संविधान बचाओ रैली को ऐतिहासिक बनाने में जुटी कांग्रेस, खड़गे, वेणुगोपाल और के. राजू करेंगे नेतृत्व

रांची। राजधानी रांची में आगामी 6 मई को आयोजित होने वाली संविधान बचाओ रैली को ऐतिहासिक और जन-सैलाब से भरा बनाने के लिए झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश के नेतृत्व में गठित समितियां दिन-रात तैयारी में जुटी हैं। रैली को लेकर हर स्तर पर गंभीरता और संकल्प दिख रहा है – चाहे वह राजधानी के मोहल्लों की बैठकें हों या सुदूर प्रखंडों में आमजन से सीधा संवाद।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से लेकर शहर के हर चौक-चौराहे तक, रैली को लेकर जनजागरूकता फैलाई जा रही है। “जातिगत जनगणना के लिए जननायक राहुल गांधी आभार”, “जय बापू, जय भीम, जय संविधान”, और “झुकती है दुनिया, झुकाने वाला चाहिए” जैसे नारे वाले होर्डिंग्स पूरे रांची में लगाए जा रहे हैं, जो न सिर्फ कार्यक्रम का संदेश दे रहे हैं, बल्कि जनता को भावनात्मक रूप से जोड़ने का कार्य भी कर रहे हैं।
रैली की तैयारियों का जमीनी जायजा लेने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं झारखंड प्रभारी डॉ. श्री बेला प्रसाद स्वयं रांची में मौजूद हैं और पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। रविवार की सुबह 6:30 बजे ही उन्होंने पुराना विधानसभा मैदान का निरीक्षण किया। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, प्रदेश महासचिव आलोक कुमार दुबे, वरिष्ठ नेता शशिभूषण राय, हिमांशु, संजय प्रसाद और मेहुल दुबे भी मौजूद रहे। सभी नेताओं ने मंच निर्माण, सुरक्षा व्यवस्था, कार्यकर्ताओं की बैठने की व्यवस्था, मीडिया एरिया, मेडिकल सहायता केंद्र समेत हर पहलू की बारीकी से समीक्षा की।

रैली के बाद होटल बीएनआर में पॉलीटिकल अफेयर्स कमिटी, जिला कांग्रेस अध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी की अलग-अलग महत्वपूर्ण बैठकें आयोजित की जाएंगी। इन बैठकों में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और झारखंड प्रभारी के. राजू की उपस्थिति तय है। वे सभी नेताओं के साथ सीधा संवाद स्थापित करेंगे और आगामी रणनीति पर गहन विमर्श करेंगे।

इस बीच कांग्रेस भवन में एक और महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला अध्यक्षों एवं नोडल ऑफिसरों के साथ संवाद कर यह सुनिश्चित किया गया कि राज्य के हर कोने से कार्यकर्ताओं की भागीदारी हो। बैठक में आलोक कुमार दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव, सूर्यकांत शुक्ला,डाॅ राजेश गुप्ता,सुंदरी तिर्की, अख्तर अली, प्रभात कुमार, जितेंद्र त्रिवेदी, निरंजन पासवान, जगदीश साहू, फिरोज रिजवी मुन्ना और कामेश्वर गिरी सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
तैयारी की समीक्षा के उपरांत मीडिया कर्मियों से बात करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आलोक कुमार दुबे ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में क्लीन चिट दिए जाने के बावजूद, अहमदाबाद अधिवेशन में देश भर से जुटे कांग्रेसजनों की हुंकार से घबरा कर प्रधानमंत्री ने ईडी के माध्यम से सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर आरोप गठित किए। यह न सिर्फ लोकतंत्र का अपमान है, बल्कि संविधान और संवैधानिक संस्थाओं का माखौल उड़ाने जैसा कृत्य है। इसी के विरोध में 6 मई को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे रांची की धरती से हुंकार भरेंगे।

झारखंड प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा , “जिस तरह से जातीय जनगणना के मुद्दे पर केंद्र की सरकार को कांग्रेस के फोरम पर आना पड़ा, वह इस बात का संकेत है कि अब जनता की आवाज दबाई नहीं जा सकती। वह दिन दूर नहीं जब संविधान एवं संवैधानिक संस्थाओं के रास्ते पर देश को आगे ले जाने के 75 वर्षों के संकल्प को फिर से दोहराना पड़ेगा।
राजेश गुप्ता ने इसे आमजन की आवाज बताते हुए कहा कि हर तबके का प्रतिनिधित्व इस रैली में दिखेगा।
यह रैली सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि देश के लोकतंत्र, सामाजिक न्याय और समानता के पक्ष में एक मजबूत राजनीतिक हस्तक्षेप है। कांग्रेस का यह प्रयास न सिर्फ झारखंड में, बल्कि पूरे देश में संविधान, अधिकार और पहचान की लड़ाई को नई धार देगा। राजधानी रांची में कांग्रेस की यह हुंकार केंद्र की सत्ता को यह साफ संदेश देगी – कि अब जनता अपने हक और गिनती के लिए खामोश नहीं रहेगी।

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