रियों की खरीदारी की है।
दिव्य कला मेला को रांची के लोगों से जोरदार समर्थन मिल रहा है। यह आयोजन 8 सितंबर तक रांची में जारी रहेगा, जिसका उद्देश्य दिव्यांग व्यक्तियों को सशक्त बनाना और उनकी आर्थिक स्वावलंबन की यात्रा को प्रोत्साहित करना है।
मेले में आने वाले लोग हस्तनिर्मित शिल्प, वस्त्र और आभूषण जैसे विभिन्न प्रकार के कारीगर उत्पादों का अन्वेषण और खरीदारी कर सकते हैं, जो देश भर के दिव्यांग कारीगरों की अनूठी प्रतिभा और रचनात्मकता को दर्शाते हैं। इन प्रतिभाशाली व्यक्तियों का समर्थन करके, रांची के लोग न केवल उनके कौशल को मान्यता दे रहे हैं, बल्कि उनकी आर्थिक स्वतंत्रता की यात्रा में भी योगदान दे रहे हैं।
वहीं मेला परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी हर दिन आयोजन किया जा रहा है। इसमें दिव्यांग जन अपनी कला को प्रस्तुत करते हैं।
मेले के जीवंत माहौल में चार चांद लगाते हुए, बिहार के प्रतिभाशाली दिव्यांग गायक राजीव रंजन ने अपने जोशीले बॉलीवुड गानों की प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके प्रदर्शन को वहां मौजूद सभी लोगों ने खूब सराहा और उत्साहपूर्वक तालियों के साथ स्वागत किया।