खूंटी में बाईपास निर्माण की मांग फिर से हुई तेज,पॉलिटिकल नेता दिलीप मिश्रा ने केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र

खूंटी: खूंटी में बाईपास निर्माण नहीं होने से स्थानीय जनता भी अब निराश होने लगी है। पांच साल पहले जब लोकसभा चुनाव का समय था तो बाईपास निर्माण की चर्चा हुई थी। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बाईपास निर्माण जल्द से जल्द कराने की बात कही थी। लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार के पांच साल पूरे होने को हैं,अबतक खूंटी में बाईपास निर्माण नहीं हो पाया है। सिर्फ कागजों में ही इसका नक्शा तैयार है। जबकि धरातल पर कार्यों की गति बहुत ही धीमी है। हालांकि स्थानीय विधायक सह पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था। लेकिन इसपर भी कोई पहल नहीं हुई। इस बीच पॉलिटिकल नेता सह झाविमो के पूर्व जिला अध्यक्ष दिलीप मिश्रा ने बाईपास निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय विधायक,मुख्यमंत्री से लेकर केंद्रीय मंत्री को कई बार पत्र लिखा।लेकिन जवाब नहीं आया। श्री मिश्रा ने उपायुक्त लोकेश मिश्रा से इस संबंध में बात की। साथ ही पथ निर्माण विभाग के सचिव को पत्र लिखा। श्री मिश्रा ने कहा कि लापा बाईपास पथ जो कोन्सा बक्सपुर गोविंदपुर कर्रा पथ जो कईएक करोड़ रुपए की लागत से बनी है। लेकिन उसे पथ का उपयोग बड़ी गाड़ियों के परिचालन के लिए वर्जित है। क्योंकि उस पथ पर रेलवे द्वारा दो आरयूबी का निर्माण कराया गया है जो काफी छोटा एवं घुमावदार है। उस पथ के बीएच-31, लापा एवं मरुचकेल बीएच-29 पर अवस्थित रेलवे द्वारा दो आर यूबी का निर्माण कराया गया है जिसका आकार 10 मीटर चौड़ाई 4 मीटर ऊंचाई 3.6 मीटर है। पथ निर्माण विभाग का यह पथ 7 मीटर कैरेज वे एवं रॉर्मेशन विड्थ का है। जिस पर कमर्शियल व्हीकल का आगमन होता था। लेवल क्रॉसिंग को अवरुद्ध कर जिला दो एलएचस का निर्माण कराया गया है ‌। वह कमर्शियल व्हीकल के लिए उपयुक्त एवं पथ निर्माण विभाग की विशिष्टियों के अनुरूप नहीं है।
इन आरयूबी के निर्माण के बाद एलसी बंद कर दिया जाने के कारण भारी वाहनों का इन पथ से आवागमन अवरुद्ध हो गया है।
कई एक करोड़ की लागत से बने इन सड़कों का जब उपयोग नहीं होगा तो उसे सड़क यानी कोन्सा बक्सपुर गोविंदपुर कर्रा पथ के निर्माण का औचित्य ही क्या है। जनहित में मुरूचकेल तक सीधा सड़क निर्माण करने हेतु आदेश दिया जाना चाहिए।
खूंटी जिला में बाईपास का निर्माण नहीं होने से बड़ी गाड़ी का परिचालन होने से जाम ही जाम मिलता है अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती है। कितने लोगों का जान गंवानी पड़ी है।

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