चतरा लोकसभा सीट से स्थानीय जनप्रतिनिधि को टिकट देने की फिर से उठने लगी मांग,जगह,जगह लगाए गए पोस्टर
लातेहार: लोकसभा चुनाव 2024 में चतरा लोकसभा सीट पर फिर से स्थानीय जन प्रतिनिधि को टिकट देने की मांग होने लगी है। इसके लिए चतरा लोकसभा क्षेत्र में कई जगहों पर पोस्टरबाजी शुरू हो गई है। बिजली के पोल और चौक चौराहे पर लगे पोस्टर में लिखे स्लोगन के मुताबिक बहुत हो गया बाहरी प्रतिनिधि,चतरा मांगे स्थानीय प्रतिनिधि,अबकी बार चतरा में स्थानीय सांसद आदि स्लोगन लिखे गए हैं।
चतरा लोकसभा क्षेत्र से अबतक स्थानीय जनप्रतिनिधि को सांसद का टिकट नहीं दिया गया है। इससे पहले हर बार बाहरी लोगों को ही चतरा लोकसभा सीट से टिकट दिया गया हैं। हालांकि पिछले लोकसभा चुनाव के समय में भी स्थानीय जन प्रतिनिधि का मुद्दा उठा था। लेकिन भाजपा ने सुनील सिंह को फिर से टिकट दिया और वे निर्वाचित हुए। वहीं यूपीए गठबंधन से राजद के सुभाष यादव को टिकट मिला था। निर्दलीय के रूप में दिवंगत नेता राजेंद्र साहू के अलावा और भी कई प्रत्याशी मैदान में थे। मोदी की लहर में चतरा की जनता ने सुनील सिंह पर ही अपना मुहर लगाया।
आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में चतरा लोकसभा सीट से कई उम्मीदवार अलग अलग दल से अपना भाग्य आजमाने की तैयारी कर रहे हैं।
इस बार लोकसभा चुनाव में यदि गठबंधन नहीं। होता है तो चतरा लोकसभा सीट से झामुमो से मोतीलाल शहदेव,राजद से सत्यानंद भोक्ता,नागमणि,कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू,धीरेंद्र अग्रवाल का नाम की चर्चा है। वहीं एनडीए की बात करें तो पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह,राजधानी प्रसाद यादव,शोभा यादव का नाम चर्चा में है। लेकिन वर्तमान सांसद सुनील सिंह को भाजपा यदि तीसरी बार टिकट नहीं देती है तो इन लोगों में से किसी एक प्रत्याशी को टिकट मिल सकता है। वैसे पिछले 2019 के लोकसभा चुनाव के समय में भी सुनील सिंह का टिकट कटने की चर्चा खूब हो रही थी।लेकिन अंतिम समय में पार्टी ने सुनील सिंह को ही टिकट दिया था।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो इस बार सुनील सिंह के बदले पार्टी किसी और प्रत्याशी पर दाव लगाने की मूड में है। स्थानीय पार्टी कार्यकर्ताओं की मांगों पर प्रदेश का शीर्ष नेतृत्व विचार कर रही है। किसी स्थानीय व्यक्ति को ही टिकट मिलने की संभावना है।
वहीं लातेहार झामुमो के जिलाध्यक्ष मोतीलाल नाथ शहदेव का मानना है की चतरा लोकसभा सीट पर हर बार बाहरी लोगों को ही टिकट दिया गया है। यहां से जीतने के बाद सांसद कभी भी नजर नहीं आते हैं। चतरा की जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। कोई भी कल कारखाना नहीं खुला है। बेरोजगारी की प्रमुख समस्या है।उन्होंने कहा कि बारियातू में टमाटर का बहुत अधिक उत्पादन होता है। किसानों को इसका भाव नहीं मिल पाता है। निराशा में किसान कई बार खेत में ही फसल छोड़ देते हैं। इस क्षेत्र में प्रोसेसिंग प्लांट लग जाय तो क्षेत्र का विकास के साथ साथ युवाओं को भी नौकरी और रोजगार मिलेगा। लेकिन सांसद सुनील सिंह इसपर कोई दिलचस्पी नहीं लेते हैं। इसलिए इस बार चतरा लोकसभा क्षेत्र की जनता स्थानीय प्रत्याशी को ही सांसद बनाएगी। चतरा लोकसभा क्षेत्र में स्थानीय कई कद्दावर नेता हैं जो इस बार अपनी किस्मत आजमाने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा कि मैं खुद अपने को उम्मीदवार मान रहा हूं। चतरा लोकसभा सीट पर इस बार झामुमो की दावेदारी है। पार्टी ने यदि मुझे टिकट दिया तो निश्चित रूप से जीत कर दिखाऊंगा। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह सीएम हेमंत सोरेन के विकास कार्यों से जनता प्रभावित हैं और उसका लाभ लोकसभा चुनाव में मिलेगा। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम पूरी तरह से सफल रहा है। चतरा लोकसभा क्षेत्र में झामुमो का संगठन काफी मजबूत है। यहां से झामुमो का प्रत्याशी आसानी से जीत सकता है।