बरही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस नेता उमाशंकर अकेला ने समाजवादी पार्टी से दाखिल किया नामांकन
बरही विधानसभा चुनाव में इस बार राजनीतिक माहौल में हलचल तब तेज हो गई जब मौजूदा विधायक उमाशंकर अकेला ने कांग्रेस पार्टी से टिकट न मिलने के बाद समाजवादी पार्टी का दामन थामते हुए नामांकन दाखिल कर दिया। उमाशंकर अकेला ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और टिकट वितरण में पारदर्शिता नहीं अपनाई। उमाशंकर अकेला ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ बरही निर्वाचन कार्यालय में समाजवादी पार्टी के झंडे के साथ पहुंचकर नामांकन पत्र भरा। समर्थकों में उत्साह का माहौल देखा गया और वे नारे लगाते हुए उमाशंकर का समर्थन कर रहे थे। नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए उमाशंकर अकेला ने कहा कि कांग्रेस में अब केवल पैसे वालों की सुनवाई होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने टिकट वितरण में पैसे का खेल किया है और उन लोगों को प्राथमिकता दी जो आर्थिक रूप से समर्थ थे। उमाशंकर अकेला ने कांग्रेस पार्टी पर जनता और कार्यकर्ताओं की भावनाओं का अपमान करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बरही विधानसभा क्षेत्र में उनका पुराना जनसमर्थन है और इस चुनाव में जीत का भरोसा भी जताया। मुझे पता है कि बरही की जनता मेरे साथ है और वे इस बार भी अपना समर्थन प्रकट करेंगे उमाशंकर ने कहा। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे उनके पिछले 45 वर्षों के विकास कार्यों को ध्यान में रखते हुए अपना समर्थन दें ताकि क्षेत्र में विकास की गति को निरंतर बनाए रखा जा सके।